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बैंक करें सेंट्रल डाटा की जांच : आरबीआई

कालेधन को सफेद करने यानी मनी लांड्रिंग और करेंसी बदलने में धोखाधड़ी के अनेक मामले सामने आने के बाद रिजर्व बैंक ने इस तरह के ऐसे गलत कार्यों में लिप्त लोगों को कड़ी चेतावनी दी है

बैंक करें सेंट्रल डाटा की जांच : आरबीआई

Tuesday December 13, 2016 , 4 min Read

कालेधन को सफेद करने यानी मनी लांड्रिंग और करेंसी बदलने में धोखाधड़ी के अनेक मामले सामने आने के बाद रिजर्व बैंक ने इस तरह के ऐसे गलत कार्यों में लिप्त लोगों को कड़ी चेतावनी दी है साथ ही बैंकों से कहा है कि वह केन्द्रीय आंकड़ों की पूरी तरह जांच पड़ताल करें। रिजर्व बैंक ने अपने एक कनिष्क अधिकारी को निलंबित भी किया है, जिससे पूछताछ की जा रही है।

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रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर एस.एस. मुंदड़ा ने चुनींदा संवाददाताओं के साथ बातचीत करते हुये कहा, ‘हमने सभी बैंकों को इस संबंध में विस्तृत निर्देश भेजे हैं और उनसे कहा है, कि जहां कहीं भी उन्हें कुछ अनियमितता दिखती है वह केन्द्रीय आंकड़ों की जांच करें। इस मामले में अपनी आंतरिक लेखा परीक्षा प्रणाली के जरिये आगे और जांच की जानी चाहिये।’ उन्होंने कहा, ‘हमारे निरीक्षक भी इस तरह की जांच में जुटे हैं। वह बैंकों के लेनदेन से जुड़े विभिन्न बिंदुओं की जांच कर रहे हैं। इसमें जहां कहीं भी आगे किसी तरह का लेनदेन अथवा कार्रवाई दिखाई देती है, मामले में जरूरी कार्रवाई की जाती है और जांच को आगे बढ़ाया जाता है।’ मुदड़ा ने इन रिपोर्टों से इनकार कर दिया कि रिजर्व बैंक ने एक्सिस बैंक को कारण बताओ नोटिस जारी किया है और रिजर्व बैंक इस बैंक का लाइसेंस निरस्त करने पर विचार कर रहा है। एक्सिस बैंकों की कुछ शाखाओं में पुराने नोटों को नये नोटों से बदलने के मामले में कई गडबड़ियां सामने आईं हैं।

उधर दूसरी तरफ अपने देशव्यापी अभियान के तहत केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कोलकाता में बैंक ऑफ बड़ौदा के एक अधिकारी के खिलाफ नियमों का उल्लंघन कर पुराने बड़े नोटों को नये नोटों में बदलवाने को लेकर मामला दर्ज किया।

सीबीआई ने 16 गिरफ्तारियां कर एवं 19 करोड़ रुपये की जब्ती के साथ अबतक ऐसे 10 मामले दर्ज किए हैं, जिनमें लोकसेवक, बिचौलिये और निजी व्यक्ति शामिल हैं।

सीबीआई ने कोलकाता में बैंक ऑफ बड़ौदा की बेहाला शाखा के खजांची रंजीत कुमार भट्टाचार्य पर नियमों का उल्लंघन कर 50 लाख रुपये के पुराने नोटों को नये नोटों में बदलवाने को लेकर मामला दर्ज किया। आठ नवंबर को 1000 और 500 रपये के पुराने नोटों का चलन बंद कर दिया गया था। पिछले कुछ हफ्तों में अपने देशव्यापी अभियान के तहत जांच एजेंसी ने अबतक कर्नाटक में चार, हैदराबाद में चार, राजस्थान एवं कोलकाता में एक-एक ऐसे मामले दर्ज किए हैं।

सीबीआई सूत्रों ने बताया कि अबतक वह 19 करोड़ रुपये के पुराने नोटों को अवैध रूप से नये नोटों में बदलवाने की जांच कर रही है और जांच आगे बढ़ने पर यह राशि बढ़ सकती है एवं और प्राथमिकियां दर्ज की जा सकती हैं।

कर्नाटक में सीबीआई ने पुराने नोटों को अवैध रूप से नये नोटों में बदलवाने को लेकर जदएस के एक नेता, जो कैसिनो संचालक भी है तथा एक आरबीआई अधिकारी को गिरफ्तार किया है। बेंगलुरू में आरबीआई अधिकारी के माइकल को 1.51 करोड़ रुपये के पुराने नोटों को नये नोटों में बदलवाने को लेकर पिछले हफ्ते गिरफ्तार किया गया था। माइकल आरबीआई में वरिष्ठ सहायक है।

साथ ही रिजर्व बैंक ने बैंकों से कहा है कि वे बैंक शाखाओं व करेंसी चेस्ट के परिचालन की सीसीटीवी रिकार्डिंग को संभालकर रखें, ताकि प्रवर्तन एजेंसियों को उन लोगों की पहचान करने में आसानी हो जो नोटबंदी के बाद नये नोटों की जमाखोरी कर रहे हैं। केंद्रीय बैंक ने इस बारे में आज एक अधिसूचना जारी की है। इसमें बैंकों से कहा गया है कि वे 8 नवंबर से लेकर 30 दिसंबर 2016 तक बैंक शाखाओं व करेंसी चेस्ट में लगे सीसीटीवी रिकार्डिंग संभालकर रखें। रिजर्व बैंक ने कहा है कि इस रिकार्डिंग से प्रवर्तन एजेंसियों को नये नोटों की जमाखोरी करने वालों को पहचानने व उनके खिलाफ कार्रवाई में मदद मिलेगी।

इससे पहले अक्तूबर में रिजर्व बैंक ने बैंकों से कहा था, कि वे बैंक हाल या परिसर तथा काउंटरों को सीसीटीवी के दायरे में लायें। सरकार ने 8 नवंबर की रात को नोटबंदी की घोषणा की थी। उसके बाद से देश भर में समाजकंटक तत्वों द्वारा नये नोटों की जमाखोरी के समाचार आ रहे हैं।