Brands
Discover
Events
Newsletter
More

Follow Us

twitterfacebookinstagramyoutube
Youtstory

Brands

Resources

Stories

General

In-Depth

Announcement

Reports

News

Funding

Startup Sectors

Women in tech

Sportstech

Agritech

E-Commerce

Education

Lifestyle

Entertainment

Art & Culture

Travel & Leisure

Curtain Raiser

Wine and Food

YSTV

ADVERTISEMENT
Advertise with us

पिता-पुत्र का यह लॉजिस्टिक्स स्टार्टअप करता है रेडियस फ्री डिलीवरी

पिता-पुत्र का यह लॉजिस्टिक्स स्टार्टअप करता है रेडियस फ्री डिलीवरी

Friday June 05, 2020 , 8 min Read

पारंपरिक कूरियर कंपनियां विश्वसनीय थीं, लेकिन ऑन-डिमांड और तत्काल सेवा उपलब्ध नहीं करा पा रही थीं और अधिकांश ऑन-डिमांड डिलीवरी कंपनियां आठ किलोमीटर तक के दायरे में काम करती हैं।

रत्नेश वर्मा, पिज के संस्थापक

रत्नेश वर्मा, पिज के संस्थापक



हयात होटल्स कॉरपोरेशन के पूर्व वरिष्ठ उपाध्यक्ष रत्नेश वर्मा को पैकेज भेजने और प्राप्त करने की कोशिश में साल 2018 में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।


पारंपरिक कूरियर कंपनियां विश्वसनीय थीं, लेकिन ऑन-डिमांड और तत्काल सेवा उपलब्ध नहीं करा पा रही थीं और अधिकांश ऑन-डिमांड डिलीवरी कंपनियां आठ किलोमीटर तक के दायरे में काम करती हैं। इसके अतिरिक्त जबकि गिग अर्थव्यवस्था ने लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा किए हैं, इसमें कर्मचारी कल्याण के लिए कोई विकल्प नहीं था।


रत्नेश ने अप्रैल 2019 में एक लॉजिस्टिक स्टार्टअप पर काम करना शुरू कर दिया। जून 2019 तक उन्होंने कम-तकनीकी आधार पर सर्विस मॉडल का परीक्षण शुरू कर दिया और कई पुनरावृत्तियों के बाद उनका स्टार्टअप पिज आखिर सितंबर 2019 में लाइव हो गया।


पीज वर्तमान में दिल्ली-एनसीआर के पांच शहरों, दिल्ली, नोएडा, फरीदाबाद, गुरुग्राम और गाजियाबाद में संचालित है, जो ऑन-डिमांड स्थानीय डिलीवरी और कूरियर दोनों जरूरतों को पूरा करता है।


रत्नेश कहते हैं, "पिज की यूएसपी रेडियस-फ्री डिलीवरी प्रदान करना है। बड़े भौगोलिक क्षेत्र के साथ दिल्ली-एनसीआर लॉन्च के लिए एकदम सही था।”

पिता-पुत्र की जोड़ी

स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र रत्नेश ने हयात होटल्स के साथ काम करते हुए 25 साल बिताए हैं। उनकी अंतिम भूमिका में एशिया-प्रशांत और दक्षिण-पश्चिम एशिया क्षेत्र में हयात के विकास को शामिल करना और 50 देशों को कवर करना शामिल था। वह 2015 में प्रीमियर इन और कोस्टा कॉफी ब्रांडों की मूल कंपनी व्हिटब्रेड में शामिल हुए, इस दौरान वे प्रेसीडेंट और प्रबंध निदेशक थे।


2018 की शुरुआत में जब रत्नेश ने लॉजिस्टिक्स उद्योग में समस्याओं की पहचान की और अपने दिमाग में विचार विकसित करना शुरू किया, वह बताते हैं "यह मेरी पत्नी और दो बेटों सहित मेरे परिवार द्वारा सराहा नहीं जा रहा था, हालाँकि उनके बड़े बेटे रुशिल मोहन, जो उस समय नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी से एमएस कर रहे थे, उनकी इसमें दिलचस्पी थी।

रुशिल लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के पूर्व छात्र हैं और उनका दृष्टिकोण डेटा-केंद्रित था। रत्नेश याद करते हैं, "मैं उनके साथ इस विचार पर चर्चा करने में घंटों बिताता था और वे माध्यमिक शोध के साथ चर्चा के बिंदुओं को जल्दी से मान्य करते थे और सार्थक जानकारी देते थे।"




इन चर्चाओं ने उन दोनों को एक साथ काम करने के विचार के लिए प्रेरित किया और दिसंबर 2018 में अपने मास्टर्स को पूरा करने के बाद रुशिल सह-संस्थापक के रूप में उद्यम में शामिल हो गए।


