कभी 2 BHK अपार्टमेंट से हुआ था लॉन्च, अब 1 करोड़ रुपये का राजस्व कमाता है पुणे स्थित यह स्टार्टअप
एमआईटी पुणे के फार्मेसी छात्र और मैनेजमेंट ग्रेजुएट सूरज चौधरी को याद है कि जब वे कॉलेज में थे तो रेजर ब्लेड के लिए काफी ज्यादा पैमेंट करना पड़ता था। वे कहते हैं,
"कई मौकों पर, मेरे कुछ दोस्तों ने महीनों तक एक ही कार्ट्रिज का इस्तेमाल किया था, यहां तक कि उन्होंने अपने दोस्तों के साथ ब्लेड शेयर भी किए थे।"
वह याद करते हुए कहते हैं,
"मेरे कॉलेज के छात्र आर्मी कैंटीन स्टोर्स से 12 ब्लेड का एक पैकेट खरीदते थे और दोस्तों के बीच शेयर करते थे।"
तब उन्हें महसूस हुआ कि रेजर ब्लेड जैसी दैनिक उपयोग की वस्तु की कीमत ज्यादा नहीं होनी चाहिए। सूरज ने अपने दोस्त मिहिर वैद्य को साथ लिया जोकि एक कंप्यूटर इंजीनियर थे, और 2014 के अंत में एक उपाय खोजने के लिए एक आइडिया पर काम करना शुरू कर दिया।
2015 में, जोड़ी ने सूरज के पुणे के 2BHK अपार्टमेंट से ब्लेड एंड बाथ (Blade & Bath) लॉन्च किया। इसके बाद एसआईबीएम, पुणे से एमबीए सूरज के सहपाठी, हरीश अमृतकर 2017 में संस्थापक टीम में शामिल हो गए। तीन साल के दौरान, उन्होंने हजारों ग्राहकों से डेटा और फीडबैक इकट्ठा किया और एक बेहतर प्रोडक्ट लाइन के साथ आए और इस बार कंपनी को अगस्त 2018 में ज्लेड (Zlade) के साथ रीब्रांड किया।
इसी समय उन्होंने अपने ऑफिस को एक गोदाम में शिफ्ट किया। Zlade सस्ती कीमतों पर क्वालिटी शेविंग प्रोडक्ट प्रदान करता है। स्टार्टअप भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है और स्टार्टअप इंडिया कार्यक्रम का हिस्सा है।
मुख्य समस्याओं को हल करना
यूजर्स के बीच सामान्य धारणा यह है कि क्वालिटी वाले रेजर ब्लेड महंगे होते हैं। भारत में रेजर ब्लेड का कारोबार लगभग एकाधिकार में है। सूरज कहते हैं,
“मार्केट लीडर के पास मार्केट शेयर का 40 प्रतिशत से अधिक है। दूसरी ओर, सस्ते रेजर, खराब क्वालिटी प्रदान करते हैं जो आपकी त्वचा को काट सकते हैं।”
ज्लेड इस समस्या का समाधान करना चाहता था। यह दो प्रकार के रेजर से आया - चार-ब्लेड और छह-ब्लेड। इसके अलावा, इसने प्राकृतिक और रासायनिक मुक्त शेविंग उत्पादों, जैसे शेविंग जैल और अल्कोहल-फ्री आफ्टरशेव को भी पेश किया।
ज्लेड ने 22 और 55 वर्ष की आयु के बीच के पुरुषों को टारगेट किया। इसने 2016 की शुरुआत में अपनी वेबसाइट के माध्यम से ग्राहकों का पहला सेट हासिल किया। 31 साल के तीनों युवाओं ने अपनी बचत से केवल 6 लाख रुपये से कारोबार शुरू किया था।
Zlade 2019 तक स्व-वित्तपोषित था। हाल ही में, इसने पुणे स्थित एक प्रतिष्ठित व्यवसाय परिवार से निवेश की एक अज्ञात राशि जुटाई। सूरज कहते हैं,
'हम अपने पोर्टफोलियो को बढ़ाने और ज्यादा बिक्री वाले चैनलों में निवेश करने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं।'
