अभी भारत में 5जी फोन खरीदना फायदेमंद है या नहीं, इधर जानें
भारत में 5जी नेटवर्क को लेकर हर तरफ चर्चा है, लेकिन क्या वर्तमान में 5जी फोन खरीदना यूजर के लिए फायदेमंद है?
![मोबाइल कंपनियाँ भारतीय बाज़ार में अपने 5जी फोन उतार रही हैं।](https://images.yourstory.com/cs/12/511c01b01fd011ea8217c582b4ed63bb/5G21561557498788-1583213144533.png?fm=png&auto=format)
कई मोबाइल कंपनियाँ भारतीय बाज़ार में अपने 5जी फोन उतार रही हैं।
बीते एक दशक से भारत में मोबाइल नेटवर्क लगातार बेहतर होता रहा है। ब्रॉडबैंड से लेकर 2जी नेटवर्क, फिर 3जी और अब देश भर में 4जी नेटवर्क उपलब्ध है। 4जी नेटवर्क को लेकर यह दावा मोबाइल कंपनियों द्वारा लगातार किया जाता है। भारत में मोबाइल रेवोल्यूशन के दौरान मोबाइल डाटा और वॉयस कॉल की कीमतों में भी बड़ा बदलाव देखने को मिला है, हालांकि अब देश 5जी की दिशा में आगे बढ़ रहा है, लेकिन देश में 5जी नेटवर्क की उपलब्धता कितनी दूर है, यह अभी आम ग्राहकों के लिए बड़ा सवाल है।
देश में 5जी नेटवर्क को लेकर परीक्षण की बात चल रही है और कुछ कंपनियों ने देश में अपने मोबाइल फोन के 5जी वैरिएंट भी उतार दिये हैं, लेकिन सवाल यह है कि क्या अभी लोगों के लिए 5जी फोन की खरीददारी एक समझदारी भरा फैसला होगा या उन्हे अभी इसके लिए इंतज़ार करना चाहिए?
4जी का क्या हाल है?
देश पिछले कुछ सालों में मोबाइल नेटवर्क के मामले में एक बड़े बदलाव से गुज़रा है, लेकिन क्या इससे देश भर में मोबाइल नेटवर्क बेहतर हो गया है, ऐसा कह पाना थोड़ा मुश्किल है। भारत में साल 2012 में एयरटेल ने 4जी सेवा की शुरुआत की थी, लेकिन मोबाइल नेटवर्क के क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव तब आया जब रिलायंस जियो ने अपने सस्ते 4जी प्लान के साथ बाज़ार में कदम रखा। जियो के इस कदम के बाद मोबाइल डाटा की कीमतें कई गुना की कम हुईं।
4जी नेटवर्क की स्पीड को लेकर मोबाइल नेटवर्क कंपनियों द्वारा जो भी दावे किए वो डाटा आदर्श स्थिति में जुटाया गया होता है और यही वजह है कि आज भी देश के कई हिस्सों से लोग खराब 4जी नेटवर्क को लेकर ट्विटर जैसे माध्यमों पर ट्राई (TRAI) से शिकायत करते हुए दिख जाते हैं।
5जी फोन की स्थिति क्या है?
कई बड़ी मोबाइल कंपनियों ने अपने 5जी आधारित फोन भारतीय बाज़ार में पेश करने की बात कही है। इन मोबाइल निर्माता कंपनियों में सैमसंग, श्याओमी, ओप्पो और रियलमी जैसी कंपनियों के नाम शामिल हैं। इन कंपनियों के फोन पूरी तरह 5जी नेटवर्क को सपोर्ट करते हैं, लेकिन इन 5जी स्मार्टफोन की कीमत शायद आपको एक बार सोचने पर मजबूर कर देगी।
इन कंपनियों द्वारा बाज़ार में उतारे गए 5जी आधारित फोन की कीमत 4जी फोन की तुलना में काफी अधिक है, ऐसे में 5जी फोन खरीदने के लिए ग्राहक को अपनी जेब थोड़ी अधिक ढीली करनी पड़ेगी।
ये सही समय है?
भारत की टेलीकॉम कंपनियों ने अभी 5जी के ट्रायल भी शुरू नहीं किए हैं। भारत में टेलीकॉम इंडस्ट्री अभी अपने कठिन समय से गुज़र रही है, ऐसे में महंगे 5जी स्पेक्ट्रम खरीदना उनके लिए और अधिक मुश्किल साबित हो रहा है। मोबाइल नेटवर्क कंपनियों के अनुसार शुरुआती सालों में 5जी उनके लिए मुनाफे का सौदा नहीं होगा। हाल ही में प्रकाशित हुई सिस्को की एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2023 तक भारत में सिर्फ 5 प्रतिशत मोबाइल यूजर ही 5जी का इस्तेमाल कर रहे होंगे।
5जी को आधुनिक तकनीक जैसे 'इंटरनेट ऑफ थिंग्स' के लिए अधिक उपयोगी माना जा रहा है, हालांकि भारत जैसे देश में इस तरह की आधुनिक तकनीक का विस्तृत विस्तार होना अभी बाकी है। गौरतलब है कि जब आपने अपने 2जी या 3जी नेटवर्क को 4जी से अपग्रेड किया तो आपको बेहतर स्पीड और नेटवर्क कवरेज मिला, लेकिन क्या 4जी से 5जी की ओर बढ़ने पर नेटवर्क और कई गुना बेहतर हो जाएगा? ये कहना थोड़ा मुश्किल है।
5जी फोन खरीदें या नहीं?
भारत में 5जी नेटवर्क के विकास और संभावनाओं को देखते हुए अभी आप 5जी फोन खरीदने के लिए इंतज़ार कर सकते हैं। भारत में 4जी नेटवर्क उपलब्ध कराने वाले सर्विस प्रोवाइडर औसतन बेहतर स्पीड का दावा कर रहे हैं, जो देश के कई हिस्सों के लिए वास्तविकता भी है, हालांकि अन्य जगहों पर भी स्पीड औसतन बेहतर है। भारत 5जी की दिशा में कदम तो बढ़ा रहा है, लेकिन अभी उसमें तेज़ी नज़र नहीं आ रही है।
5जी सेवाओं के लिए कंपनियों की पहल में भी उतनी सक्रियता दिखाई नहीं दे रही है, जो 4जी लाने के समय दिखाई दी थी। 5जी फोन की बात करें तो अभी जिन कंपनियों ने भारत में अपने 5जी आधारित फोन उतारे भी हैं उनकी कीमतें काफी अधिक हैं, ऐसे में 5जी नेटवर्क की अनुपलब्धता के समय में आप महंगे 5जी फोन को नहीं खरीदना चाहेंगे। देश में उपलब्ध 4जी फोन की रेंज काफी विशाल है, ऐसे में आप अगले 2-3 सालों की अवधि को देखते हुए उनका चुनाव कर सकते हैं।