आपके वीकेंड को सार्थक बना सकती हैं ये पांच गतिविधियाँ
महात्मा गांधी ने एक बार कहा था, "स्वयं को तलाश करने का सबसे बेहतरीन तरीका है कि खुद को दूसरों की सेवा में खो दो।" आज हम एक तेज दौड़ती दुनिया में रह रहे हैं जहाँ हम में से कई लोग किसी न किसी तरह की गतिविधि में लगे हुए हैं। लेकिन हम खुद का भला करने से आगे बढ़कर समाज के लिए कुछ सकारात्मक योगदान दे सकते हैं।
खैर, ज्यादा नहीं तो कम से कम वीकेंड पर ही हम सामुदायिक गतिविधियों में शामिल होकर कुछ अच्छा तो कर ही सकते हैं।
तो योरस्टोरी के माध्यम से हम आपके लिए ऐसी एक्टिविटीज की एक लिस्ट लेकर आए हैं:
किसी एनजीओ के लिए वॉलिंटियरिंग (स्वयंसेवक)
भारत में कई गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) हैं जो सामाजिक कल्याण के लिए काम करते हैं। इनमें से अधिकांश एनजीओ वॉलिंटियर यानी स्वयंसेवकों के लिए खुले हैं और युवाओं को योगदान देने के लिए कई अवसर प्रदान करते हैं।
आपको बस एनजीओ की आधिकारिक वेबसाइट पर रजिस्टर करना होगा और बुनियादी विवरण जैसे नाम, फोन नंबर, व्यवसाय, और उस स्वयंसेवक प्रोफाइल को भरना होगा, जिसमें आप रुचि रखते हैं। कुछ स्वयंसेवी संगठन जो पूरे साल के दौर में स्वयंसेवकों के लिए खुले रहते हैं, उनमें मेक अ डिफरेंस (एमएडी), कम्पैशन अनलिमिटेड प्लस एक्शन (सीयूपीए), मैजिक बस, द अग्ली इंडियन, गूंज और हेल्पेज इंडिया शामिल हैं।
वनीकरण कार्यक्रम में शामिल होना
तेजी से हो रहे शहरीकरण के चलते पार्क और घास के मैदान जैसे हरे स्थान सिकुड़ रहे हैं। आज, पेड़ों की तुलना में शहर की ऊंची-ऊंची इमारतें ज्यादा दिखाई देती हैं। अच्छी खबर यह है कि वनों की कटाई और वृक्षारोपण पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कई नागरिक-संचालित पहलें महानगरीय शहरों में और उसके आसपास चालू हैं।
छात्रों, कामकाजी पेशेवरों, और गृहणियों को शामिल करने के लिए इनमें से कई कार्यक्रम वीकेंड में आयोजित किए जाते हैं। आप उनके बारे में अधिक जानकारी फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पा सकते हैं। प्रक्रिया में शामिल उपकरणों को संभालने, पौधे लगाने की विधि सीखने से लेकर, हर स्तर पर दिशानिर्देश प्रदान किए जाते हैं। इस तरह की पहल से न केवल नागरिकों में जिम्मेदारी की भावना पैदा होती है, बल्कि कार्बन पृथक्करण का मार्ग भी प्रशस्त होता है।
अनाथालय का दौरा
अनाथालय में समय बिताना एक ऐसा अनुभव है जो समृद्ध और संतोषजनक दोनों हो सकता है। बच्चों से मिलना, बातचीत करना, और उनके साथ खेल खेलना मजेदार तो है ही साथ ही एक शानदार वीकेंड को बिताने का संतुष्टिदायक तरीका भी है। ऐसे बहुत से बच्चे हैं जिन्होंने माता-पिता के प्यार और स्नेह का अनुभव नहीं किया है।
बस एक चॉकलेट और आपकी प्यारी मुस्कान उनका दिन बना सकती है। इसलिए, आपको बस अपने आस-पड़ोस को देखने और अपने खाली समय के दौरान एक अनाथालय में घूमने की जरूरत है।
एक पशु आश्रय में मदद करना
आज आप किसी भी शहर की किसी भी लेन में चले जाएं, आपको आवारा कुत्ते और बिल्लियां खाने के लिए कचरे से डिब्बे और पता नहीं क्या-क्या निकालकर खा रहे होते हैं। केवल इतना ही नहीं है। कई बार, सड़कों पर जानवर वाहनों या मनुष्यों द्वारा घायल हो जाते हैं। हालांकि, कुछ लोग उनकी दुर्दशा पर आंखें मूंद लेते हैं, लेकिन ऐसे कई पशु आश्रय और एनजीओ हैं जो आगे के इलाज या चिकित्सा के लिए मवेशियों, पक्षियों और अन्य जानवरों को बचाते हैं।
अपने किसी वीकेंड पर किसी भी एक पशु आश्रय में जाकर कुछ गतिविधि में भाग लेकर आप अपने आप को जानवरों को प्यार दिखाने का मौका दे सकते हैं।
सामाजिक मुद्दों के लिए धन जुटाना
देर से ही सही, डिजिटल मीडिया गैर-मुनाफे और सामाजिक उद्यमों के लिए धन जुटाने के लिए जनता तक पहुंचने का एक महत्वपूर्ण चैनल बन गया है। क्राउडसोर्सिंग प्लेटफार्मों के साथ, यह प्रक्रिया और भी आसान हो गई है। तो, क्यों न किसी एक एनजीओ को कुछ पैसे जुटाने में मदद की जाए? खैर, इसको लेकर कुछ आवश्यक उठाने की जरूरत है, उपयुक्त फंड रेजिंग सलूशन का चयन करना, एक कंटेंट प्लान क्रिएट करना, लैंडिंग पेज डिजाइन करना, कुछ हैशटैग बनाना और इन्फ्लुएंसर तक पहुंचना।
इस सबमें आपके वीकेंड के लगभग दो से तीन घंटे लग सकते हैं, लेकिन सामाजिक कारणों में योगदान करने के लिए एक लंबा रास्ता तय कर सकते हैं।