डिजिटल सप्लाई चेन प्लेटफॉर्म Metalbook ने जुटाई 40 करोड़ रुपये की सीड फंडिंग
धातु उद्योग (metal industry) के लिए डिजिटल सप्लाई चेन प्लेटफॉर्म
ने अपनी सीड फंडिंग राउंड में Axilor Ventures की अगुवाई में 5 मिलियन डॉलर (करीब 40 करोड़ रुपये) जुटाए हैं. इस राउंड में Foundamental, RTP Global, Stride Ventures और कुछ एंजेल इन्वेस्टर्स की भागीदारी भी देखी गई.2021 में शुरू हुए, Metalbook का लक्ष्य अपने SaaS (Software-as-a-Service)-सक्षम मार्केटप्लेस और क्लाउड मैन्युफैक्चरिंग प्लेटफॉर्म जरिए धातु उद्योग के लिए ग्लोबल सप्लाई चेन का डिजिटलीकरण करना है.
कंपनी वैल्यू चेन में 500 से अधिक वैश्विक धातु निर्माताओं, डीलरों और आपूर्तिकर्ताओं के साथ काम करती है और वर्तमान में 350 से अधिक ग्राहकों को सेवाएं दे रही है. उन्हें प्रीमियम धातु खरीद अनुभव प्रदान करती है. कंपनी Arcelor Mittal Nippon Steel, Tata Steel, JSW, EU Metals, JSPL आदि जैसे वैश्विक स्टील खिलाड़ियों और DLF, BL Kashyap, Bygging इत्यादि जैसे कई उद्यम ग्राहकों के साथ काम करती है. मेटलबुक वर्तमान में 3 ट्रिलियन डॉलर वैश्विक आयरन एंड स्टील बाजार को पूरा करता है और अन्य धातु श्रेणियों जैसे एल्यूमीनियम, जस्ता, आदि में विस्तार करने की योजना है.
Metalbook को पुलकित बलदेव, अमन टिबरेवाल और राघवेंद्र प्रताप सिंह ने मिलकर शुरू किया था. ये तीनों मजबूत डोमेन विशेषज्ञता के साथ आते हैं. इन्होंने Tata Steel, OfBusiness, JK Tyre, Uber, Loconav, Red Doorz, Oyo आदि जैसी कंपनियों में काम किया है.
ताजा फंडिंग के बारे में जानकारी देते हुए Metalbook के को-फाउंडर पुलकित बलदेव ने कहा, “हम यहां कम तकनीकी पहुंच वाले सबसे रूढ़िवादी उद्योग में उपभोक्ता को प्रीमियम खरीद अनुभव देने के लिए हैं. भारत वर्तमान में दूसरा सबसे बड़ा स्टील उत्पादक है, मेटलबुक का लक्ष्य भारत में बने स्टील प्रोडक्ट्स को पूरी दुनिया में पहुंचाना है."
Axilor Ventures के प्रिंसिपल नंदन वेंकटचलम, जिन्होंने इस राउंड का नेतृत्व किया, ने टिप्पणी की, “ग्लोबल सप्लाई चेन के लिए फुल-स्टैक प्लेटफॉर्म समय की आवश्यकता है. मेटलबुक का प्लेटफॉर्म लोहा और इस्पात उद्योग को वैश्विक आपूर्ति और मांग को विकेंद्रीकृत करने में मदद कर रहा है. भारत स्टील के दूसरे सबसे बड़े उत्पादक के रूप में, कंपनी के लिए वैश्विक परिचालन शुरू करने के साथ शुरू करने के लिए यह एक बड़ा आपूर्ति आधार है. मेटलबुक टीम के मजबूत डोमेन ज्ञान के साथ संयुक्त अवसर हमारे निवेश में निर्णायक कारक थे."
पुलकित के अनुसार, "अंतर्राष्ट्रीय बाजार अपने आप में 3 ट्रिलियन डॉलर का अवसर है जिसका लाभ लिया जा सकता है. हमारा मानना है कि हमें भारत में मिली अपनी सफलता को अन्य भौगोलिक क्षेत्रों में सफलतापूर्वक दोहराने में सक्षम होना चाहिए."
Foundamental के जनरल पार्टनर शुभंकर भट्टाचार्य ने कहा, "स्टील सप्लाई चेन एक बड़े बाजार का प्रतिनिधित्व करती है जो मैन्युफैक्चरिंग और इन्फ्रास्ट्रक्चर की रीढ़ बनाती है, खासकर ऐसे समय में जब दुनिया भर में कमोडिटी एक्सेस को बढ़ा दिया गया है. हम राघवेंद्र, पुलकित और अमन का समर्थन करते हुए रोमांचित हैं क्योंकि वे स्टील के लिए भारत का सबसे बड़ा बाज़ार बनने के लिए मेटलबुक को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं."
मेटलबुक वर्तमान में अपनी टॉप-लाइन Q-o-Q को लाभप्रद रूप से दोगुना कर रहा है, और इसका लक्ष्य वित्त वर्ष 24 तक $ 100 मिलियन+ रन रेट तक पहुंचने का है. कंपनी ने अपना एक्सपोर्ट लाइसेंस भी प्राप्त कर लिया है और इस फंडिंग के साथ 12 अन्य भौगोलिक क्षेत्रों में विस्तार करने की योजना है. कंपनी की योजना इस ताजा फंडिंग से अपने प्रोसेसिंग सेंटरों के ग्लोबल नेटवर्क को मजबूत करने, टीम बनाने और इसके क्लाउड फैक्ट्री प्लेटफॉर्म को बढ़ाने के लिए भी है.
Edited by रविकांत पारीक