सोनू सूद और उनकी टीम ने बचाई बेंगलुरु में 22 कोविड रोगियों की जान
अर्का अस्पताल, जिसमें ऑक्सीजन की कमी के चलते बीते मंगलवार को दो रोगियों की जान चली गई थी, ने ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए सोनू की टीम से अनुरोध किया। वे अगले दिन 15 सिलेंडरों की व्यवस्था करने में सक्षम थे।
बीते सोमवार को अभिनेता और मानवतावादी सोनू सूद और उनकी टीम ने बेंगलुरु में 22 कोविड-19 पॉजिटिव रोगियों को बचाने में मदद की। अस्पताल से एसओएस कॉल मिलते ही टीम ने बेंगलुरु के अर्का अस्पताल (Arka Hospital) को ऑक्सीजन प्रदान करने के लिए पूरी रात काम किया।
3 मई को, अर्का अस्पताल ने तत्काल ऑक्सीजन की आपूर्ति की आवश्यकता के लिए संकटपूर्ण कॉल किए। और मंगलवार को, ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी के कारण अस्पताल में दो मरीजों की जान चली गई, जो कि कोविड-19 से संक्रमित थे। सोनू सूद चैरिटी फाउंडेशन के एक सदस्य को येलहंका ओल्ड टाउन के इंस्पेक्टर सत्यनारायण का फोन आया, जिन्होंने उन्हें स्थिति के बारे में बताया। टीम हरकत में आई और आधी रात में एक सिलेंडर का इंतजाम किया। सुबह में, वे अस्पताल के लिए 15 और सिलेंडर की व्यवस्था करने में कामयाब रहे। वास्तव में, एक पॉइंट पर, पुलिस भी कार्रवाई में जुट गई और एम्बुलेंस ड्राईवरों की भूमिका निभाई।
सोनू ने ANI से बात करते हुए कहा,
"यह सरासर टीमवर्क और हमारे साथी देशवासियों की मदद करने की इच्छा थी। जैसे ही हमें इंस्पेक्टर सत्यनारायण का फोन आया, हमने इसे सत्यापित किया और मिनटों के भीतर कार्रवाई की। टीम ने पूरी रात कुछ और नहीं बल्कि सिर्फ मदद करने के बारे में सोचकर बिताई। अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर पहुँचाया। अगर कोई देरी होती, तो कई परिवार अपने करीबी लोगों को खो देते।"
उन्होंने कहा,
"मैं हर किसी का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं जिन्होंने कल रात इतने सारे लोगों को बचाने में मदद की। यह मेरी टीम के सदस्यों द्वारा किए गए ऐसे नेक काम हैं, जो मुझे आगे और आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा देते हैं और लोगों के जीवन में बदलाव लाने की कोशिश कर रहे हैं। मुझे हाशमथ पर बहुत गर्व है, जो पूरे समय मेरे साथ संपर्क में थे और पूरी टीम ने उनकी मदद की।"
बीते हफ्ते की शुरुआत में, अभिनेता ने झांसी से हैदराबाद के अपोलो अस्पताल में गंभीर रूप से बीमार कोविड-19 रोगी को एयरलिफ्ट करने में मदद की थी। रोगी, कैलाश अग्रवाल, को बताया गया कि उनका इलाज उस अस्पताल में जारी नहीं रखा जा सकता था और उन्हें एक बड़े अस्पताल में ले जाना पड़ा। सोनू सूद ने कहा कि एयर एम्बुलेंस प्राप्त करने और स्थानांतरण करवाने के लिए जिला मजिस्ट्रेटों से आवश्यक अनुमति लेना चुनौती था।
उन्होंने ज़ी न्यूज़ से बात करते हुए कहा,
"झांसी में हवाईअड्डे नहीं हैं, इसलिए एंबुलेंस को ग्वालियर से मरीज को ले जाना पड़ा और झांसी से मरीज को ग्वालियर लाना एक और बड़ी चुनौती थी। लेकिन टीम के जरिए सब कुछ सेट हो गया ताकि समय बर्बाद न हो। अब, उपचार अपोलो अस्पताल, हैदराबाद में अच्छा चल रहा है, और हम जल्द ही उनके ठीक होने की उम्मीद करते हैं।“
Edited by Ranjana Tripathi