अपनी शादी की पूर्व संध्या पर शिक्षक ने लगाया रक्तदान शिविर और बांटी किताबें
पड़ोसी और रिश्तेदारों सहित कम से कम 32 लोगों ने शिविर में रक्तदान किया। ये शिविर नूरजहाँ के पिता ने बंगाल में नादिया जिले के धुबुलिया क्षेत्र में अपने निवास के बाहर स्थापित किए थे।
बिना किसी दावत या भव्य समारोह के एक स्कूल शिक्षक नूरजहाँ खातून ने बंगाल के नादिया जिले में अपनी शादी की पूर्व संध्या रक्तदान शिविर का आयोजन करके और स्थानीय छात्रों के बीच किताबें वितरित करके मनाई।
पूर्व मेदिनीपुर के एक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में 28 वर्षीय इस दर्शन शिक्षक ने अपने पिता से पौधे खरीदने के लिए कहा था, जिसे उन्होंने मंगलवार को अपनी शादी के बाद मेहमानों को सौंप दिया।
पड़ोसियों और रिश्तेदारों सहित कम से कम 32 लोगों ने शिविर में रक्तदान किया, जो उनके पिता ने नादिया जिले के धुबुलिया इलाके में अपने निवास के बाहर स्थापित किए थे।
उन्होने कहा,
"मैंने सुना था कि कोविड-19 संकट के बीच ब्लड बैंक सूख रहे थे। चिकित्सा आपात के दौरान लोगों की मदद करने का मेरा यह छोटा सा प्रयास था।"
खातून जो मुर्शिदाबाद निवासी ओबिदुर रहमान के साथ एक स्कूल शिक्षक भी हैं, उन्होने कहा,
"किताब वितरण कार्यक्रम मेरी ओर से उन बच्चों के प्रयासों की सराहना थी, जिन्होंने अपनी बोर्ड परीक्षा में अच्छा किया है।"
उनके पिता रुस्तम अली शेख ने कहा कि पड़ोसी और रिश्तेदार इस काम से से खुश थे।
शेख ने कहा,
"जब मेरी बेटी चाहती थी कि मैं उसकी शादी के लिए रक्तदान शिविर की व्यवस्था करूं, तो मैं इस इच्छा से जुड़ा था। मैंने शादी के बाद वितरण के लिए पौधे भी खरीदे थे।"
कृष्णानगर ब्लॉक -2 के बीडीओ अरबिंद बिस्वास ने खातून की जमकर तारीफ की। सोमवार को पुस्तक वितरण कार्यक्रम के दौरान विश्वास उपस्थित थे।
इससे पहले, इसी तरह का नज़ारा महाराष्ट्र में दिखा था, जहां एक दंपति ने ऑक्सीजन सिलेंडर दान किया था। एरिक एंटोन लोबो और उनकी पत्नी मर्लिन ने 20 जून को सतपाला गांव में ग्रामीण COVID-19 देखभाल केंद्र में 50 अस्पताल के बेड और ऑक्सीजन सिलेंडर दान करके अपनी शादी को अलग तरीके से मनाया।
केवल 22 मेहमानों ने शादी में भाग लिया था और सभी ने मास्क पहन रखे थे और शादी में सामाजिक दूरी बनाए रखी थी।