प्रतिस्पर्धी मूल्य निर्धारण
ज्लेड के प्रोडक्ट जर्मनी में 'सिटी ऑफ ब्लेड्स’ कहे जाने वाले सोलिंगन में बनाए जाते हैं। सूरज कहते हैं,
"सोलिंगन ब्लेड बनाने की अपनी कला के लिए प्रसिद्ध है। स्टार्टअप का सोलिंगेन में एक कारखाने के साथ एक समझौता है, जिसका नाम ज्लेड ने साझा करने से इंकार कर दिया। इसी कारखाने से यह अपने पहले दिन से प्रोडक्ट रिसोर्स करता आ रहा है।"
उन्होंने कहा,
"हमने अपने पहले ब्रांड से मिली प्रतिक्रिया के आधार पर कारखाने के साथ काम किया, और ज्लेड के लिए भारतीय उपभोक्ता के लिए उपयुक्त नए और बेहतर उत्पादों की बिक्री की।"
ब्लेड को पेटेंट टेक्नोलॉजी के साथ लेपित किया जाता है, जिसमें हीरा और टाइटेनियम शामिल हैं, जो उन्हें तेज और लंबे समय तक चलने वाला बनाता है।
वे कहते हैं,
"हमारी ज्लेड सेफ-एज भारत में पहले रेजर में से एक है, जिसे विशेष रूप से संवेदनशील त्वचा वाले लोगों के लिए डिजाइन किया गया है, जो निक्स और कट को कम करते हैं, और इनग्रोन बालों को रोकते हैं।"
इसके अलावा, ज्लेड प्रोडक्ट की क्वालिटी पर समझौता किए बिना, अपने प्रोडक्ट को एक प्रतिस्पर्धी मूल्य पर प्रदान करता है। संस्थापकों के अनुसार, कीमतें अपने प्रतिद्वंद्वियों की तुलना में 50 प्रतिशत कम हैं। वे बताते हैं,
“कुछ कंपनियां अपने ब्लेड और रेजर की मार्केटिंग में सब कुछ झोंक देती हैं। बाजार के एकाधिकार वाले स्वरूप के साथ, इसने मौजूदा मार्केट लीडर्स को अपने प्रोडक्ट्स के लिए अत्यधिक कीमतों पर शुल्क लगाने में सक्षम बनाया है क्योंकि उपभोक्ताओं के पास गुणवत्ता विकल्प की कमी के कारण इन कीमतों का भुगतान करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।"
स्टार्टअप उसी कारखानों के साथ साझेदारी करने का दावा करता है जो अन्य प्रमुख ब्रांडों के लिए ब्लेड बनाता है। लेकिन सवाल उठता है कि फिर ऐसा क्या है कि ज्लेड अपने प्रोडक्ट को उनसे 50 प्रतिशत कम कीमत पेश करता है? इसका कारण ये है कि यह डायरेक्ट-टू-कस्टमर मॉडल के माध्यम से अपने प्रोडक्ट सीधे ग्राहकों को बेचता है, जिससे इसे सप्लाई चैन के विभिन्न स्तरों पर बिचौलियों को खत्म करने में मदद मिलती है। इसके रेजर की कीमत 199 रुपये से शुरू होती है और एक ग्राहक अपने पूरे साल को 599 रुपये से लेकर 1,200 रुपये में कवर कर सकता है।
बिजनेस मॉडल
ग्राहक ज्लेड की वेबसाइट के माध्यम से प्रोडक्ट खरीद सकते हैं या Amazon और Flipkart सहित ईकॉमर्स मार्केटप्लेस के माध्यम से प्रोडक्ट्स को ऑर्डर कर सकते हैं। यहां तक कि, ज्लेड के रेजर लगातार अमेजॉन पर टॉप 10 सर्वश्रेष्ठ विक्रेताओं में से हैं। हाल ही में, ज्लेड ने गोवा और मुंबई में अपने ऑफलाइन रिटेल स्टोर लॉन्च किए और इस साल के अंत तक और अधिक स्टोर खोलने की योजना है।