कंपनी का नाम तय करने के लिए कई मंथन सत्र आयोजित किए गए। यह रविवार की सुबह थी जब रत्नेश, रशिल और उसकी माँ कॉफी पी रहे थे कि उन्होने एक कबूतर को देखा और कंपनी का नामकरण करने के बारे में कहा, ‘पिजन’।


पिज की टीम

पिज की टीम



रत्नेश कहते हैं, “रुशिल पिजन के एक छोटा संस्करण पिज के साथ आए और यह उनके सिर में अटक गया। यह नाम कबूतरों से प्रेरणा लेता है, जो प्राचीन काल के दौरान संदेशों के मूल वाहक माने जाते हैं।"


आज, पिज में लगभग 100 कर्मचारियों की एक टीम है जिसमें 50 से अधिक रोल-ऑन डिलीवरी अधिकारी शामिल हैं।

सेवाएँ

लॉजिस्टिक स्टार्टअप दो प्रमुख सेवाएं प्रदान करता है,- तत्काल डिलीवरी की जरूरतों के लिए ऐप-आधारित सेवा और एकल पिक-अप बिंदु से कई डिलीवरी की सुविधा के लिए वेब-आधारित सेवाएं।


एंड्रॉइड और आईओएस दोनों उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध ऐप, ग्राहकों को किसी भी आइटम के लिए पिकअप का विकल्प देता है। इसमें लैपटॉप से मिठाई के बॉक्स तक सभी ऑर्डर प्लेसमेंट के 60 मिनट के भीतर डिलीवर किए जाते हैं। इस सेवा का उपयोग बेकरी जैसे व्यवसायों द्वारा भी किया जाता है। यह सेवा न्यूनतम गारंटी या ऑर्डर आकार के साथ आती है। इसके अलावा ऐप व्यवसायों को साझा वालेट बनाने, चालान प्राप्त करने और उपयोगकर्ता नियमों को फ़्रेम करने की अनुमति देता है।





वेब-आधारित सेवा कई डिलीवरी मॉडल पर आधारित होती है, जहां पिकअप बिंदु तय होता है, लेकिन डिलीवरी को कई स्थानों पर करना पड़ता है। रत्नेश बताते हैं, "यह व्यवसायों और ईकॉमर्स खिलाड़ियों के लिए अनिवार्य रूप से प्रासंगिक है, जिन्हें अपने उत्पादों को एक निश्चित स्थान या गोदाम से उठाना पड़ता है और उन्हें अपने ग्राहकों तक पहुंचाना होता है।"


इस सेवा के लिए पिज ने एक पैकेज-आधारित मूल्य निर्धारण प्रणाली विकसित की है। लागत पैकेज के आकार और वितरित किए जाने वाले पैकेजों की संख्या पर आधारित होती है। यह सेवा व्यक्तियों को सामयिक आवश्यकताओं की देखभाल के लिए भी उपलब्ध है जैसे कि शादी के निमंत्रण भेजना आदि।


रत्नेश कहते हैं, “यही कारण है कि पिज का व्यावसायिक उत्पाद एक जैसे व्यक्तियों और व्यवसायों के लिए इतना अनुकूल है क्योंकि इसमें तकनीकी एकीकरण के विभिन्न स्तर शामिल हैं। कोई व्यक्ति व्हाट्सएप पर या एक्सेल शीट के माध्यम से अपने डेटा को साझा करना चाहता है या सीधे एपीआई और प्रत्यक्ष एकीकरण के माध्यम से जानकारी पारित करना चाहता है, यह आसानी से पिज द्वारा हासिल किया जा सकता है।”

बिन्दुओं की समझना

पिज़ भारतीय लॉजिस्टिक्स उद्योग में मौजूदा समस्याओं को हल करता है। यह ऑन-डिमांड पिकअप और तत्काल डिलीवरी को सक्षम करता है। यह हर दिन सुबह 7 से 11 बजे के बीच होता है और इसमें क्षेत्र की बाध्यता नहीं है। यह ऑन-रोल डिलीवरी एक्सिकिटिव, लाइव ट्रैकिंग और नो-सर्ज प्राइसिंग के द्वारा सुरक्षा और विश्वसनीयता सुनिश्चित करता है। इसके अतिरिक्त यह प्रश्नों और चिंताओं के लिए लाइव ग्राहक सहायता प्रदान करता है।


यह तीन स्तरीय मालिकाना सुरक्षा प्रणाली प्रदान करता है:

