Zomato और Swiggy से ऑर्डर नहीं कर पाएंगे Domino’s का पिज्जा, जानिए क्या है वजह?
यह जानकारी देश में डॉमिनोज और डंकिन डोनट्स के चेन चलाने वाली जुबिलिएंट फूडवर्क्स द्वारा कॉम्पिटिशन कमिशन ऑफ इंडिया (CCI) में दाखिल एक गोपनीय फाइलिंग से आई है. CCI जोमैटो और स्विगी की एंटी-कॉम्पिटिटिव प्रैक्टिसेस की जांच कर रही है.
डॉमिनोज पिज्जा इंडिया फ्रैंजाइज अपने कुछ कारोबार को पॉपुलर फूड डिलीवरी ऐप्स जोमैटो और स्विगी से हटाने पर विचार कर रहा है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, डॉमिनोज ऐसा इसलिए करना चाहता है क्योंकि ये फूड डिलीवरी ऐप्स लगातार अपना कमीशन बढ़ा रहे हैं.
यह जानकारी देश में डॉमिनोज और डंकिन डोनट्स के चेन चलाने वाली जुबिलिएंट फूडवर्क्स द्वारा कॉम्पिटिशन कमिशन ऑफ इंडिया (CCI) में दाखिल एक गोपनीय फाइलिंग से आई है. CCI जोमैटो और स्विगी की एंटी-कॉम्पिटिटिव प्रैक्टिसेस की जांच कर रही है.
बता दें कि, जुबिलिएंट देश की सबसे बड़ी फूड सर्विसेज कंपनी है. इसके देशभर में 1600 से अधिक ब्रांडेड रेस्टोरेंट आउटलेट्स हैं. इसमें 1567 डोमिनोज और 28 डंकिन के आउटलेट्स हैं.
अप्रैल में CCI ने जोमैटो और स्विगी के खिलाफ एंटी-कॉम्पिटिटिव प्रैक्टिसेस को लेकर जांच का आदेश दिया था. दरअसल, एक भारतीय रेस्टोरेंट ग्रुप ने इन दोनों फूड डिलीवरी ऐप्स के खिलाफ प्रिफरेंशियल ट्रीटमेंट, भारी कमीशन और अन्य एंटी-कॉम्पिटिटिव प्रैक्टिसेस का आरोप लगाया था.
नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया के 5 लाख के अधिक मेंबर्स हैं. उसने अपनी शिकायतों में कहा था कि जोमैटो और स्विगी द्वारा मांगे जा रहे 20 से 30 फीसदी के कमीशन बहुत अधिक हैं.
हालांकि, फूड डिलीवरी ऐप्स ने कुछ भी गलत करने से इनकार किया है.
अपनी जांच के तहत CCI ने डोमिनोज इंडिया फ्रैंचाइज और अन्य रेस्टोरेंट से जवाब मांगा है. जुबिलिएंट ने अपने ऑनलाइन सेल्स से जुड़े डेटा को शेयर करने के लिए अधिक समय मांगा है. हालांकि, उसने फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म्स द्वारा भारी कमीशन को लेकर चिंता जताते हुए पत्र लिखा है.
बीते 19 जुलाई को CCI को लिखे गए पत्र में कंपनी ने कहा कि कमीशन रेट्स को बढ़ाने के मामले में जुबिलिएंट अपना अधिकतर कारोबार ऑनलाइन रेस्टोरेंट प्लेटफॉर्म से हटाकर इन-हाउस ऑर्डरिंग सिस्टम पर शिफ्ट करने पर विचार करेगा.
चीन के एंट ग्रुप द्वारा संचालित जोमैटो ने कहा कि उसका अपने रेस्टोरेंट पार्टनर के लिए कमीशन बढ़ाने की कोई योजना नहीं है. ऐसा कोई एकतरफा कमर्शियल फैसला नहीं लिया जाएगा जो हमारे स्टेकहोल्डर्स को प्रभावित करे.
बता दें कि, स्मार्टफोन के बढ़ते इस्तेमाल और आकर्षक डिस्काउंट ऑफर्स के कारण देश में फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म्स काफी पॉपुलर हो गए हैं. फरवरी में जुबिलिएंट ने कहा था कि डोमिनोज ऐप को दिसंबर, 2021 से फरवरी 2022 तक 82 लाख बार इंस्टाल किया गया और उसका अपना ऐप एग्रीगेटर्स से अधिक तेजी से आगे बढ़ रहा है.