सूरज कहते हैं,
''हम अपनी डिस्ट्रीब्यूशन और ब्रांड-बिल्डिंग के प्रयासों का समर्थन करने के लिए अपनी सीरीज ए राउंड की फंडिंग की ओर बढ़ रहे हैं। पैकेजिंग भारत में स्थानीय रूप से पुणे में ज्लेड के डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर में की जाती है। ज्लेड अपने उत्पादों को पुणे से देश के विभिन्न हिस्सों में भेजती है। ज्लेड का बिजनेस मॉडल ब्लेड और शेव्स प्रीप की बिक्री पर आधारित है।"
सूरज कहते हैं,
"हमारे ग्राहक वर्तमान में हर साल दो से तीन खरीदारी करते हैं।"
ज्लेड का रिपीट कस्टमर बेस लगभग 30,000 का है और स्टार्टअप की ग्रोथ को देखते हुए यह इस साल के अंत तक एक लाख और युनिक यूजर्स जोड़ने का अनुमान लगाता है। वे कहते हैं,
"हमारे रिपीट कस्टमर्स हर साल दो से तीन खरीदारी करते हैं और हम इन ग्राहकों से हमारे कस्टमर लाइफटाइम वैल्यू और ऐवरेज ऑर्डर वैल्यू बढ़ाने पर काम कर रहे हैं।"
इसका शेविंग जेल और आफ्टरशेव भारत में बनाया जाता है। स्टार्टअप एक सब्सक्रप्शन मॉडल पर भी काम कर रहा है, जहां ग्राहक नियमित शिपमेंट के लिए साइन अप कर सकेंगे और अपने दरवाजे पर दिए गए उत्पादों को प्राप्त कर सकेंगे। पिछले छह महीनों में, ज्लेड ने लगातार 20 प्रतिशत महीने की वृद्धि दर्ज की है।
यह अगले तीन वर्षों में ब्रेक - ईवन की भी योजना बना रहा है। अगस्त 2018 से, जब इसने अपने उत्पादों की नई लाइन शुरू की, तो ज्लेड ने राजस्व में 1 करोड़ रुपये से अधिक दर्ज किया है। सूरज कहते हैं,
''हम वित्त वर्ष 2020 में 16 करोड़ रुपये के राजस्व की दर तक पहुंचने का अनुमान लगा रहे हैं।"
मेन्स ग्रूमिंग मार्केट
वह समय था जब पुरुषों की ग्रूमिंग ब्रायल्केरेम और जिलेट तक सीमित थी। आज, बाजार में बियर्ड-केयर स्टार्टर किट से लेकर एक्टिवेटेड चारकोल फेस वॉश, हेयर वैक्स से मूछ वैक्स और ओनली मेन क्रीम्स तक कई स्टार्टअप मैदान में है। 2018 में प्रकाशित एसोचैम की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2018 में पुरुषों की ग्रूमिंग इंडस्ट्री का मूल्य 16,800 करोड़ रुपये था, और 2021 तक 35,000 करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है।
बॉम्बे शेविंग कंपनी, द मैन कंपनी और लेट्सशावे जैसे स्टार्टअप भारत में ऑनलाइन मेन्स ग्रूमिंग स्पेस में शानदार कर रहे हैं। ये स्टार्टअप टॉप एफएमसीजी कंपनियों जैसे जिलेट, पार्क एवेन्यू, निविया और मारिको को टक्कर दे रहे हैं। और सूरज का मानना है कि प्रतिस्पर्धा के बावजूद, ज्लेड के पास एक अलग किस्म की पेशकश है।
वे आखिर में कहते हैं,
“हम 50 प्रतिशत कम कीमत पर क्वालिटी शेविंग की सप्लाई की पेशकश कर रहे हैं। इस प्रकार, ज्लेड के साथ हम अपने ग्राहकों के लिए प्रीमियम विश्व स्तरीय रेजर बना रहे हैं।”