Development Alternatives ने 'ट्रायलॉग 2047' में ग्रीन बिजनेस मॉडल पर दिया जोर
डेवलपमेंट अल्टरनेटिव्स (Development Alternatives - DA) ने ताराग्राम यात्रा 2022 (TARAgram Yatra 2022) से पहले ‘को-क्रिएटिंग लोकल ग्रीन एंटरप्राइजेज’ पर 25वीं ‘ट्रायलॉग 2047’ (trialogue 2047) आयोजित की. आयोजन नई दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में 3 नवंबर, 2022 को किया. ट्रायलॉग 2047 के शुभारंभ के तौर पर, सुबह ‘इनोवेटिव फाइनैंसिंग फॉर लोकल ग्रीन एंटरप्राइजेज’ पर एक पॉलिसी राउंडटेबल भी आयोजित की.
सामाजिक उद्यम एवं वैश्विक थिंकटैंक डीए ग्रुप का मुख्यालय नई दिल्ली में है. डीए ग्रुप ने गरीब और सुविधाओं से वंचितों के लिए जीवन की गुणवत्ता सुधारने और बेहतर आजीविका सुनिश्चित करने के लिए मजबूत समाधान को बढ़ावा देने के लक्ष्य के साथ एक-दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया. डीए ने विभिन्न व्यवसायों में प्रतिभागियों के बीच संपर्क बनाने और महत्वपूर्ण मुद्दों पर गहन चर्चा शुरू करने में मदद की.
आपको बता दें कि ग्रीन बिजनेस मॉडल एक ऐसा बिजनेस मॉडल है जो कंपनियों को पर्यावरण के प्रति जागरुकता बढ़ाने के साथ काम करने में सहायता करता है और कंपनियों को पर्यावरण को होने वाले नुकसान को कम करके हरा-भरा बनाने में मदद करता है.
यह कार्यक्रम कोविड-19 महामारी की पृष्ठभूमि में आयोजित किया गया था. इस महामारी ने उद्यमिता को समझने और अनुभव करने के तरीकों को बदल दिया है. इससे व्यवसायी मौजूदा हालात से आगे निकलकर बेहतर भविष्य सुनिश्चित करने के लिए प्रोत्साहित हुए हैं. लोकल ग्रीन एंटरप्राइजेज (एलजीई) इस दिशा में एक मुख्य कदम है. इस संबंध में, यह पॉलिसी राउंडटेबल ऋण और अन्य वित्तीय सेवाओं तक एलजीई की पहुंच आसान बनाने के लिए वित्तीय रणनीतियों पर जानकारी साझा करने के लिए विभिन्न हितधारक नजरियों को एकमंच पर पेश करने में सफल रही है. प्रतिभागियों में रंग दे, कैस्पियन, फ्यूजन फाइनैंस जैसे संगठनों से फाइनैंसर और उद्यमी शामिल हुए.
इसके बाद ‘ट्रायलॉग 2047’ का आयोजन किया गया, जिसमें जलवायु परिवर्तन, अपशिष्ट प्रबंधन, सर्कुलर इकोनॉमी और कृषि तथा संबद्ध सेवाओं से जुड़ी चुनौतियों पर चर्चा की गई. इसके अलावा, कार्यक्रम में माइक्रो फ्लाई ऐश ब्रिक एंटरप्राइजेज के समर्थन के लिए टूलकिट लॉन्च की गई. यह टूलकिट व्यवसाय शुरू करने और उनका विस्तार करने के लिए उद्यमियों की मदद करेगी.
ट्रायलॉग 2047 को दो चरणों में आयोजित किया गया:-
1. जानकारी के आदान-प्रदान का सत्र
2. एलजीई को वित्तीय सहायता मुहैया कराने के लिए फ्रेमवर्क निर्माण से संबंधित आदान-प्रदान का सत्र
इसके अलावा, सम्मेलन में निम्नलिखित मुद्दों पर भी विचार किया गयाः
1. भारत में, खासकर पिछले 3-5 साल के दौरान नीति निर्माण, फाइनैंसिंग, और ग्रीन एंड इन्क्लूसिव एंटरप्रेन्योरशिप की मदद के लिए क्या बदलाव किए गए?
2. भारत में ऐसे उद्यमियों के विकास में कौन सी व्यवस्थागत बाधाएं हैं?
3. इन बाधाओं को दूर करने के लिए कौन से उपाय जरूरी हैं और किस तरह से हितधारक साझेदारी इनके अनुकूल स्वयं को ढाल सकते हैं?
ट्रायलॉग 2047 पर अपने विचार साझा करते हुए डेवलपमेंट अल्टरनेटिव्स ग्रुप के चेयरमैन डॉ. अशोक खोसला ने कहा, "महामारी के बाद भारत के कायाकल्प में, यह बेहद जरूरी है कि हम देश में आजीविका की विविधता को नजरअंदाज न करें. यह जरूरी है कि हम एक ऐसा तंत्र तैयार करें जिसमें विकास समावेशी हो और वह जमीनी स्तर पर आधारित हो. स्थानीय और मजबूत अर्थव्यवस्थाओं का निर्माण हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए, इससे भारत को ज्यादा उपयुक्त विकास प्रतिमान हासिल करने में मदद मिलेगी."
इस सम्मेलन में शामिल हुए बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन डॉ. अशोक कुमार घोष ने अपने विचार पेश करते हुए कहा, "ट्रायलॉग 2047 में ग्रीन उद्यमों को बढ़ावा देने के मुद्दे पर चर्चा हुई है, जो सरकारों और कारॅपोरेट संगठनों से लेकर नागरिक तक, सभी के लिए फायदेमंद साबित होगी."
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Edited by रविकांत पारीक