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किसी के दिल को छूना है तो उससे उसकी मातृभाषा में बात करें-मीनाक्षी लेखी

किसी के दिल को छूना है तो उससे उसकी मातृभाषा में बात करें-मीनाक्षी लेखी

Friday March 11, 2016 , 2 min Read

योरस्टोरी के भाषा महोत्सव पहल की तारीफ करते हुए बीजेपी की युवा सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा कि हर क्षेत्र में भारत की क्षमता अपार है और इस संदेश को हमें हर भाषा में पहुंचाने की जरूरत है.उन्होंने माना कि युवा शक्ति और भाषा जैसी पहल गर्व का एहसास दिलाते हैं. मातृभाषा का अपना अलग प्रभाव है और इसे ठुकराया नहीं जा सकता है. मीनाक्षी लेखी के मुताबिक, ‘हमें एक देश के रूप में मानसिक स्वतंत्रता प्राप्त करना अभी बाकी है.’


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उन्होंने युवा शक्ति पर जोर देते हुए कहा, 

"देश को यही शक्ति विकास के रास्ते पर ले जाएगा. आप देख सकते हैं कि मौजूदा सरकार युवाओं को स्टार्ट अप के क्षेत्र में किस तरह से प्रोत्साहित कर रही है। बड़ी बात यह है कि युवाओं की दिलचस्पी और लगातार बढ़ी रुचि ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी काफी हौसला दिया है। इसलिए सरकार स्टार्टअप्स के लिए महत्वपूर्ण काम कर रही है। बेहतरीन काम कर रही है।" 

साथ ही उन्होंने योरस्टोरी की तारीफ करते हुए कहा, 

"लोगों की खूबसूरत कहानी उनकी भाषा में पहुंचनी चाहिए. जो अच्छी चीजें वह हर भाषा में होनी चाहिए. इस चीज को जोड़ने की जरूरत है और लोगों के दिलों तक पहुंचने के लिए उनकी मातृभाषा में संवाद की जरूरत है." 

लेखी ने जोर देकर कहा कि देश हमेशा से ही महिलाओं की इज्जत करता आया है. पीएम मोदी ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का अभियान चलाया और इसका असर देश में देखने को मिल रहा है. हरियाणा में लिंग अनुपात की कहानी सकारात्मक हुई और इसे भी अन्य भाषा में तब्दील करने की जरूरत है. लेखी ने योरस्टोरी की भाषा पहल की तारीफ करते हुए कहा, 

"10 फीसदी ही लोग अंग्रेजी भाषा बोलते हैं और उनके लिए सिस्टम तैयार हैं. लेकिन 90 फीसदी लोगों के लिए बाजार अभी अछूता है और इस पर ध्यान देने की जरूरत है. शिक्षा, ई-कॉमर्स के जरिए इस 90 फीसदी बाजार को भुनाया जा सकता है."