कोरोना वायरस : एम्स को नयी आपातकाल शाखा में पृथक बिस्तर तैयार रखने के निर्देश, बसों, मेट्रो को नियमित आधार पर संक्रमण मुक्त करने के आदेश
नई दिल्ली, कोरोना वायरस से निपटने के लिए सुविधाओं में बढ़ोतरी करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एम्स प्रशासन से कहा है कि जय प्रकाश नारायण एपेक्स ट्रॉमा सेंटर की नयी आपातकालीन शाखा के एक हिस्से में संदिग्ध कोविड-19 रोगियों के लिए पृथक बिस्तर तैयार रखा जाए।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि पृथक केंद्र में किसी भी समय करीब 20 रोगियों को रखने की व्यवस्था होगी और मामले के पॉजिटिव होने की पुष्टि होते ही संबंधित रोगी को उपचार के लिए एनसीआई झज्जर में स्थानांतरित कर दिया जाएगा।
एक अलग से प्रवेश द्वार बनाया गया है जहां एंबुलेंस से रोगी आ सकेंगे। रोगियों के इतिहास और रोग की गंभीरता को देखते हुए उन्हें लाल, पीले एवं हरे मामले के तौर पर चिह्नित किया जाएगा।
इसके अलावा मंत्रालय ने झज्जर में राष्ट्रीय कैंसर संस्थान (एनसीआई) से कहा है कि वह अपनी पृथक बिस्तर क्षमता को वर्तमान में 25 सीटों से बढ़ाकर 125 कर दे।
भारत में कोविड-19 मरीजों की संख्या 39 है जिसमें 16 इटली के रोगी शामिल हैं। इसमें केरल के तीन रोगी भी शामिल हैं जिन्हें पिछले महीने ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी।
अधिकारी ने कहा कि पांडिचेरी में जवाहरलाल परास्नातक चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान (जिपमेर) से कहा गया है कि रोगियों को अलग-थलग रखने के लिए 13 बिस्तर तैयार रखें जबकि छह अन्य एम्स को निर्देश दिया गया है कि कोरोना वायरस के रोगियों के लिए 12- 15 पृथक बिस्तर तैयार रखें।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को अधिकारियों के साथ बैठक में देश में कोरोना वायरस की स्थिति की समीक्षा की और उन्हें निर्देश दिया कि पर्याप्त पृथक व्यवस्था के लिए जगहों की पहचान करें और अगर रोग अधिक फैलता है तो गहन उपचार की व्यवस्था करें।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी राज्यों से कहा है कि जिला, प्रखंड और गांव स्तरों पर त्वरित प्रतिक्रिया दल का गठन करें। नवीनतम परामर्श के मुताबिक सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को चाहे वे किसी भी देश के हों, उनकी वैश्विक चिकित्सा जांच आवश्यक है।
जांच की पर्याप्त व्यवस्था की गई है और वर्तमान में 21 हवाई अड्डों के अलावा नौ और हवाई अड्डों को इसमें शामिल किया गया है। इस प्रकार 30 हवाई अड्डों पर यात्रियों की जांच हो रही है।
बसों, मेट्रो को नियमित आधार पर संक्रमण मुक्त करने के आदेश
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए एहतियाती कदम के तौर पर डीटीसी एवं कलस्टर बसों, मेट्रो और अस्पतालों को नियमित आधार पर संक्रमण मुक्त करने के आदेश दिए हैं।
केजरीवाल ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दिल्ली में अभी तक कोरोना वायरस के तीन मामले सामने आये हैं और एक मामले की जांच की जा रही है।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस मरीजों के लिए 25 अस्पतालों में 168 पृथक बिस्तरों की व्यवस्था की गई है।
उन्होंने दिल्ली के लोगों से अपील की कि यदि उनका कोई पड़ोसी पिछले 14 दिन में विदेश से लौटा है तो उन्हें सरकार को इसकी सूचना देनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने रविवार को राज्य कार्य बल की बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि सरकार कोरोना वायरस से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है और लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है।
उन्होंने कहा,
‘‘डीटीसी, क्लस्टर बसों, दिल्ली मेट्रो और अस्पतालों को प्रतिदिन संक्रमण मुक्त करने के लिए एक आदेश जारी कर दिया गया है।’’
उन्होंने कहा,
‘‘दिल्ली में कोरोना वायरस के अभी तक तीन मामले सामने आये हैं। एक मामले की अभी जांच की जा रही है। मैं यह सभी से कहना चाहता हूं कि दिल्ली सरकार को इसकी चिंता है लेकिन हम इससे निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। घबराने की कोई जरूरत नहीं है और हमें सभी के सहयोग की जरूरत है।’’
