2014 में महज 3.5 लाख रुपए से शुरू किया था स्टार्टअप, इस साल 100 करोड़ रुपए रिवेन्यू कमाएगी इंदौर की ये लड़की
निधि यादव जब 25 साल की थीं तब उन्होंने महिलाओं के एथनिक कपड़ों के ब्रांड AKS की शुरुआत की थी। उस समय वे 7 महीने की बच्ची की मां भी थीं।
जब से निधि यादव ने मेरिल स्ट्रीप की 2006 की ब्लॉकबस्टर फिल्म 'द डेविल वियर्स प्राडा' देखी, तब से वह फैशन में काम करना चाहती थीं। इंदौर में जन्मी और पली-बढ़ी निधि एक कंप्यूटर साइंस ग्रेजुएट हैं। उन्होंने कंसल्टिंग फर्म डेलायट (Deloitte) में डेढ़ साल तक काम किया इसी दौरान उन्हें एहसास हुआ कि वे असलियत में कुछ और करना चाहती थीं। कंपनी में अपने एयर-एंड प्रेजेंटेशन के दौरान, निधि से एक सिंपल सा सवाल पूछा गया, जिसने उनके पूरे जीवन को बदल दिया। उनसे पूछा गया: "आखिरी बार कब आपका ऑफिस जाने का मन हुआ?"
उनकी ईमानदार प्रतिक्रिया थी, "कभी नहीं।" वे हंसते हुए कहती हैं,
"दरअसल, मेरे मेंटॉर्स ने मुझे यह महसूस करने में मदद की कि मैं क्या करना चाहता थी। उन्होंने मुझे फैशन में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।"
जल्द ही, निधि ने इटली में फ्लोरेंस के पोलिमोडा फैशन स्कूल में फैशन बायिंग एंड मर्चेंडाइजिंग में एक साल के कोर्स के लिए एडमिशन ले लिया। कोर्स पूरा करते ही उन्हें इटैलियन फैशन ब्रांड एमिलियो पूची (Emilio Pucci) में नौकरी मिल गई, लेकिन वह जल्द ही अपने परिवार के साथ भारत लौट आईं। मई 2014 में निधि ने AKS का शुभारंभ किया, जिसका अर्थ है प्रतिबिंब (reflection)। इसे सीड कैपिटल (शुरुआती पूंजी) 3.5 लाख रुपये के साथ शुरू किया गया था। एकेएस या अक्स 18-35 आयु वर्ग की महिलाओं के लिए एक किफायती प्राइस पर कंटेंपरेरी एथनिक वस्त्र प्रदान करता है।
आज, ब्रांड Myntra, Jabong, Flipkart और AKS की अपनी वेबसाइट पर उपलब्ध है। कंपनी भारत, सिंगापुर और मलेशिया में भी अपने प्रो़डक्ट्स को शिप करती है। नागालैंड में इसके कुछ ऑफलाइन स्टोर भी हैं।
ज़ारा से सबक
निधि की उद्यमशीलता की कहानी गुरुग्राम में शुरू हुई। तीन महीने तक गुरुग्राम में एक स्थानीय फैशन ब्रांड के साथ काम करने के बाद, वह इंदौर वापस चली गईं, जहां उन्होंने शादी की और जल्द ही माँ बन गई।
निधि कहती हैं,
“मैंने अपनी शादी से पहले ही अपने पति से कहा था कि मैं 9 से 5 की नौकरी नहीं करना चाहती। उन्होंने मुझे घर से काम करने के लिए प्रोत्साहित किया और इससे मुझे और स्वतंत्रता मिली।”
निधि के पति सतपाल यादव तब Jabong के साथ काम कर रहे थे। इटली में अपनी पढ़ाई के दौरान निधि ने इंडस्ट्री की गतिशीलता को अच्छे से समझा था।
वह कहती है,
