ब्रेस्ट कैंसर हुआ है? रिकवरी और सेहतमंद भविष्य की तरफ ऐसे बढ़ाएं एक-एक कदम
ब्रेस्ट कैंसर का पता चलना निश्चिततौर पर डरावना और जिंदगी बदल देने वाला अनुभव होता है. चिकित्सकों के मार्गदर्शन, उपचार के उपलब्ध विकल्पों की जानकारी, एक मजबूत सपोर्ट सिस्टम के निर्माण और उपचार के व्यावहारिक पक्षों को हल करने के साथ इस मुश्किल सफर को पार किया जा सकता है.
यदि आपको ब्रेस्ट कैंसर होने का पता चले तो यह बेहद ही डरावना, मायूस कर देने वाला अनुभव हो सकता है. आपके मन में भावनाओं का तूफान-सा उठने लगता है. दुनिया भर में 20 लाख मामलों के साथ ब्रेस्ट कैंसर पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा पाया जाने वाला कैंसर है. हाल ही में, आईसीएमआर स्टडी में यह बात सामने आई है कि भारत में ब्रेस्ट कैंसर की सर्वाइवल दर 66.4% है. यह बेहद ही चुनौतीभरा है, लेकिन यह समझना जरूरी है कि इस सफर में आप अकेले नहीं हैं. ब्रेस्ट कैंसर के उपचार में हुई प्रगति और तरह-तरह के सपोर्ट सिस्टम को देखते हुए, आपके पास स्वस्थ होने की दिशा में काफी विकल्प और सहायता उपलब्ध हैं.
डॉ. मनीष के सिंघल, सीनियर कंसल्टेंट, मेडिकल ऑन्कोलॉजी, इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल, दिल्ली का कहना है, "मेरा अब तक का जो अनुभव रहा है, उसमें 80% मरीज गंभीर बीमारी का पता चलने पर घबरा जाते हैं, उन्हें लगता है कि यह अंत हो सकता है. मरीजों और उनके अपनों पर गहरे प्रभाव को देखते हुए मैं एक व्यापक तरीके को अपनाने की बात करता हूं. इसमें रोग की समझ, व्यक्तिगत देखभाल के प्लान, उपचार को लेकर विस्तृत चर्चा शामिल है और भावनात्मक सेहत के लिए निरंतर सहयोग देते रहना जरूरी है. रोगी को जानकारी से लैस कर उन्हें अपनी सेहत का फैसला सोच-समझकर करने में सक्षम बना सकते हैं. एक लंबी और बेहतर जिंदगी के लिए उपलब्ध आधुनिक तकनीक के बारे में जानकारी उपलब्ध कराना जरूरी है. डॉक्टरों तथा रोगियों के बीच एक सहयोगी कोशिश के साथ, हम ना केवल इस समस्या के उपचारात्मक पक्ष को, बल्कि पूरी जिंदगी को बेहतर बना सकते हैं. इससे स्वास्थ्य से जुड़ी चुनौतियों का सामना करने के कई विकल्प मिलते हैं."
यहां कुछ ऐसे तरीकों के बारे में बताया गया है, जिससे वे अपने सफर को पार कर सकते हैं:
अपने लिए सही उपचार चुनें: जब ब्रेस्ट कैंसर का उपचार करा रहे हों तो यह जानना बेहद जरूरी है कि उपचार के हर विकल्प के अपने साइड इफेक्ट होते हैं. जैसे, कीमोथैरेपी की वजह से बालों का झड़ना भावनात्मक रूप से मुश्किल हो सकता है. कई सारे ऐसे एडवांस उपचार हैं जोकि आपको लंबा तथा बेहतर जीवन जीने में मदद करेंगे. उपचार के उपलब्ध विकल्पों के बारे में अपने डॉक्टर से विस्तार से बातचीत करना, उपलब्ध थैरेपीज की बेहतर समझ और आपके मानसिक तथा शारीरिक स्वास्थ्य पर उनके संभावित प्रभावों के बारे में बेहतर समझ देती है. इस बातचीत से यह भी पता चलता है कि उपचार के दौरान आपको किन चीजों की उम्मीद करनी चाहिए.
