एसबीआई की अंशुला कांत बनीं विश्व बैंक की एमडी और फाइनेंशियल चीफ
"भारतीय टैलेंट लगातार विश्व में अपनी योग्यता का लोहा मनवा रहे हैं, जिनमें वुमन की हिस्सेदारी भी बढ़ती जा रही है। इसी क्रम में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की मैनेजिंग डाइरेक्टर अंशुला कांत को वर्ल्ड बैंक का प्रबंध निदेशक और चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (सीएफओ) नियुक्त किया गया है।"
विश्व के बड़े संस्थानों में ऊंचे पदों पर लगातार भारतीयों की संख्या बढ़ती जा रही है। हमारे देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई (भारतीय स्टेट बैंक) की मैनेजिंग डायरेक्टर अंशुला कांत को वर्ल्ड बैंक का प्रबंध निदेशक और चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (सीएफओ) नियुक्त किया गया है। उन्होंने दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज फॉर वुमन से इकोनॉमिक ऑनर्स में ग्रेजुएशन और दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से अर्थशास्त्र में पोस्ट ग्रेजुएट किया है। पिछले साल सितंबर में उनको भारतीय स्टेट बैंक का प्रबंध निदेशक बनाया गया था।
अंशुला इससे पहले एसबीआई की उप प्रबंध निदेशक और सीएफओ रह चुकी हैं। अंशुला को देश की बैंकिंग सेवा में तकनीक के बेहतर इस्तेमाल और एसबीआई के फाइनेंशियल मैनेजमेंट को और बेहतर बनाने के लिए जाना जाता है। उनके पास वित्तीय और बैंकिंग सेक्टर में लगभग साढ़े तीन दशक का लंबा अनुभव है। एक चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर के रूप में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में उनका उल्लेखनीय योगदान रहा है।
एक्सपर्ट्स का कहना हैं कि जॉब की दृष्टि से भी हाल के वर्षों में विश्व परिदृश्य तेजी से बदला है। विदेशों में तमाम ऊंचे पदों पर भारतीय नेतृत्व दे रहे हैं। इस समय दुनिया भर के कॉर्पोरेट्स में भारतीय टेलेंट का जलवा है। चोटी की कंपनियों में भारतीय टॉप पोजीशन हासिल कर रहे हैं। भारतीय टेलेंट दुनिया भर को प्रभावित और आकर्षित कर रहा है। भारतीय कर्मचारी महत्वपूर्व भूमिकाएं सक्षमतापूर्वक निभाने में माहिर हैं, जो उनकी ताकत है।
विदेशों में पिछले एक साल के भीतर लगभग एक दर्जन शीर्ष पदों पर भारतीयों को नियुक्तियां मिली हैं। फिलिप्स लाइटिंग में हर्ष चिताले को बिजनेस-टु-बिजनेस के दक्षिण एशिया के हेड बने हैं। जापान की प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक कंपनी पैनासॉनिक में एक मात्र भारतीय मनीष शर्मा वाइस प्रेजिडेंट हैं। इसी तरह म्यांमार में कोका कोला पिन्या बेवरेजेज के सीईओ गौरव चतुर्वेदी, चीन की मोबाइल कंपनी शिओमी के इंटरनेशनल वाइस प्रेजिडेंट मनु कुमार जैन, आईबीएम जीबीएस (ग्लोबल बिजनेस सर्विसेज) के सीओओ अमित शर्मा, एरिक्सन में समीन खन्ना नेतृत्व दे रहे हैं। अब ट्रैंड बदल रहा है। कंपनियां टैलेंट को महत्व दे रही हैं और उसी आधार पर पैकेज भी तय हो रहे हैं।
अंशुला कांत का स्वागत करते हुए वर्ल्ड बैंक के प्रेसिडेंट डेविड मालपास कहते हैं कि उनके साथ काम करने के लिए वह और उनकी टीम तैयार हैं। हम सभी उन्हें बेहतर आउटपुट प्राप्त करने में मदद करेंगे। वह रिस्क मैनेजमेंट और फाइनेंशियल रिपोर्टिंग के मामले में वर्ल्ड बैंक सीईओ के साथ मिलकर काम करेंगी। उन्हे इस बात की बेहद खुशी है कि अंशुला कांत के रूप में विश्व की सर्वोच्च बैंकिंग संस्था को एक ऐसी शख्सियत मिल रही है, जिसका फायदा न केवल बैंक को होगा बल्कि दुनिया के दूसरे देशों को भी।
अंशुला को विश्व बैंक में रिस्क, ट्रेजरी, फंडिंग जैसे ऑपरेशन संभालना होगा। वैसे भी वह बैंकिंग सेक्टर में लीडरशिप की चुनौतियों का सामना करने में निपुण और काफी अनुभव संपन्न हैं। एक सच ये भी है कि अब दुनिया के किसी भी सेक्टर में भारतीय सीईओ नहीं, टॉप टैलेंट को ऊंचे ओहदे और सबसे ज्यादा वेतन दिया जा रहा है। टिम कूक ऐपल में सबसे ज्यादा वेतन पाने वाले सीईओ नहीं थे, बल्कि कंपनी ने बाहर से लाई गईं प्रतिभाओं को सबसे अधिक भुगतान किया था। भारत में सिटीग्रुप के इनवेस्टमेंट बैंकिंग हेड रवि कपूर को फर्म के भारतीय मैनेजिंग डायरेक्टर परमित झवेरी से ज्यादा वेतन दिया जाता है।