"मैं एक फैशन डिजाइनर नहीं थी, लेकिन मुझे पता था कि क्या बिकेगा। हालाँकि मेरे परिवार को पहली बार में झटका लगा, जब मैंने उन्हें अपने स्टार्टअप शुरू करने के बारे में बताया। हालांकि उन्होंने मेरा सपोर्ट किया।”
खुद को तैयार करने के लिए, निधि ने अंतरराष्ट्रीय फैशन ब्रांड ज़ारा पर छह महीने तक शोध किया और भारत में इसकी सप्लाई चैन को दोहराना चाहती थीं।
वह बताती हैं,
“ज़ारा के पास हर महीने एक नया कलेक्शन होता है। ये भी सब तेजी से बिक जाते हैं क्योंकि लोगों को लगता है कि ये कलेक्शन जल्द खत्म हो जाएगा। यह एंड-ऑफ-सीजन सेल के बजाए हर महीने के एंड में डिस्काउंट देता है।”
निधि ने महसूस किया कि उस समय महिलाओं के लिए एथनिक वेयर में काफी गैप था। इसलिए, जब उन्होंने AKS लॉन्च किया, तो उन्होंने सुनिश्चित किया कि यह हर दो सप्ताह में 15-20 नई स्टाइल्स को लॉन्च करेंगीं।
वह बताती हैं,
“उस समय ऐसा कोई और नहीं कर रहा था। आज हमारे पास हर महीने लगभग 150 नई स्टाइल होती हैं, और कंज्यूमर रिपीट रेट 35 प्रतिशत है।”
AKS की डिजाइन ज़ारा के विपरीत अधिकतर ट्रेंड-आधारित होती हैं। निधि का कहना है कि कंपनी का पूरा कलेक्शन हर समय उपलब्ध नहीं रहता है।
निधी योरस्टोरी को बताती हैं,
“एक बार बिक जाने के बाद, हम फिर से वही डिज़ाइन नहीं बनाते हैं। कुछ वर्षों में, ग्राहकों को यह समझदारी मिल गई है।''
जयपुर का रास्ता
AKS की स्थापना के बाद शुरुआती महीनों के दौरान, वह और उनके पति गुरुग्राम से जयपुर तक हर सप्ताह के अंत में अपनी नवजात बेटी के साथ मटेरियल लाने के लिए ट्रैवल करते थे। मैन्युफैक्चरर के साथ एक समझौते पर पहुंचना मुश्किल था।
निधि याद करती हैं,
“हम हर डिजाइन के 25 पीसेस पाना चाहते थे। लेकिन वे 200 से कम पीसेस का कोई ऑर्डर लेना नहीं चाहते थे, क्योंकि इसका प्रोडक्शन काफी महंगा होता है। लेकिन उनमें से कुछ ने हमारी पसंदीदा स्टाइल्स को चुनने और 20-25 पीसेस बेचने के लिए मान गए। जैसे ही AKS बढ़ा, हमने 300 पीसेस तक ऑर्डर करना शुरू कर दिया।”
आज, कंपनी के पास जयपुर में प्रिंटिंग, रंगाई, सिलाई और मैन्युफैक्चरिंग युनिट्स का एक इंटीग्रेटेड नेटवर्क है। यह अपने वेयरहाउसिंग का 25 प्रतिशत दिल्ली शिप कर रहा है।
काम और पैरेंटिंग के बीच संतुलन
चाहे आप पुरुष हों या एक महिला, यदि आपको आपके परिवार का सपोर्ट हासिल नहीं है, तो वर्क-लाइफ में संतुलन बिठाना उतना ही मुश्किल हो जाता है। हालांकि इस मामले में निधि भाग्यशाली थीं। अपनी बेटी की देखभाल करने के अलावा, निधि के पति सतपाल AKS के संचालन में भी मदद करते हैं।
निधि हौसले के साथ कहती हैं,
“मैं हर फोटोशूट के लिए जाती थी और प्रोडक्शन से पहले हर सैंपल को ट्राई करती थी। हमने कैटलॉगिंग, डिजाइनिंग और सोर्सिंग खुद की। हमारा गोदाम हमारा घर था।”
