देश में नामचीन लोगों के नाम पर हैं कितने एयरपोर्ट व टर्मिनल? RTI में खुलासा
चंडीगढ़ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम गत 28 सितंबर को बदलकर शहीद भगत सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा कर दिया गया.
क्या आपको पता है कि भारत में कितने एयरपोर्ट व टर्मिनल्स ऐसे हैं, जिनका नाम नामी-गिरामी लोगों के नाम पर रखा गया है. नहीं, तो अब जान लीजिए क्योंकि RTI क्वेरी से इसका खुलासा हो गया है. सूचना का अधिकार (RTI) के तहत दायर किए गए आवेदन से मिली जानकारी के मुताबिक, देश भर में अब तक कुल 24 हवाई अड्डों और 5 टर्मिनल्स के नाम प्रतिष्ठित व्यक्तियों के नाम पर रखे गए हैं. यानी कुल मिलाकर 29.
न्यूज एजेंसी PTI-भाषा के पास इस बारे में पूरी सूची उपलब्ध है. इस सूची में हालांकि चंडीगढ़ हवाई अड्डे का ब्यौरा शामिल नहीं है, जिसका नाम हाल ही में बदला गया है. चंडीगढ़ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम गत 28 सितंबर को बदलकर शहीद भगत सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा कर दिया गया. यह नामकरण महान क्रांतिकारी भगत सिंह की 115वीं जयंती से एक दिन पहले हुआ.
पूर्व प्रधानमंत्रियों के नाम पर कितने एयरपोर्ट
सूची के अनुसार 4 हवाई अड्डों के नाम पूर्व प्रधानमंत्रियों के नाम पर रखे गए हैं. इनमें राष्ट्रीय राजधानी स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, तेलंगाना के हैदराबाद में राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, वाराणसी में लाल बहादुर शास्त्री हवाई अड्डा और लखनऊ में चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डा शामिल हैं. ओडिशा के भुवनेश्वर में बीजू पटनायक हवाई अड्डे सहित विभिन्न हवाई अड्डों का नामकरण पूर्व मुख्यमंत्रियों के नाम पर भी हुआ है. सूची में कांगड़ा हवाई अड्डा, गग्गल और कुल्लू-मनाली हवाई अड्डा, भुंतर भी शामिल हैं. दोनों हिमाचल प्रदेश में हैं. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं था कि इन दो हवाई अड्डों का नाम किन प्रतिष्ठित व्यक्तियों के नाम पर रखा गया है.
हवाई टर्मिनल्स के नाम
इसके अलावा 5 हवाई अड्डा टर्मिनलों के भी नाम मशहूर हस्तियों के नाम पर रखे गए हैं. इनमें चेन्नई स्थित अन्ना अंतराष्ट्रीय टर्मिनल एवं कामराज घरेलू टर्मिनल और हैदराबाद स्थित दो एन टी रामा राव टर्मिनल शामिल हैं. इस समय देश में 131 हवाईअड्डे परिचालन में हैं, जिनमें 29 अंतरराष्ट्रीय और 92 घरेलू हवाई अड्डे हैं. 10 कस्टम एयरपोर्ट भी हैं. इसके अलावा 8 हेलीपोर्ट्स और 2 वाटरड्रोम्स भी मौजूद हैं. देश के नागरिक उड्डयन क्षेत्र की अच्छी विकास क्षमता के साथ, सरकार का लक्ष्य 2030 तक देश में हवाई अड्डों की कुल संख्या 220 तक पहुंचाना है.
नामकरण के लिए एक डिटेल्ड प्रॉसेस की जाती है फॉलो
हवाई अड्डों के नामकरण के लिए एक विस्तृत प्रक्रिया का पालन किया जाता है, और अंतिम मंजूरी केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा दी जाती है. आमतौर पर एयरपोर्ट उस शहर के नाम से जाने जाते हैं, जिस शहर में वे होते हैं. कुछ मामलों में संबंधित राज्य सरकार किसी एयरपोर्ट विशेष के लिए एक विशेष नाम का प्रस्ताव रखती है, जिसे राज्य की विधानसभा में पारित रिजॉल्यूशन द्वारा समर्थन मिला होता है. इसके बाद इस प्रस्ताव को अंतिम मंजूरी के लिए केन्द्रीय मंत्रिमंडल के पास भेज दिया जाता है.
Edited by Ritika Singh