Gautam Adani ला रहे अब तक का सबसे बड़ा FPO, कीमत से लेकर तारीख तक सब हुआ फाइनल
अडानी एंटरप्राइजेज का एफपीओ अब तक का सबसे बड़ा FPO है. यह करीब 20 हजार करोड़ रुपये का होगा. इससे पहले 2020 में यस बैंक करीब 15 हजार करोड़ का एफपीओ लाया था.
पिछले कुछ दिनों से गौतम अडानी (Gautam Adani) की कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) का फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर यानी एफपीओ (FPO) आने की खबरें चल रही हैं. बुधवार को कंपनी ने इसकी तारीख भी फाइनल कर दी है. कंपनी का एफपीओ 27 जनवरी को खुलेगा और 31 जनवरी को बंद होगा. एंकर निवेशकों के लिए इसमें निवेश करने का मौका सिर्फ 25 जनवरी को रहेगा, उसके बाद वह निवेश नहीं कर पाएंगे. यह एफपीओ करीब 20 हजार करोड़ रुपये का होगा. यह अब तक का सबसे बड़ा एफपीओ हो सकता है. इससे पहले 2020 में यस बैंक करीब 15 हजार करोड़ का एफपीओ लाया था.
क्या होगी कीमत?
कंपनी ने इसकी कीमत भी फाइनल कर दी है. अडानी एंटरप्राइजेज के एफपीओ का प्राइस बैंड 3112-3276 रुपये तय किया गया है. पिछले करीब महीने भर में कंपनी ने लगभग 12 फीसदी का रिटर्न दिया है. हालांकि, इन दिनों शेयरों में गिरावट का दौर जारी है. अभी कंपनी का शेयर करीब 3450 रुपये के करीब पहुंच गया है.
क्यों रहे हैं शेयर?
शेयरों में गिरावट की वजह से पहले ये समझना जरूरी है कि एफपीओ होता क्या है. एफपीओ किसी भी कंपनी के लिए पैसे जुटाने का एक तरीका होता है. जब कंपनी शेयर मार्केट में लिस्ट होती है तो वह आईपीओ (IPO) लाती है. इसके तहत कंपनी की तरफ से बिल्कुल नए शेयर इश्यू किए जाते हैं. वहीं जब कोई कंपनी आईपीओ के बाद और अधिक शेयर जारी करना चाहती है तो वह एफपीओ लेकर आती है.
एफपीओ को किसी भी कंपनी के शेयर की कीमत से कुछ कम भाव पर लाया जाता है. यानी ये कहना गलत नहीं होगा कि यह शेयर डिस्काउंट पर जारी किए जाते हैं. जैसा कि अडानी एंटरप्राइजेज के एफपीओ में भी देखा जा रहा है. अब आप शेयरों में गिरावट की वजह समझ ही रहे होंगे. निवेशकों को लग रहा है कि एफपीओ डिस्काउंट पर आएगा, तो अभी मुनाफा लेकर निकल जाते हैं और एफपीओ के जरिए फिर से एंट्री मार ली जाएगी.
एफपीओ के जरिए किसी कंपनी के शेयर लेना आईपीओ की तुलना में काफी अच्छा होता है. ऐसा इसलिए क्योंकि आप कंपनी की हालत जान चुके होते हैं. आपको पता होता है कि पिछले सालों में कंपनी की वित्तीय हालत कैसी रही है. कंपनी का मैनेजमेंट कैसे है. कंपनी के फ्यूचर प्लान क्या हैं और इन सबके आधार पर आप अपना फाइनल डिसीजन बना पाते हैं. हालांकि, अगर एफपीओ में आपको शेयर मिल ही जाएंगे, इसकी कोई गारंटी नहीं. अगर एफपीओ ओवर सब्सक्राइब हो जाता है तो हो सकता है कि आपको शेयर ना मिले.
एफपीओ से मिले पैसों का क्या करेगी कंपनी?
एफपीओ से कंपनी को करीब 20 हजार करोड़ रुपये मिलेंगे. इसमें से लगभग आधे पैसे तो ग्रीन हाइड्रोजन प्रोजेक्ट, मौजूदा हवाई अड्डों के डेवलपमेंट और नए एक्सप्रेसवे बनाने के लिए किया जाएगा. वहीं लगभग 4100 करोड़ रुपये हवाई अड्डों, सड़क और सौर परियोजनाओं के लिए सब्सिडियरी कंपनियों की तरफ से लिए गए कर्जों को चुकाने में किया जाएगा.