केरल छोड़ने की अटकलों पर क्या बोली BYJU’S?
कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, "केरल में BYJU'S के कारोबार बंद करने की हालिया ख़बरें वास्तविकता से कोसों दूर है. कंपनी केरल नहीं छोड़ेगी, बल्कि आगे चलकर राज्य में अपनी उपस्थिति और मजबूत करेगी."
बीते कुछ समय से एडटेक डैकाकॉर्न मामले की जांच का आश्वासन दिया. फिर बाद में ख़बर थी कि कंपनी केरल से अपना कारोबार समेटने की तैयारी कर रही है.
लगातार सुर्ख़ियों में हैं. कभी कर्मचारियों की छंटनी को लेकर, तो कभी प्रोफिट-लॉस, फंडिंग को लेकर. इसी हफ्ते ख़बरें आई की कंपनी 170 कर्मचारियों पर जॉब छोड़ने का दबाव बना रही है, जिसके बाद केरल के तिरुवनन्तपुरम टेक्नोपार्क सेंटर में काम करने वाले कुछ कर्मचारियों ने राज्य के सामान्य शिक्षा और श्रम मंत्री वी शिवनकुट्टी की चौखट पर दस्तक दी. जिसके बाद उन्होंनेलेकिन अब इन अटकलों पर कंपनी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. और ये प्रतिक्रिया सबको हैरान करने वाली है.
कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, "केरल में BYJU'S के कारोबार बंद करने की हालिया ख़बरें वास्तविकता से कोसों दूर है. कंपनी केरल नहीं छोड़ेगी, बल्कि आगे चलकर राज्य में अपनी उपस्थिति और मजबूत करेगी."
उन्होंने आगे कहा, "BYJU'S इस वित्तीय वर्ष में राज्य में तीन और ऑफिस खोलेगा, जिससे कुल संख्या 14 हो जाएगी और केरल में कर्मचारियों की संख्या 3,000 से बढ़कर लगभग 3,600 हो जाएगी."
हालांकि, 'लाभदायक विकास के लिए चल रहे संगठनात्मक पुनर्गठन' के हिस्से के रूप में, यह तिरुवनंतपुरम में टेक्नोपार्क में अपना ऑफिस बंद कर रहा था, ताकि 'फालतू खर्च' को कम किया जा सके. इसके अलावा, कंपनी ने यहां की टीम, लगभग 140 सदस्यों को, बेंगलुरु आने का ऑफर दिया है.
प्रवक्ता ने कहा, “कोई छंटनी नहीं हो रही है, यह केवल रिलोकेशन है. यदि कोई कर्मचारी किसी भी कारण से रिलोकेट नहीं करना चाहता है, तो उसे उचित एग्जिट पैकेज मिलेगा. इस पैकेज में विस्तारित स्वास्थ्य बीमा लाभ, विस्थापन सेवाएं, उद्यान अवकाश और अगले 12 महीनों के भीतर भारत भर में BYJU'S के किसी भी सेंटर में पुनर्नियुक्ति का अवसर शामिल है."
उन्होंने कहा, “हमारी ह्यूमन रिसोर्स टीमें सभी कर्मचारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं, और उनकी समस्याओं को हल करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं. कंपनी ने यह भी अनुरोध किया कि इसे अनुचित बर्खास्तगी के रूप में नहीं माना जाना चाहिए."
गौरतलब हो कि बीते हफ्ते भारत के सबसे वैल्यूएबल एडटेक स्टार्टअप के बारे में अपनी सहायक आकाश एजुकेशनल सर्विसेज (Aakash Educational Services) से 300 करोड़ रुपये उधार लेने की ख़बर भी आई थी.
इससे पहले कंपनी की को-फाउंडर दिव्या गोकुलनाथ ने बताया कि कंपनी नयी भागीदारियों के जरिये विदेशों में ब्रांड जागरूकता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करना शुरू करेगी. इसके अलावा यह भारत और विदेशी कारोबार के लिए 10,000 शिक्षकों को नियुक्त करेगी.
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