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[कोविड वारियर्स] भारत के टियर 2 और 3 शहरों को ऑक्सीजन उपकरण प्रदान कर रहा है ऑस्ट्रेलिया में रहने वाला यह कपल

अनीश सिन्हा और आंचल गोयल ने भारत के दूर-दराज के हिस्सों में ऑक्सीजन उपकरण उपलब्ध कराने के लिए मेडिकल ऑक्सीजन फॉर ऑल (MOfA) की स्थापना की। इस पहल ने 20 जिलों में 372 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और BiPAP डिलीवर किए हैं; वर्तमान में 290 युनिट और आ रही हैं।

[कोविड वारियर्स] भारत के टियर 2 और 3 शहरों को ऑक्सीजन उपकरण प्रदान कर रहा है ऑस्ट्रेलिया में रहने वाला यह कपल

Tuesday May 25, 2021 , 4 min Read

लगभग तीन हफ्ते पहले, अनीश सिन्हा और उनकी पत्नी, आंचल गोयल के पास भारत में ऑक्सीजन की कमी को लेकर तमाम मैसेजेस मिल रहे थे। ऑस्ट्रेलिया स्थित इस दंपति के भारत में बड़ी संख्या में परिवार और दोस्त हैं, जिनमें से कई COVID-19 महामारी की दूसरी लहर से बुरी तरह प्रभावित हुए थे।

अनीश सिन्हा ने बताया, “भारत में मामले प्रति दिन 300,000+ पर चरम पर थे और विदेशी भारतीय होने के नाते हम एक साथ दो दुनियाओं में रह रहे थे क्योंकि हमारा परिवार और दोस्त भारत में थे। लाचारी के बीच, हम अपनी क्षमता में वह सबकुछ करना चाहते थे, जो कर सकते थे। इसको लेकर हमने अपने दोस्तों के साथ बातचीत से, हमने महसूस किया कि उनमें से अधिकांश ऐसा ही महसूस कर रहे थे। जिसके बाद हमने फंड जुटाने की कोशिश करने, मेडिकल-ग्रेड ऑक्सीजन ईक्विपमेंट खरीदने, और भारत को डिलीवर करने का फैसला किया। हमने इस पहल का नाम मेडिकल ऑक्सीजन फॉर ऑल (MOfA) रखा।"
अनीश सिन्हा

अनीश सिन्हा

इस कपल ने ऑस्ट्रेलिया और भारत में पांच दोस्तों के एक ग्रुप के साथ शुरुआत की। जैसे-जैसे वे आगे बढ़ते गए और अधिक मित्र जुड़ते गए, और MOfA अब दुनिया भर के 25 स्वयंसेवकों की एक पहल के रूप में विकसित हो गया है।


अनीश कहते हैं, "MOfA की शुरुआत मुख्यधारा के मीडिया की सुर्खियों से परे जिलों/शहरों में जरूरतमंद लोगों को जीवन रक्षक चिकित्सा ऑक्सीजन उपकरण देने और पहुंचाने के मिशन के साथ की गई थी।"

संसाधन जुटाना

टीम ने ऑस्ट्रेलिया में GoFundMe और भारत में मिलाप (Milaap) पर कैंपेन के माध्यम से क्राउड फंडिंग शुरू की। उसी समय, उन्होंने दुनिया भर के निर्माताओं (ऑस्ट्रेलिया, यूएस, चीन) तक पहुंचना शुरू कर दिया, ताकि ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और बीआईपीएपी नॉन इनवेसिव वेंटिलेटर पर ध्यान केंद्रित करते हुए मेडिकल-ग्रेड ऑक्सीजन उपकरण की आपूर्ति सुरक्षित की जा सके।

अनीश कहते हैं, "डिमांड साइड पर, हमने टियर 2 और 3 जिलों पर ध्यान देने के साथ जिला प्रशासन में विश्वसनीय संपर्कों (हमारे दोस्तों और पूर्व छात्रों) की पहचान की और मांग और आवश्यकता का आकलन किया।"

MOfA ने इन जिलों में लास्ट मील डिलीवरी की योजना बनाने में मदद करने के लिए भारत में लॉजिस्टिक्स में 10 से अधिक वर्षों के अनुभव वाले एक शख्स के साथ हाथ मिलाया। 


आंचल कहती हैं, “हमने जमीन पर इन युनिट के प्रभाव का आकलन करने के लिए डिलीवरी के बाद की निगरानी और प्रभाव मूल्यांकन प्रक्रिया भी विकसित की। यह टीम एक अविश्वसनीय काम कर रही है, जैसे, उपकरण के इस्तेमाल/इंस्टॉलेशन को लेकर वीडियो ट्यूटोरियल साझा करना, रखरखाव और उपकरणों के इस्तेमाल पर प्रतिक्रिया एकत्र करना आदि।"

सभी के लिए ऑक्सीजन

अनीश सिडनी में एक बीमा तकनीक स्टार्टअप अपकवर (upcover) के सह-संस्थापक हैं। स्टार्टअप शुरू करने से पहले, उन्होंने भारत में सिकोइया-समर्थित स्टार्टअप के निर्माण में तीन साल बिताए और उससे पहले गोल्डमैन सैक्स में कुछ साल बिताए थे।


वहीं आंचल वर्तमान में ऑस्ट्रेलियाई युनिकॉर्न और सिडनी में स्थित एक वैश्विक टेक कंपनी साइटमाइंडर में पे प्रोडक्ट की जनरल मैनेजर हैं। उन्होंने पहले ऑस्ट्रेलिया में मैकिन्से में एक सलाहकार के रूप में काम किया, और भारत में दो कंपनियों और एक गैर-लाभकारी स्वास्थ्य संगठन की शुरुआत की।

MOfA ने 20 दिनों में 1,800+ व्यक्तिगत दाताओं, ऑस्ट्रेलिया में तकनीकी कंपनियों जैसे कैनवा और चैरिटेबल फाउंडेशन से 1.15 मिलियन ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (6.5 करोड़ रुपये) जुटाए हैं।

अनीश कहते हैं, “हमने भारत भर के 20 जिलों में 372 यूनिट ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स और BiPaPs (नॉन-इनवेसिव वेंटिलेटर) डिलीवर किए हैं। करीब 290 युनिट भारत में उतरी हैं और दूसरी आ रही हैं। इन्हें अगले कुछ दिनों में 20-30 अतिरिक्त जिलों में पहुंचाया जाएगा।”


उन्होंने आगे कहा कि उनकी योजना स्थानीय जिला प्रशासन और चिन्हित जिलों में चिकित्सा प्रतिष्ठान के साथ काम करना जारी रखने, उनकी महत्वपूर्ण जरूरतों को समझने और अल्पावधि में COVID-19 से लड़ने में सहायता प्रदान करने की है। और लंबे समय के लिए उनकी योजना में लोकल पब्लिक हेल्थ केयर इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने में मदद करने की है।


अनीश कहते हैं, "हम इन जिलों को दी जाने वाली मदद और सहायता को औपचारिक रूप देने में मदद करने के लिए एमओएफए को एक अधिक स्थायी संस्थान में शामिल करने की भी योजना बना रहे हैं।"


Edited by Ranjana Tripathi