डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज के लिए पहली बार 6 महिलाओं का चयन
DSSC यानी रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज भारतीय सेना में एकमात्र प्रतिस्पर्धी कोर्स प्रोग्राम है, जिसके जरिए आर्मी ऑफिसर्स उच्च पदों पर नियुक्ति पा सकते हैं. इस साल इस परीक्षा में 15 महिला अधिकारियों ने हिस्सा लिया था, जिनमे से छः महिलाओं ने यह परीक्षा पास की है.
पहली बार छह महिला अधिकारियों ने प्रतिष्ठित ‘रक्षा सेवा स्टाफ पाठ्यक्रम’ (DSSC) और ‘रक्षा सेवा तकनीकी स्टाफ पाठ्यक्रम’ (DSTSC) परीक्षा उत्तीर्ण की है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
ये परीक्षाएं हर साल सितंबर में आयोजित की जाती हैं. इनमें से चार अधिकारी तीनों सेवाओं के अपने पुरुष समकक्षों के साथ तमिलनाडु के वेलिंगटन में रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज में एक साल प्रशिक्षण लेंगी.
गौरतलब है कि सरकार ने पिछले साल महिला अधिकारियों को सेना में स्थायी कमीशन का निर्णय लिया था. इनका इनका शैक्षणिक सत्र अगले साल अप्रैल से शुरू होगा.
महिला अधिकारियों को अभियान के अंतर्गत, सैन्य खुफिया जानकारी, अभियानगत साजो-सामान और स्टाफ नियुक्तियों के प्रशासनिक पहलुओं से संबंधित प्रशिक्षण दिया जाएगा.
अधिकारियों ने बताया कि शेष दो महिला अधिकारियों में से एक रक्षा सेवा तकनीकी स्टाफ पाठ्यक्रम की आरक्षित सूची में है और दूसरी महिला अधिकारी को प्रशासन और रसद प्रबंधन पाठ्यक्रम (ALMC) / खुफिया स्टाफ पाठ्यक्रम (ISC) के लिए चयनित किया गया है.
सेना ने बताया कि भारतीय सेना के 1,500 से अधिक अधिकारी DSSC / DSTSC प्रवेश परीक्षा में भाग लेते हैं. अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष पहली बार सेना(आर्मी सर्विस कॉर्प्स, आर्मी एयर डिफेंस, आर्मी ऑर्डनेंस कॉर्प्स, कॉर्प्स ऑफ सिग्नल्स, कॉर्प्स ऑफ इंटेलिजेंस, कॉर्प्स ऑफ इंजीनियर्स एंड कॉर्प्स ऑफ EME) की 22 महिला अधिकारियों ने परीक्षा में भाग लिया था.
एक अधिकारी ने कहा, ‘डीएसएससी के लिए नामित चार महिला अधिकारियों में से एक महिला डीएसएससी परीक्षा पास करने वाले एक अधिकारी की पत्नी हैं, यानी यह सेना के इतिहास में पहला दंपत्ति होगा जो वेलिंगटन में एक साथ प्रशिक्षण लेगा.’
DSSC क्या है
रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज (DSSC) रक्षा मंत्रालय के अधीन एक रक्षा सेवा प्रशिक्षण संस्थान है. यहां तीनों भारतीय सेनाओं, अर्धसैनिक बलों और सिविल सेवाओं के चयनित अधिकारियों प्रशिक्षित किया जाता है.
इस कोर्स का मकसद आर्मी ऑफिसर्स को भविष्य में सीनियर कमांड और स्टाफ अपॉइंटमेंट्स जैसे उच्च पदों के लिए तैयार करना है. इसे पास करने वाले अधिकारी स्टाफ कॉलेज में 10 महीनों का कोर्स करते हैं. ये एक तरह का एंट्रेंस एग्जाम है जिसमें अधिकारियों को न सिर्फ एग्जाम निकालना होता है बल्कि आर्म/सर्विस एग्जाम की मेरिट लिस्ट में भी आना होता है.
अधिकारियों को यूनिट लेवल पर एक आर्मी ऑपरेशन के लिए एक आसान सा प्लान तैयार करने को लेकर उनकी स्किल का परीक्षण भी होता है. इस प्लान को देने के लिए अधिकारियों को 3 घंटे मिलते हैं.
अधिकारियों को ब्रीफ के तौर पर एक लाइन में स्थिति की जानकारी दी जाती है साथ में एक मैप. उसके आधार पर अधिकारी अपना प्लान बताते हैं कि कैसे वो अपने सब यूनिट्स और बाकी रिसोर्सेज का इस्तेमाल करने वाले हैं.
इसके अलावा करंट अफेयर्स, साइंस टॉपिक्स और आर्मी, एडमिनिस्ट्रेटिव यूनिट्स और आर्मी के क्षेत्र में भविष्य में पनप सकने वाली परिस्थितियों के मुद्दों पर भी कुछ एग्जाम होते हैं.
Edited by Upasana