अपनी बीमारी को समझें: सबसे शुरुआती और सबसे अहम कदम है मेडिकल तथा सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट युक्त डॉक्टरों की टीम तैयार करना. अपनी मेडिकल टीम के साथ खुलकर बात करना, खुलकर सवाल करना जरूरी है. अपने कैंसर के प्रकार और स्टेज के बारे में जानकारी लेना, उपचार के उपलब्ध विकल्पों को जानना, संभावित साइड इफेक्ट के बारे में जानना और अपनी स्थिति को समझना आवश्यक है. बीमारी के बारे में जानकारी लेकर, आप अपनी सेहत को लेकर एक समझदारी भरा निर्णय लेने के लिए खुद को सक्षम बना सकते हैं.
सपोर्ट सिस्टम बनाएं और उससे जुड़ें: ब्रेस्ट कैंसर के अपने इस सफर में अपने आस-पास एक मजबूत सपोर्ट सिस्टम बनाएं. परिवार के अपने करीबियों और दोस्तों को अपनी बीमारी के बारे में बताएं, क्योंकि इस सफर के दौरान आपको जिस सपोर्ट और संबल की जरूरत है, इससे आपको वह भावनात्मक ताकत मिलेगी. इसके साथ ही, इस अनुभव से गुजर रहे लोगों से जुड़ने के लिए आप किसी स्थानीय सपोर्ट ग्रुप या फिर ऑनलाइन कम्युनिटीज से जुड़ सकते हैं. दूसरों के साथ अपना डर, संघर्ष और जानकारी साझा करने से आपकी समझ बढ़ेगी और भावनात्मक दबाव थोड़े कम होंगे.
अपनी सेहत को प्राथमिकता दें: आपकी पूरी सेहत को लाभ पहुंचने वाली गतिविधियों में शामिल होकर खुद की देखभाल को प्राथमिकता दें. एक सेहतमंद लाइफस्टाइल बनाएं, जिसमें संतुलित आहार, नियमित एक्सरसाइज और पर्याप्त नींद शामिल है. यह कैंसर के इस पूरे सफर में बेहद जरूरी हैं. तनाव का प्रभावी रूप से प्रबंधन करने के लिए ध्यान या योग जैसे आरादायक तकनीक सीखें. आपको सुकून और खुशी पहुंचाने वाली गतिविधियों को जानकर स्वयं की देखभाल के महत्व को समझें. यह आपकी पूरी सेहत के लिए फायदेमंद है.
वित्तीय योजना: कैंसर के उपचार के दौरान संभावित वित्तीय चुनौतियों को दूर करना जरूरी है. उपचार से जुड़े खर्चों के बारे में जानने के लिए अपनी हेल्थकेयर टीम और बीमा प्रदाता से बात करें. साथ ही उपलब्ध वित्तीय सहायता कार्यक्रमों के बारे पता लगाएं. अपॉइंटमेंट, चाइल्डकेयर और काम से जुड़े जरूरी इंतजाम जैसे व्यावहारिक पक्षों के बारे में विचार करें.
जानकारी का सोच-समझकर इस्तेमाल करें: अपनी सेहत और उपचार के विकल्पों के बारे में जानकारी रखना जरूरी है, लेकिन जरूरत से अधिक जानकारी एंग्जाइटी को बढ़ा सकती है. अनावश्यक तनाव से बचने के लिए, विश्वसनीय स्रोतों पर विश्वास करते हुए और अपने डॉक्टर से मार्गदर्शन लेकर संतुलन बनाएं रखें.
ब्रेस्ट कैंसर का पता चलना निश्चिततौर पर डरावना और जिंदगी बदल देने वाला अनुभव होता है. चिकित्सकों के मार्गदर्शन, उपचार के उपलब्ध विकल्पों की जानकारी, एक मजबूत सपोर्ट सिस्टम के निर्माण और उपचार के व्यावहारिक पक्षों को हल करने के साथ इस मुश्किल सफर को पार किया जा सकता है. यह जानना जरूरी है कि आप अकेले नहीं हैं; उपचार के कई सारे विकल्प हैं. साथ ही कई ऐसी कम्युनिटीज हैं जोकि आपकी मदद करने और प्रोत्साहन देने के लिए तैयार है. इस सफर को स्वीकार करते हुए, रिकवरी और एक सेहतमंद भविष्य की तरफ एक-एक कदम बढ़ाते जाएं.