वह याद करती हैं कि जब सुबह 3.00 बजे उनकी बच्ची सोती थी, तब वे कैसे काम करते थे। बिजनेस का तीसरा साल था जब कंपनी 10 लोगों की एक टीम के साथ ऑफिस में शिफ्ट हुई। आज, AKS 52 लोगों की एक टीम है जो गुरुग्राम में पांच मंजिला व्यावसायिक इमारत पर काम कर रही है। यह अपने सहयोगियों के माध्यम से 250 दर्जी और श्रमिकों के साथ भी जुड़ी हुई है। और, सतपाल एक सह-संस्थापक के रूप में आखिरकार AKS में शामिल हो गए।
औरतों का, औरतों के लिए
महिलाओं को सशक्त बनाना AKS के मूल्यों का एक बड़ा हिस्सा है। महिला उद्यमी लगभग 50 प्रतिशत फर्मों को चलाती हैं जिसे AKS आउटसोर्स करता है। निधि कहती हैं, "मैं हमेशा रोजगार पैदा करना और समाज में योगदान करना चाहती थी।" AKS के 50 प्रतिशत से अधिक कर्मचारी और इसके लगभग 60 प्रतिशत सप्लायर महिलाएं हैं।
जहां एक व्यापक मान्यता है कि परिवार शुरू करने के बाद एक महिला का कैरियर ग्राफ स्थिर हो जाता है, निधि इसके विपरीत में विश्वास करती हैं।
वे कहती हैं,
"आपको काम करना चाहिए, क्योंकि आपके बच्चे भी ऐसी मां को डिजर्व करते हैं जिसकी वे तारीफ कर सकें।"
पिछले साल, निधि को भारतीय महिला सम्मेलन और महिला नेतृत्व द्वारा 'यंग वूमन आंत्रप्रेन्योर फॉर अपीयरल ब्रांड स्टार्ट अप' से सम्मानित किया गया था।
सफलता को परिभाषित करना
2014 में, AKS ने राजस्व में 1.60 करोड़ रुपये की कमाई की, जो अगले वर्ष 8.50 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। इसने अपना तीसरा साल 23 करोड़ रुपये और चौथा 48 करोड़ रुपये के साथ क्लोज किया। इस साल, निधि का दावा है कि AKS ने तीसरी तिमाही तक 75 करोड़ रुपये कमाए और सकल राजस्व में 100 करोड़ रुपये की वार्षिक रन रेट (ARR) है। 150 से 200 प्रतिशत की ग्रोथ से आगे बढ़ रहा है।
"जून 2017 में, फ्लिपकार्ट के स्वामित्व वाली Myntra ने अपने ब्रांड एक्सीलेटर प्रोग्राम के लिए AKS के साथ सहयोग किया, जो कि तकनीकी ज्ञान, विश्लेषण, और Myntra से ब्रांडिंग समर्थन के माध्यम से उभरते घरेलू ब्रांडों के विकास में तेजी लाने में मदद करना है।"
AKS की फ्रेंचाइजी शुरू करने और इसके निर्माण को इन-हाउस लाने की भी योजना है। अपनी ऑफलाइन पैठ बनाने के लिए, AKS ने नागालैंड में दो ऑफलाइन स्टोर पहले ही खोल दिए हैं और 2019 के मध्य तक पूरे भारत में कम से कम 10 स्टोर खोलने की योजना है। निधि अगले पांच वर्षों में देश के शीर्ष 10 अपीयरल ब्रांडों में अपनी कंपनी को देखने का सपना देख रही हैं। निधि के लिए सफलता बहुत व्यापक शब्द है।
वह कहती हैं,
“यह व्यावसायिक लक्ष्यों को पूरा करने या हाई ग्रोथ हासिल करने तक सीमित नहीं है। आंतरिक खुशी और संतुष्टि मेरे लिए सफलता की सबसे बड़ी सामग्री है।” बेशक, आप जानते हैं कि AKS उनकी लाइफ के साथ जुड़ा हुआ है। वह कहती है, "AKS मेरा दूसरा बच्चा है।"