आनंद महिन्द्रा के बाद हर्ष गोयनका ने भी 'अग्निवीरों' के लिए खोले दरवाजे, किरण मजूमदार शॉ ने भी दिया सपोर्ट
अग्निपथ योजना’ के तहत बढ़ते वेतन और पेंशन खर्च को कम करने के लिए संविदा के आधार पर शॉर्ट टर्म के लिए सैनिकों की भर्ती की जाएगी, जिन्हें ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा.
सेना में भर्ती की नई घोषित अग्निपथ स्कीम (Agnipath Scheme) के खिलाफ देश में हो रहे विरोध प्रदर्शन के बीच उद्योग जगत के दिग्गजों ने भरोसा दिलाया है कि अग्निवीरों (Agniveer) के लिए कॉरपोरेट क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं. सोमवार को पहले महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) ने अग्निवीरों को अपने यहां नौकरी देने की पेशकश की. उसके बाद RPG Enterprises के चेयरमैन हर्ष गोयनका (Harsh Goenka) और Biocon Limited की चेयरपर्सन किरण मजूमदार-शॉ (Kiran Mazumdar-Shaw) भी इसी तरह का आश्वासन देते नजर आए.
हर्ष गोयनका ने आनंद महिन्द्रा के ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए कहा, 'RPG ग्रुप भी अग्निवीरों को रोजगार देने के अवसर का स्वागत करता है. मैं आशा करता हूं कि अन्य कॉरपोरेट्स भी इस संकल्प में हमारे साथ जुड़ेंगे और हमारे युवाओं को उनके भविष्य के लिए आश्वस्त करेंगे.' हर्ष गोयनका के इस ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए किरण मजूमदार-शॉ ने लिखा, 'मुझे पूरा विश्वास है कि इंडस्ट्रियल जॉब मार्केट में भर्ती में अग्निवीरों को एक विशिष्ट लाभ रहेगा.'
आनंद महिन्द्रा ने क्या कहा था?
आनंद महिन्द्रा ने ट्वीट करके कहा, 'अग्निपथ कार्यक्रम को लेकर हुई हिंसा से दुखी हूं. जब पिछले साल इस योजना पर विचार किया गया था, तो मैंने कहा था और मैं दोहराता हूं- अग्निवीर जो अनुशासन और कौशल हासिल करेंगे, वह उन्हें प्रमुख रूप से रोजगार योग्य बना देगा. महिंद्रा समूह ऐसे प्रशिक्षित, सक्षम युवाओं की भर्ती के अवसर का स्वागत करता है.'
उन्होंने एक दूसरे ट्वीट में कहा, 'कारपोरेट क्षेत्र में अग्निवीरों के रोजगार की अपार संभावनाएं हैं. लीडरशिप, टीम वर्क और फिजिकल ट्रेनिंग के साथ अग्निवीर, उद्योग को मार्केट रेडी प्रोफेशनल सॉल्युशंस उपलब्ध करांएगे, जिसमें संचालन से लेकर एडमिनिस्ट्रेशन और सप्लाई चेन मैनेजमेंट तक का पूरा स्पेक्ट्रम शामिल है.'
ये कॉरपोरेट्स भी समर्थन में
TVS मोटर कंपनी के प्रबंध निदेशक सुदर्शन वेणु ने शुक्रवार को कहा था कि अग्निपथ योजना का समाज पर महत्वपूर्ण सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, और राष्ट्र निर्माण में इसका बहुत योगदान होगा. अपोलो हॉस्पिटल समूह की संयुक्त प्रबंध निदेशक डॉ. संगीता रेड्डी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘मुझे पूरा भरोसा है कि अग्निवीर जो अनुशासन और कौशल हासिल करेंगे, उससे हमारे उद्योग को बाजार के लिए तैयार प्रोफेशनल्स मिलेंगे. मुझे उम्मीद है कि उद्योग ऐसे सक्षम युवाओं को भर्ती करेंगे.’’
क्या है 'अग्निवीर' और क्यों मचा है हंगामा
‘अग्निपथ योजना’ के तहत बढ़ते वेतन और पेंशन खर्च को कम करने के लिए संविदा के आधार पर शॉर्ट टर्म के लिए सैनिकों की भर्ती की जाएगी, जिन्हें ‘अग्निवीर’ (Agniveer) कहा जाएगा. भर्ती प्रक्रिया में आमूल-चूल बदलाव से सैनिकों की भर्ती शुरू में चार साल की अवधि के लिए होगी, लेकिन उनमें से कुछ को बरकरार रखा जाएगा. अग्निवीरों को तीन सेनाओं में लागू जोखिम और कठिनाई भत्ते के साथ एक आकर्षक अनुकूलित मासिक पैकेज दिया जाएगा. चार साल की कार्यावधि के पूरा होने पर, अग्निवीरों को एकमुश्त 'सेवा निधि' पैकेज का भुगतान किया जाएगा. इसमें उनका योगदान शामिल होगा, जिसमें उस पर अर्जित ब्याज और सरकार से उनके योगदान की संचित राशि के बराबर योगदान शामिल होगा. इस साल 46000 'अग्निवीरों' की नियुक्ति का प्लान है.
छात्र और युवा मुख्य रूप से अग्निपथ स्कीम के तहत मिल रही नौकरी की सेवा अवधि को लेकर असंतुष्ट हैं. उनका कहना है कि एक तो लंबे वक्त से भर्ती पेंडिंग थी और अब जब यह खुली है तो सेवा अवधि इतनी कम है. 4 वर्ष बाद इस भर्ती के तहत रखे गए कुछ युवाओं को छोड़कर बाकी युवा सैनिकों को रिटायर्ड करार दे दिया जाएगा. पेंशन भी नहीं होगी. रिटायर होने के बाद अग्निवीरों का क्या होगा? युवाओं की मांग है कि केंद्र सरकार की 'अग्निपथ योजना' को वापस लिया जाना चाहिए.
आज था भारत बंद
14 जून को हुई इस स्कीम की घोषणा के बाद से पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. दिल्ली, यूपी, बिहार, तेलंगाना, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, पंजाब, झारखंड और असम तक में इसका विरोध हो रहा है. स्कीम को वापस लेकर पुरानी भर्ती प्रक्रिया को जारी रखने की मांग की जा रही है. हालांकि, व्यापक प्रदर्शन के बावजूद अग्निपथ भर्ती योजना को वापस लेने से इनकार किया जा चुका है. स्कीम के विरोध में पिछले कई दिनों से तीव्र और हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद आज भारत बंद (Bharat Bandh) का ऐलान किया गया.