  1. डिजिटल स्तर, जहां इसका दोहरा ओटीपी (वन-टाइम पासवर्ड) और यूनिक पैकेज बारकोड सुनिश्चित करता है कि सही पैकेज सही व्यक्ति तक पहुंचे।
  2. टैम्पर प्रूफ बैग पारगमन में वस्तुओं की गोपनीयता और सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं।
  3. विश्वसनीय पूर्णकालिक और ऑन-रोल कर्मचारियों को साथ लेते हुए प्रत्येक वितरण कार्यकारी को व्यापक पृष्ठभूमि की जाँच के साथ कठोर चयन मानदंडों को पूरा करने के बाद काम पर रखा जाता है। यह पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम भी प्रदान करता है। जमीन पर अधिकारियों द्वारा गुणवत्ता आश्वासन के लिए लगातार निगरानी की जाती है।


रत्नेश बताते हैं, “हम अपने वितरण एक्सिकिटिव के लिए जीवन बीमा और उनके परिवारों के लिए चिकित्सा बीमा भी प्रदान करते हैं। यह उनके अंदर आत्मविश्वास की भावना पैदा करता है, जो वे अपने ग्राहकों को देते हैं।”


पिज के डिलीवरी एक्सिकिटिव

पिज के डिलीवरी एक्सिकिटिव




कोरोनोवायरस महामारी की शुरुआत के बाद से पिज ने विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार उपाय पेश किए हैं। इसके सभी राइडर्स को मास्क, दस्ताने और सैनिटाइज़र दिए गए हैं। पिज ने कॉन्टैक्टलेस डिलीवरी भी शुरू की है।


रत्नेश कहते हैं, ''हम अपने एक बिजनेस पार्टनर को मुफ्त लॉजिस्टिक्स सेवाएं दे रहे हैं, जो जरूरतमंदों के लिए रोजाना 300 पेटी खाना भेज रहे हैं।''

नंबर गेम

शुरुआत से ही पिज को बूटस्ट्रैप किया गया है, जिसकी शुरुआती पूंजी 3 मिलियन डॉलर है। इसका राजस्व मॉडल प्रति ऑर्डर लेनदेन पर आधारित है। यह पहले कुछ किलोमीटर के लिए न्यूनतम शुल्क और उसके बाद प्रति किलोमीटर एक निश्चित शुल्क लेता है। पिछले छह महीनों में इसकी मिश्रित राजस्व वृद्धि महीने-दर-महीने 110 प्रतिशत से अधिक रही है।


पीज ने अपने पहले 1,000 ग्राहकों स्वतः प्रचार के जरिये हासिल किया है। पिछले छह महीनों में इसके 35,000 उपयोगकर्ता हैं और इसने 50 प्रतिशत से अधिक की ग्राहक दोहराने की दर दर्ज की है।


वर्तमान में पिज स्वच्छता और सैनिटरी स्पेस, मांस वितरण कंपनियों, पालतू पशु खाद्य ब्रांडों और क्लाउड रसोई और बेकरी में ब्रांडों को अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है। इसके कुछ ग्राहक ताज, जैपरफ्रेश, बॉम्बेकेरी, फूडटॉक इंडिया, पेट सूत्र, और मसाला मोंक हैं।


जब से पिज ने अपना ऐप लॉन्च किया है, तब से लगभग 26 हफ्तों तक लगातार हर सप्ताह की वृद्धि देखी गई है।

आगे का रास्ता

2017 में लॉजिस्टिक्स सेक्टर ने इन्फ्रास्ट्रक्चर का दर्जा हासिल किया, जब इसके बाजार का आकार 160 बिलियन डॉलर था। IBEF के अनुसार भारतीय लॉजिस्टिक मार्केट के 2020 तक 215 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। गुरुग्राम स्थित डेल्हीवेरी ने सॉफ्टबैंक से धन जुटाने के बाद मार्च 2019 में यूनिकॉर्न का दर्जा प्राप्त किया है।


लेट्सट्रांसपोर्ट के अलावा ब्लोहोर्न, लालामोव, बी2बी प्लेयर ब्लैकबक भी लॉजिस्टिक क्षेत्र में पैठ बना रहे हैं। ऑन-डिमांड डिलीवरी साइड पर, पिज हाइपरलोकल डिलीवरी ऐप डंजों के साथ प्रतिस्पर्धा करता है। वास्तव में हाल ही में स्विगी जिनी भी नागरिकों को उनके इलाके में एक दूसरे को पैकेज भेजने में मदद कर रही है।


रत्नेश कहते हैं, ‘आगे बढ़ते हुए पिज ने विकास पर ध्यान केंद्रित करने की योजना बनाई है, इसमें नए ग्राहकों को प्राप्त करना, कई भौगोलिक क्षेत्रों में सेवाएं शुरू करना और नए उत्पादों को लॉन्च करना शामिल है। जब हम विकास के लक्ष्यों को पूरा करने की आवश्यकता होगी तो हम अतिरिक्त पूंजी जुटाएंगे।'