केजरीवाल ने कहा कि तीन मामलों पर गौर करने के बाद पता चला कि पहला संक्रमित व्यक्ति 105 व्यक्तियों के सम्पर्क में आया, दूसरा पिछले 14 दिनों में 168 व्यक्तियों के सम्पर्क में आया जबकि तीसरा व्यक्ति 64 व्यक्तियों के सम्पर्क में आया।
उन्होंने कहा,
‘‘इन लोगों के सम्पर्क में जो भी आया है उन्हें पृथक किया जा रहा है और उनके नमूने एकत्रित करके जांच की जा रही है।’’
उन्होंने कहा कि स्वस्थ व्यक्तियों को मास्क पहनने की जरूरत नहीं है और घरों पर मास्क भंडार करने की भी जरूरत नहीं है।
केजरीवाल की यह टिप्पणी दिल्ली में कोरोना वायरस के तीन पुष्ट मामले सामने आने के बाद बाजार में मास्क और हैंड सैनीटाइजर की मांग बढ़ने के बीच आयी है।
उन्होंने कहा,
‘‘यदि कोई स्वस्थ व्यक्ति मास्क पहनता है तो ऐसी परिस्थिति उत्पन्न हो सकती है जब वह अपने हाथ का इस्तेमाल मास्क को ठीक करने के लिए करे। तब आप स्वयं को संक्रमित होने के खतरे में डालेंगे।’’
इस बारे में दिल्ली सरकार की कर्मचारी स्वास्थ्य योजना की निदेशक डॉ. नूतन मुंडेजा ने कहा कि कोरोना वायरस के लक्षणों में खांसी, बुखार और जुखाम शामिल हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यदि कोई स्वस्थ व्यक्ति मास्क पहनता है, इससे उसे सुरक्षा की झूठी भावना की अनुभूति होती है।
एनसीडीसी निदेशक डॉ. सुजीत कुमार सिंह ने लोगों को सलाह दी कि वे तब तक मास्क नहीं पहनें जब तक ऐसा करना जरूरी न हो क्योंकि यह लोगों को सुरक्षा की झूठी अनुभूति देता है और अन्य व्यक्ति यह समझ सकते हैं कि मास्क पहने व्यक्ति संक्रमित हो सकता है।
केजरीवाल ने साथ ही लोगों से आग्रह किया कि वे अपने हाथ बार बार साबुन और पानी से धोएं।
हवाई अड्डे पर सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही है। इस उद्देश्य के लिए हवाई अड्डों पर दिल्ली राजकीय अस्पतालों के 40 चिकित्सकों को तैनात किया गया है।
हवाई अड्डों पर थर्मन स्क्रीनिंग से गुजरने वाले यात्री जब अपने घर जाते हैं, विशेष तौर पर जो दिल्ली से हैं, उन्हें 14 दिन तक निगरानी में रखा जाता है जिससे कि लक्षणों की जांच की जा सके।
उन्होंने कहा,
‘‘अभी तक हवाई अड्डों पर 1,40,603 यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई है और उन्हें निगरानी में रखा गया है।’’
केजरीवाल ने साथ ही नियोक्ताओं से अपील की कि जिन लोगों को पृथक रखा गया है उन्हें वेतन के साथ छुट्टी दें जिससे उनकी आजीविका प्रभावित नहीं हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि फिलहाल की स्थिति के अनुसार 25 अस्पतालों में ऐसी सुविधा है जहां कोई भी अपना नमूना दे सकता है।इन 25 अस्पतालों में से छह निजी अस्पताल हैं जबकि अन्य दिल्ली सरकार के हैं।
उन्होंने कहा,
‘‘हम इन अस्पतालों में नमूने एकत्रित करने और इलाज के लिए अलग अलग सुविधा का इंतजाम कर रहे हैं ताकि यदि कोई मरीज वहां आता है तो वह अन्य के साथ सम्पर्क में नहीं आये।’’
उन्होंने कहा कि वह सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन से मुलाकात करेंगे और उन देशों की यात्रा पर रोक का अनुरोध करेंगे जहां कोरोना वायरस के अधिक संख्या में मामले सामने आये हैं।
केजरीवाल ने दिल्ली के लोगों को होली की शुभकामनाएं देते हुए उनसे आग्रह किया कि वे स्वयं को कोरोना वायरस से बचाने के लिए भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि जिन लोगों में कोई लक्षण नहीं हैं उन्हें अस्पतालों में नमूने देने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा,
‘‘केवल वे ही लोग जो विदेश से लौटे हैं और जिनमें लक्षण दिख रहे हैं उन्हें अस्पतालों में नमूने देने की जरूरत है। जिन लोगों ने यात्रा की है उन्हें अपने घर पर अगले 14 दिन तक रहने की जरूरत है, यदि उन्हें ऐसा करने की सलाह दी गई है।’’
दिल्ली सरकार ने साथ ही राज्य जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष हेल्पलाइन नम्बर 011-22307145, 011-22300012 और 22300036 घोषित किये जो 24 घंटे और सातों दिन काम करेंगे।