भारत में महामारी के बाद से Crypto, Blockchain, NFT की नौकरियों में आई 804% की तेजी: रिपोर्ट
नामचीन ग्लोबल जॉब पोर्टल (job portal)
की रिसर्च रिपोर्ट से पता चलता है कि अप्रैल 2020 से अप्रैल 2022 के बीच "Cryptocurrency", "Blockchain", "NFT" (non-fungible token) इंडस्ट्री में जॉब्स 804% बढ़ी है. इस डेटा से मार्केट की मांग में तेजी का भी पता चलता है. वहीं, साल 2022 में यह वृद्धि 315% थी.अप्रैल 2022 में जॉब पोस्टिंग 2019 की तुलना में 15 गुना अधिक थी. यह तेजी इस निरंतर विकास में महामारी की भूमिका को उजागर करती है. COVID-19 महामारी ने भारत के सभी सेक्टर्स को टेक्नोलॉजी (technology) को अपनाने पर जोर दिया है. इसलिए टेक्नोलॉजी में प्रोफेशनल लोगों की मांग पहले से कहीं अधिक है. खासकर क्रिप्टोकरेंसी, एनएफटी और ब्लॉकचेन जैसे नए सेक्टर्स में.
इस सेक्टर में टॉप जॉब रोल एप्लिकेशन डेवलपर (application developer) का है. इसके बाद डेटा इंजीनियर (data engineer) और फुल स्टैक डेवलपर (full stack developer) का नंबर आता है. Indeed के डेटा से यह भी पता चलता है कि क्रिप्टो में जॉब रोल पूरी टेक इंडस्ट्री के जॉब रोल्स में सबसे बड़ी हिस्सेदारी रखते हैं. यह हिस्सेदारी 2019 - 2020 में 41.22% से बढ़कर 2021 - 2022 में 67.48% हो गई.
Indeed India के सेल्स हेड शशि कुमार ने कहा, "टेक्नोलॉजी फर्स्ट इकोनॉमी होने के नाते, भारतीय कंपनियां तेजी से ऐसी टेक्नोलॉजी में निवेश कर रही हैं जो देश को इस नए डिजिटल युग में सबसे आगे रखेगी. बेंगलुरू और हैदराबाद जैसे टेक्नोलॉजी हब इस सेक्टर में हायरिंग के साथ आगे बढ़ रहे हैं. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली भी इस सेक्टर में अच्छा हिस्सा देखा रहा है."
भले ही क्रिप्टो, ब्लॉकचैन और एनएफटी की जॉब पोस्टिंग में वृद्धि हुई है, फिर भी उनके स्केल करने और सुरक्षा को लेकर चिंताएं हैं. हालांकि फाइनेंस, हेल्थकेयर और गेमिंग जैसे सेक्टर तेजी से डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस को लागू कर रहे हैं, जो नौकरियों की बढ़ती मांग का संकेत है.
कुमार ने आगे कहा, "जबकि ब्लॉकचेन में तेजी काम का एक नया रोमांचक सेक्टर होने का वादा करती है और अप्लाई करने के लिए जबरदस्त गुंजाइश देती है, यह सेक्टर अभी भी बहुत नवजात है."
Gartner की एक ग्लोबल रिपोर्ट का अनुमान है कि ब्लॉकचेन द्वारा बनाई गई बिजनेस वैल्यू तेजी से बढ़ेगी. यह साल 2025 तक 176 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगी. ऐसे में अधिक रोजगार की पैदा होने की संभावनाएं हैं.
यह रिपोर्ट ऐसे समय में आती है जब लगभग दुनियाभर के हर सेक्टर में कंपनियां खर्चों में कटौती का हवाला देते हुए कर्मचारियों की छंटनी कर रही है. क्रिप्टो मार्केट का तो हाल 'बेहाल' है. मार्केट क्रैश हो चुका है. हर क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में भारी गिरावट देखने को मिली है. बीते हफ्ते, सबसे बड़े और सबसे मूल्यवान क्रिप्टो एक्सचेंजों में से एक, कॉइनबेस ग्लोबल इंक ने घोषणा कि थी कि वह अपने 18% कर्मचारियों की छंटनी कर रहा है. कंपनी में लगभग 5,000 कर्मचारी काम करते हैं. इस फैसले के बाद करीब 900 कर्मचारियों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा है.