BCCI के साथ ICC और FIFA की भी स्पॉन्सरशिप छोड़ेगी BYJU’s, ब्रांडिंग खर्च में भारी कटौती की तैयारी
इस कदम से कंपनी को लाखों डॉलर की बचत होगी, क्योंकि इसने फीफा स्पॉन्सरशिप पर लगभग 30-40 मिलियन (2.48 अरब रुपये से 3.31 अरब रुपये) और बीसीसीआई स्पॉन्सरशिप पर कथित तौर पर 4.5 अरब रुपये खर्च किए हैं.
भारी घाटे में चल रही देश की दिग्गज एजुकेशन-टेक्नोलॉजी (एडटेक) प्लेटफॉर्म
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के साथ ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (ICC) और फेडरेशन इंटरनेशन डी फुटबॉल एसोसिएशन (FIFA) के साथ अपनी ब्रांडिंग पार्टनरशिप्स को रिन्यू नहीं करेगा. इसका कारण है कि कंपनी ने मार्च, 2023 तक प्रॉफिटेबल बनने का लक्ष्य रखेगा. BYJU'S ने फाउंडर और सीईओ बायजू रविंद्रन ने यह बात दावोस में हो रहे विश्व आर्थिक मंच (WEF) में कही है.इस कदम से कंपनी को लाखों डॉलर की बचत होगी, क्योंकि इसने फीफा स्पॉन्सरशिप पर लगभग 30-40 मिलियन (2.48 अरब रुपये से 3.31 अरब रुपये) और बीसीसीआई स्पॉन्सरशिप पर कथित तौर पर 4.5 अरब रुपये खर्च किए हैं.
रविंद्रन ने मनीकंट्रोल से कहा कि अगले कुछ महीनों में आप जो सबसे बड़ा बदलाव देखेंगे वह ब्रांडिंग में कमी करने को लेकर होगा. इसका कारण है कि हमें किसी खास सेगमेंट या कंपनी के लिए जो ब्रांडिंग चाहिए थी, वह अब हम हासिल कर चुके हैं. इसलिए आप हमें कुछ ब्रांडिंग कॉन्ट्रैक्ट्स से निकलते हुए देखेंगे.
उन्होंने आगे कहा कि हम कुछ पार्टनरशिप्स को रिन्यू नहीं करेंगे. हमारे पास बीसीसीआई, आईसीसी और फीफा के साथ कई साझेदारियां हैं और इन ब्रांडिंग इनिशिएटिव को रिन्यू न करके, वहां आप बहुत सुधार देखेंगे.
छंटनी और घाटे के बावजूद विज्ञापन पर भारी खर्च
बायजू को वित्तीय वर्ष 2020-21 (FY21) में 4,588 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था, जो उससे पिछले साल की तुलना में 19 गुना अधिक है. फर्म ने FY21 में राजस्व में 4 फीसदी की ग्रोथ दर्ज कर 2,428 करोड़ रुपये कमाए थे. इसके बाद पिछले साल BYJU’s ने घोषणा की थी कि वह 'ऑप्टिमाइज़ेशन' ड्राइव के हिस्से के रूप में लगभग 2,500 कर्मचारियों, या अपने कर्मचारियों के 5 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी करेगी.
हालांकि, दूसरी तरफ कंपनी देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर में अपने विज्ञापनों पर भारी खर्च करने पर लगी थी. बीसीसीआई, आईसीसी और फीफा जैसी सबसे महंगे आयोजनों की स्पॉन्सरशिप करने के लिए कंपनी ने अरबों डॉलर रुपये बहा दिए. इन आयोजनों की स्पॉन्सरशिप दुनिया की दिग्गज कंपनी लगी रहती हैं.
कंपनी का विज्ञापन और प्रमोशनल खर्च फाइनेंशियल ईयर 2021 में 899 करोड़ की तुलना में 150 फीसदी बढ़कर 2251 करोड़ रुपया हो गया है.
FIFA स्पॉन्सरशिप
मार्च, 2025 में बायजू ने फीफा की स्पॉन्सरशिप हासिल करने की घोषणा की थी और इसे एक ऐतिहासिक क्षण बताया था. जबकि फीफा के बाकी स्पॉन्सर्स में से बायजू सबसे नई कंपनी थी. फीफा के बाकी स्पॉन्सर्स में मैकडॉनल्ड McDonald’s, वीवो Vivo, हिजेंस Hisense और बडवाइजर Budweiser थे.
ऐसा माना जाता है कि उसने फीफा सौदे के लिए 30-40 मिलियन डॉलर (2.48 अरब रुपये से 3.31 अरब रुपये) का भुगतान किया है.
लियोनल मेस्सी को बनाया ग्लोबल ब्रांड एम्बेसडर
इसके बाद नवंबर में कंपनी ने अपनी सामाजिक प्रभाव इकाई ‘एजुकेशन फॉर ऑल’ के लिए जाने-माने फुटबॉल खिलाड़ी लियोनल मेस्सी (Lionel Messi) को पहला ग्लोबल ब्रांड एम्बेसडर बनाया था.
इसके बाद कंपनी को सोशल मीडिया यूजर्स के गुस्से का शिकार होना पड़ा था. एक लिंक्डइन यूजर ने लिखा था कि 100 और कर्मचारियों को नौकरी से निकालकर रोनाल्डो को भी हायर कर लो.
BCCI और ICC की स्पॉन्सरशिप
कंपनी भारत के पुरुष और महिला क्रिकेट विश्व कप टूर्नामेंट की स्पॉन्सरशिप हासिल और इसने नेशनल क्रिकेट टीम की जर्सी की स्पॉन्सरशिप भी हासिल की.
जून में, BYJU’s ने बीसीसीआई के साथ 2023 के अंत तक के लिए 4.5 अरब रुपये में अपना सौदा बढ़ाया था. बीसीसीआई के साथ इसकी मूल डील की अवधि मार्च 2022 में समाप्त हो गई थी.
BCCI और Byju's के बीच हुए नए सौदे के अनुसार, एडटेक दिग्गज प्रति मैच के आधार पर चाइनीज मोबाइल कंपनी OPPO द्वारा किए जाने वाले भुगतान से लगभग 10 फीसदी अधिक भुगतान कर रहा है. BYJU’s से पहले बीसीसीआई की स्पॉन्सरशिप रखने वाला ओप्पो प्रति द्विपक्षीय मैच के लिए 4.61 करोड़ रुपये और आईसीसी मैच के लिए 1.56 करोड़ रुपये का भुगतान कर रहा था.
बीसीसीआई की जर्सी डील के अलावा BYJU’s इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) के इवेंट्स का ऑफिशियल स्पॉन्सर भी है.
Edited by Vishal Jaiswal