मिलिंद सोमण के बाद 53 वर्षीय पुलिस कमिश्नर बने आयरनमैन, फ्रांस में पूरी की ट्रायथलॉन
रविंदर ने फ्रांस में इस ट्रायथलॉन को पूरा किया। इसे दुनिया का सबसे कठिन वन-डे स्पोर्टिंग इवेंट और सबसे कठिन रेस माना जाता है। 16 घंटे की होने वाली ट्रायथलॉन प्रतियोगिता में 3.8 किमी. तैराकी, 180 किमी. सॉयकल राइड और 42.2 किमी. की दौड़ भी शामिल होती है।
फ्रांस में बीते रविवार को आयोजित इस प्रतियोगिता में 53 वर्षीय रविंदर सिंघल ने 15 घंटे 13 मिनट में पूरा किया। उनके ट्रेनर डॉ. मुस्तफा टोपीवाला ने मीडिया को यह जानकारी दी।
मिलिंद सोमण के बारे में तो आप सबने सुना ही होगा। 50 की उम्र पार कर जाने के बाद भी फिटनेस के मामले में बॉलिवुड अभिनेता मिलिंद अच्छे खासे युवाओं को मात देते रहते हैं। उन्होंने तीन साल पहले दुनिया की सबसे कठिन मानी जाने वाली ट्रायथलॉन प्रचियोगिता में जीत हासिल कर दुनिया भर को हैरत में डाल दिया था। दरअसल यह ट्रायथलॉन प्रतियोगिता काफी कठिन होती है। अब इसी ट्रायथलॉन प्रतियोगिता को नासिक के पुलिस कमिश्नर रविंदर कुमार सिंघल ने सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद यह खिताब अपने नाम कर लिया है
रविंदर ने फ्रांस में इस ट्रायथलॉन को पूरा किया। इसे दुनिया का सबसे कठिन वन-डे स्पोर्टिंग इवेंट और सबसे कठिन रेस माना जाता है। 16 घंटे की होने वाली ट्रायथलॉन प्रतियोगिता में 3.8 किमी. तैराकी, 180 किमी. सॉयकल राइड और 42.2 किमी. की दौड़ भी शामिल होती है। इसे विश्व ट्रायथलॉन कार्पोरेशन द्वारा आयोजित कराया जाता है। इस रेस को 16 घंटे से कम समय में पूरा करने वाले शख्स को आयरनमैन के खिताब से नवाजा जाता है।
फ्रांस में बीते रविवार को आयोजित इस प्रतियोगिता में 53 वर्षीय रविंदर सिंघल ने 15 घंटे 13 मिनट में पूरा किया। उनके ट्रेनर डॉ. मुस्तफा टोपीवाला ने मीडिया को यह जानकारी दी। महाराष्ट्र कैडर के आईपीएस अधिकारी रविंदर ने इसके लिए फ्रांस जाने से पहले खास और कड़ी ट्रेनिंग की थी। महाराष्ट्र कैडर के ही एक और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी कृष्ण प्रकाश ने भी इसमें बीते साल हिस्सा लिया था।
47 वर्षीय कृष्ण प्रकाश आयरनमैन बनने वाले पहले आईपीएस थे। अब तक मिलिंद सोमण, कृष्ण प्रकाश और रविंदर सिंघल के अलावा कौशिक मुखर्जी, विनीता सिंह, मेजर जनरल विक्रम डोगरा भी आयरनमैन का खिताब जीत चुके हैं। मिलिंद सोमण ने पहली बार इस रेस में हिस्सा लेकर इसे 15 घंटे 19 मिनट में पूरा किया था। इन सभी शख्सियतों ने इतनी कठिन प्रतियोगिता को जीतकर दिखा दिया कि फिटनेस के क्या मायने होते हैं। लगातार मेहनत कर शरीर को थका देने वाली प्रतियोगिता को पूरा करने के लिए दृढ संकल्प, अनुशासन और स्टेमिना चाहिए।
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