डॉन्की मिल्क के ब्यूटी प्रॉडक्ट्स ने एबी बेबी और पूजा कौल को बनाया लखपति
दिल्ली में 'ऑर्गेनिको' की फाउंडर पूजा कौल डॉन्की मिल्क से साबुन बना रही हैं तो एरनाकुलम (केरल) में एबी बेबी दो करोड़ रुपए निवेश कर इस मिल्क से कई तरह के ब्यूटी प्रॉडक्ट का स्टार्टअप चला रहे हैं, जिससे हर महीने उनको लाखों रुपए की कमाई हो रही है। पूजा का दावा है कि डॉन्की मिल्क सोप से त्वचा निखर उठती है।
तरोताजा रहने के लिए हम रोजाना स्नान करते हैं। वह स्नान जब साबुन से हो जाए तो और ताजगी महसूस करते हैं। लेकिन अगर साबुन का चयन गलत हो जाए तो कई बार हमारी त्वचा को तकलीफ भी होने लगती है। जब से दिल्ली में पूजा और ऋषभ ने डॉन्की मिल्क से ऑर्गेनिक साबुन का स्टार्टअप शुरू किया है, हल्के मूड में लोग ऐसा भी कहते फिर रहे हैं कि अब गधों के भी अच्छे दिन आ गए हैं। पूजा कौल और ऋषभ बताते हैं कि जब वे पढ़ाई कर रहे थे, उन्हें डेयरी सेक्टर में कुछ नया करने का प्रोजेक्ट मिला। उसी दौरान डॉन्की मिल्क पर अध्ययन करते उन्हे आइडिया मिला कि डॉन्की मिल्क पर स्टार्टअप भी शुरू किया जा सकता है।
यद्यपि डॉन्की मिल्क से साबुन बनाना आसान काम नहीं है। जो लोग डॉन्की पालन से जुड़े हैं, उन्हें समझाना पड़ता है। दूसरी कठिनाई ये है कि डॉन्की मिल्क सुबह 4 बजे से 6 बजे के बीच ही कलेक्ट कर उसे 10 घंटे के अंदर ही इस्तेमाल कर लेना होता है। इसलिए जिस दिन, जिस वक़्त दूध निकाला जाता है, उसका प्रॉडक्शन भी उसी दिन कर लेना होता है अन्यथा वह बेकार हो जाता है। अब वह पूरी तरह से ऑर्गेनिक डॉन्की मिल्क के साबुन मार्केट में उतार चुके हैं। उनका एक साबुन 499 रुपए में बिक रहा है।
'ऑर्गेनिको' स्टार्टअप की फाउंडर पूजा कौल बताती हैं कि मिस्र की रानी क्लियोपेट्रा अपनी खूबसरती बढ़ाने के लिए डॉन्की मिल्क से रोजाना स्नान करती थीं। इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन पाए जाते हैं, जो प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं। फिलहाल, 'ऑर्गेनिको' स्टार्टअप दो तरह के साबुन बना रहा है। एक्ने और ऑयली त्वचा के लिए डॉन्की मिल्क में शहद और चारकोल मिश्रित कर और नाज़ुक त्वचा के लिए डॉन्की मिल्क में ऐलोवेरा, चंदन, नीम, पपीता, हल्दी और कई तरह के तेल मिलाकर तैयार किया जाता है। डॉन्की मिल्क से तैयार होने वाले साबुन में प्राकृतिक संघटकों नीम, ऐलोवेरा, चंदन, पपीता पाउडर, बदाम का तेल, हल्दी आदि को मिलाया जाता है, जो त्वचा के लिए लाभकारी होते हैं।
दरअसल, डॉन्की मिल्क एंटी ऐजिंग और नरिश्मेंट कंडीशनिंग में अनुकूलित होता है। इसमें ए, बी-1, बी-2, बी-6, सी, डी, ई विटामिन और ओमेगा-3, ओमेगा-6, केल्शियम जैसे तत्व स्कीन से जुड़ी कई बिमारियों के साथ-साथ रिंकल, एक्जिमा आदि को भी कंट्रोल करते हैं।
पूजा कौल के मुताबिक, इस पर हुए रिसर्च भी चौंकाने वाले रहे हैं। मसलन, डॉन्की मिल्क त्वचा को बच्चों की स्किन जैसा स्मूथ बना देता है। इसके इस्तेमाल से स्किन पर कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। पूजा कौल का दावा है कि जो भी व्यक्ति अपने चेहरे पर दो-तीन सप्ताह तक ऑर्गेनिको के साबुन का इस्तेमाल कर लेता है, त्वचा निखर उठती है। रेगुलर इस्तेमाल से चेहरे की झुर्रियां भी खत्म हो जाती हैं। बहुत कम लोग जानते हैं कि डॉन्की मिल्क में कैसी कमाल की खूबियां होती हैं। डॉन्की मिल्क 3000 रुपए प्रति लीटर तक बिकता है। एक चम्मच दूध की कीमत 50 से 100 रुपये पड़ जाती है।
पूजा फिलहाल, गाज़ियाबाद के लोनी, डासना और महाराष्ट्र के सोलापुर से डॉन्की मिल्क खरीद रही हैं। उनके स्टार्टअप में छह और लोग कार्यरत हैं। उनके यहां बनाया जा रहा सिर्फ साबुन ही ऑर्गेनिक नहीं, बल्कि उसकी पैकिंग भी ईको-फ्रेंडली होती है। सुपारी के पेड़ की छाल से इसका रैपर तैयार होता है। जूट के बैग में यह ग्राहकों के लिए सप्लाई किया जाता है।
पूजा कौल की ही तरह एरनाकुलम (केरल) में एबी बेबी का स्टार्टअप भी डॉन्की मिल्क से ब्यूटी प्रॉडक्ट बना रहा है। एबी बेबी बताते हैं कि उन्हें इसकी प्रेरणा अपने लंदन से लौटे एक दोस्त से मिली। स्टार्टअप के लिए उन्होंने बेंगलुरू कि एक आईटी कंपनी में मार्केटिंग मैनेजर की अपनी अच्छी खासी सैलरी वाली नौकरी छोड़ दी।
डॉन्की मिल्क पर दस साल रिसर्च के बाद उन्होंने दो करोड़ रुपए के निवेश से स्टार्टअप शुरू किया। इस समय उनके फॉर्म में 23 डॉन्की हैं, जिनमें 20 मादाएं हैं। एक मादा डॉन्की की कीमत 80 हजार से एक लाख रुपए तक है। इस समय उनको अपने ब्यूटी प्रॉडक्ट से हर महीने लाखों रुपए की कमाई हो रही है। उनका स्टार्टअप कई तरह के कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स बनाता है। इसमें ब्यूटी क्रीम, शैम्पू, बाथ-वॉश शामिल हैं। ब्यूटी प्रोडक्ट्स को बेचने के लिए वह एक वेबसाइट भी लॉन्च कर चुके हैं।