Zomato ने त्यौहारी सीज़न में प्लेटफ़ॉर्म फीस बढ़ाकर 10 रुपये की
यह पहली बार नहीं है जब Zomato ने त्यौहारी सीज़न और छुट्टियों के उत्साह का फ़ायदा उठाने की कोशिश की है. पिछले साल, इसने नए साल की पूर्व संध्या पर प्लेटफ़ॉर्म फीस बढ़ाकर 9 रुपये कर दी थी.
फूड डिलीवर करने वाली दिग्गज कंपनी ज़ोमैटो (
) ने त्यौहारी सीज़न के दौरान अपने प्लेटफ़ॉर्म पर 8 से 10 रुपये प्रति ऑर्डर की दर से फीस बढ़ा दी है. मंगलवार को, प्लेटफ़ॉर्म ने "फेस्टिव सीज़न प्लेटफ़ॉर्म फीस" दिखाना शुरू किया, जो कि सामान्य शुल्क से ज़्यादा था क्योंकि प्लेटफ़ॉर्म फेस्टिव सीज़न के कारण बढ़ी हुई मांग का फ़ायदा उठाना चाहता था.ज़ोमैटो ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा, "ये व्यावसायिक निर्णय हैं जिन्हें हम समय-समय पर विभिन्न कारकों के आधार पर लेते हैं."
यह ख़बर दीपिंदर गोयल की अगुआई वाली कंपनी द्वारा अपने दूसरी तिमाही के नतीजे जारी करने और अपनी बैलेंस शीट को मज़बूत करने के लिए 1 अरब डॉलर जुटाने की योजना को मंज़ूरी देने के ठीक एक दिन बाद आई है.
कंपनी ने अगस्त 2023 में अपने मार्जिन को बढ़ाने के लिए 2 रुपये की फ्लैट प्लेटफ़ॉर्म फीस पेश की और तब से इसे बढ़ा रही है. अप्रैल में अपनी प्रतिद्वंद्वी कंपनी स्विगी के साथ मिलकर इसने अपनी प्लेटफ़ॉर्म फीस में 25% की बढ़ोतरी करके इसे 5 रुपये कर दिया था. बाद में ज़ोमैटो ने इसे बढ़ाकर 6 रुपये कर दिया था.
यह पहली बार नहीं है जब Zomato ने त्यौहारी सीज़न और छुट्टियों के उत्साह का फ़ायदा उठाने की कोशिश की है. पिछले साल, इसने नए साल की पूर्व संध्या पर प्लेटफ़ॉर्म फीस बढ़ाकर 9 रुपये कर दी थी.
इस साल की दूसरी तिमाही में फ़ूड डिलीवरी प्लेटफ़ॉर्म ने प्लेटफ़ॉर्म फीस के रूप में 75 करोड़ रुपये कमाए, जो पिछले साल की इसी तिमाही में मिले 13 करोड़ रुपये से कई गुना ज़्यादा है.
हालांकि, रिपोर्टिंग तिमाही के दौरान प्लेटफ़ॉर्म ने ग्राहकों द्वारा भुगतान किए जाने वाले डिलीवरी शुल्क में कमी देखी. इसे वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही में 253 करोड़ रुपये मिले, जो पिछले साल के 379 करोड़ रुपये से 33% कम है.
(Translated by: रविकांत पारीक)