बेकार टायरों से कुत्तों के लिए बनाया बेड, सर्दी के मौसम में मिल रही है बेजुबानों को राहत
भीषण सर्दी के माहौल में नेबरहुड वूफ़ संस्था आवारा कुत्तों के लिए आसरा मुहैया कराने की पहल कर रही है। संस्था ने इसके लिए कारों के पुराने टायरों का इस्तेमाल किया है। इन टायरों का इस्तेमाल कर संस्था ने बेसहारा कुत्तों के लिए आरामदायक बेड बनाया है, जो सर्दियों में इन बेजुबानों को काफी राहत दे रहा है।
इस भीषण सर्दी के माहौल में जहां आदमी लेकर जानवर सभी परेशान है, ऐसे में इस समय जिनके पास आसरा है वे तो खुद को इस कड़ाके की ठंड से बचा लेने में समर्थ हैं, बाकी बामुश्किल ही अपने को इस कड़ाके की ठंड में गरम रख पा रहे हैं।
इंसानों के साथ बेजुबान जानवर भी इस समय परेशान घूम रहे हैं, कहीं सड़क किनारे दुबके हुए, तो कहीं पेड़ों तले बैठकर खुद से लिपटे हुए ये जानवर ठंड की लड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
इन सब के बीच नेबरहुड वूफ़ नाम की यह संस्था पिछले 6 सालों से बेसहारा कुत्तों के लिए भीषण सर्दी में सहारा उपलब्ध करा रही है। संस्था ने जानवरों के लिए बेकार हो चुके टायरों से एक तरह का बेड बनाया है, जिसमें ये कुत्ते आसानी से रह सकते हैं।
संस्था को ये बेकार हो चुके टायर योकोहामा इंडिया की तरफ से उपलब्ध कराये गए हैं। संस्था ने अपने फेसबुक पेज पर भी इसके बारे में जानकारी शेयर की है।
उन्होने लिखा है कि,
“पिछले 6 सालों से हर सर्दी में हम अपने कुत्तों के लिए आरामदायक व्यवस्था करने के लिए संगहर्ष कर रहे हैं। हमें कुछ ऐसी चीज़ कि आवश्यकता थी, जिसे धोया जा सके, जो कीटाणु रहित हो और दोबारा उपयोग में लाई जा सके। और कुछ ऐसा भी जिसे खरीदने के लिए न जाना पड़े। हम जितना कब बर्बाद करेंगे उतना बेहतर होगा।”
वे आगे लिखते हैं,
“हम योकोहामा को धन्यवाद देते हैं, आखिरकार हमारा सपना पूरा हुआ। आश्चर्यजनक ये है कि वे अपने बिस्तर को पहचानते हैं, नुकसान सिर्फ ये है कि अब वे गले लगने के लिए जल्दी से नहीं उठते हैं, क्योंकि उनके बिस्तर आरामदायक हैं।"
इस बार सर्दी ने पिछले कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। उत्तर भारत में सर्दी के मौसम ने लोगों का जीना बेहाल कर रखा है। हाल के दिनों में सर्दी के दौरान हुई बारिश ने हालात को और भी खराब कर दिया है।