Byju’s और Unacademy के बाद एडटेक प्लेटफॉर्म Vedantu ने भी शुरू कीं ऑफलाइन क्लासेज
30 जून को एक बयान में वेदांतु ने कहा कि उसने मुजफ्फरपुर में अपना पहला हाइब्रिड लर्निंग सेंटर 'वेदांतु लर्निंग सेंटर' के रूप में खोला है. कंपनी ने कहा कि केंद्र 11वीं कक्षा के छात्रों को IIT-JEE और NEET तैयारी पाठ्यक्रम और ड्रॉपर बैच के लिए एक साल का पाठ्यक्रम प्रदान करेगा.
टाइगर ग्लोबल समर्थित एडटेक यूनिकॉर्न
भी , और जैसी एजुकेशन-टेक्नोलॉजी (एडटेक) कंपनियों की बढ़ती सूची में शामिल हो गया है, जो ऑफलाइन कोचिंग क्लासेज सेंटर खोल रही हैं.30 जून को एक बयान में वेदांतु ने कहा कि उसने मुजफ्फरपुर में अपना पहला हाइब्रिड लर्निंग सेंटर 'वेदांतु लर्निंग सेंटर' के रूप में खोला है. कंपनी ने कहा कि केंद्र 11वीं कक्षा के छात्रों को IIT-JEE और NEET तैयारी पाठ्यक्रम और ड्रॉपर बैच के लिए एक साल का पाठ्यक्रम प्रदान करेगा.
वेदांतु ने कहा कि उसका हाइब्रिड लर्निंग सेंटर टियर-3 और टियर-4 शहरों के छात्रों को देशभर के शीर्ष शिक्षकों तक पहुंच प्रदान करेगा.
एडटेक कंपनी ने दावा किया कि आज तक IIT बैच 2022-2026 में 6 प्रतिशत वेदांतु के छात्र हैं। एडटेक यूनिकॉर्न ने कहा कि 1,500 से अधिक वेदांतु छात्रों ने जेईई एडवांस 2021 में स्थान हासिल किया है जिनका अनुपात 12.5 फीसदी है और यह राष्ट्रीय औसत 3.5 फीसदी से 3 गुना अधिक है.
वेदांतु ने कहा कि ऑफलाइन क्लासरूम हाई-टेक इंटरेक्टिव एप्लिकेशन जैसे इमर्सिव 3-डी कंटेंट प्रदान करेगा और छात्र अपनी समस्याओं को लाइव समाधान पा सकेंगे.
कंपनी ने कहा कि शिक्षण केंद्र छात्रों को इंटरैक्टिव क्विज भी प्रदान करेंगे. वेदांतु ने कहा कि कंपनी के 'मास्टर टीचर्स' रिमोटली लाइव अध्यापन करेंगे, लेकिन छात्रों की प्रगति को देखने के लिए कक्षाओं की निगरानी क्लास में मौजूद शिक्षक द्वारा की जाएगी.
देशभर के मास्टर शिक्षकों द्वारा प्रत्येक बच्चे को व्यक्तिगत ध्यान देने के लिए छात्रों को प्रति क्लास 25 के बैच में विभाजित किया जाएगा. क्लास में बातचीत करने और घर पर अध्ययन करने के लिए प्रत्येक छात्र को उनका व्यक्तिगत वाई-फाई और 4जी सक्षम टैबलेट प्रदान किया जाएगा. वेदांतु ने कहा कि छात्रों के पास 1,500 से अधिक तत्व स्मार्ट किताबें भी होंगी.
पिछले साल सितंबर में एक अरब डॉलर से अधिक वैल्यू वाली एडटेक कंपनी का वित्त वर्ष 2020 में जहां 186 करोड़ रुपये का खर्च था तो वहीं वित्त वर्ष 2021 वह चार गुना बढ़कर 744 करोड़ रुपये की हो गया. जहां कंपनी के कर्मचारियों का लाभ वित्त वर्ष 2020 में 88 करोड़ था तो वहीं वह वित्त वर्ष 2021 में बढ़कर 408 करोड़ रुपये पहुंच गया.
इस साल मई में वेदांतु ने खर्चों को कम करने और लाभ पर ध्यान केंद्रित करने के लिए लगभग 624 कर्मचारियों या अपने कर्मचारियों की संख्या का लगभग 10 प्रतिशत निकाल दिया था.
कंपनी अगले 18 महीनों के भीतर 25 प्रतिशत लाभ मार्जिन हासिल करने का लक्ष्य लेकर चल रही है और एक आईपीओ (IPO) लाने पर भी विचार कर रही है.
आईआईटी के तीन ग्रेजुएट्स कृष्णा, आनंद प्रकाश और पुलकित जैन द्वारा 2011 में स्थापित वेदांतु, K-12 (किंडरगार्टन से कक्षा-12) के छात्रों के लिए एक ऑनलाइन शिक्षण मंच प्रदान करता है. कंपनी के पास IIT-JEE और NEET जैसे मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं का भी लर्निंग प्लेटफॉर्म है.