भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम दुनिया में तीसरे नंबर पर: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आज मेरे युवाओं ने दुनिया के पहले तीन स्टार्टअप इकोसिस्टम में भारत को स्थान दिलाया है. उन्होंने कहा, "किसान भाइयों का पुरुषार्थ है कि आज देश कृषि के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, "देश की आजादी की जंग में जिन लोगों ने योगदान और बलिदान दिया, त्याग किया, उन सबको नमन करता हूं."
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया महंगाई के संकट से जूझ रही है और पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को महंगाई ने दबोच कर रखा है. पीएम मोदी ने कहा कि उनके नेतृत्व में केंद्र सरकार ने महंगाई को नियंत्रित करने के लिए ‘भरसक प्रयास' किये और जनता के इस बोझ को कम से कम करने के लिए आने वाले दिनों में भी प्रयास जारी रहेगा.
उन्होंने कहा, "हम भी दुनिया से, जिन सामानों की जरूरत होती है, लाते हैं. हम सामान तो आयात करते हैं, साथ ही महंगाई भी आयात करते हैं. पूरी दुनिया को महंगाई ने जकड़ कर रखा है."
पीएम मोदी ने कहा, "भारत ने महंगाई को नियंत्रित रखने के लिए भरसक प्रयास किए हैं. पिछले कालखंड की तुलना में हमें कुछ सफलता भी मिली है. लेकिन इतने से संतोष नहीं..... दुनिया से हमारी चीजें अच्छी हैं, बस यही सोचकर हम नहीं रह सकते. मुझे तो, मेरे देशवासियों पर महंगाई का बोझ कम से कम हो, इस दिशा में और भी कदम उठाने हैं. हम उन कदमों को उठाते रहेंगे, मेरा प्रयास निरंतर जारी रहेगा."
प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर मध्यम वर्ग के लोगों के लिए कम ब्याज पर आवास खरीदने की सुविधा प्रदान करने की भी घोषणा की.
उन्होंने कहा, "मध्यम वर्ग के लिए एक योजना लेकर आ रहे हैं. जो शहरों में रहते हैं लेकिन किराए के मकान में रहते हैं. झुग्गी-झोपड़ी में रहते हैं, अनधिकृत कॉलोनियों में रहते हैं. ऐसे परिवारजन अगर अपना मकान बनाना चाहते हैं तो बैंक से जो कर्ज मिलेगा, उसके ब्याज में राहत देकर हमने लाखों रुपये की मदद करने का निर्णय किया है."
पीएम मोदी ने कहा, "इस बार प्राकृतिक आपदा ने देश के अनेक हिस्सों में अकल्पनीय संकट पैदा किए हैं, जिन परिवारों ने इनका सामना किया, उनके प्रति संवेदना प्रकट करता हूं, केंद्र और राज्य सरकार मिलकर संकट से निपटेंगे, प्रगति के रास्ते पर आगे बढ़ेंगे."
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आज मेरे युवाओं ने दुनिया के पहले तीन स्टार्टअप इकोसिस्टम में भारत को स्थान दिलाया है.
उन्होंने कहा, "किसान भाइयों का पुरुषार्थ है कि आज देश कृषि के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है."
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत का सबसे बड़ा सामर्थ्य बना है विश्वास, सरकार के प्रति जन जन का विश्वास और विश्व का भारत के प्रति विश्वास.उन्होंने कहा कि बदलते हुए विश्व को आकार देने में आज 140 करोड़ देशवासियों का सामर्थ्य नजर आ रहा है, आप निर्णायक मोड़ पर खड़े हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "हम देश में 25 हजार जन औषधि केंद्र बनाने के लक्ष्य को लेकर काम करेंगे."
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में गारंटी दी कि अगले पांच साल में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा. पीएम ने अपने भाषण के दौरान ये भी कहा, "हम जिन योजनाओं का शिलान्यास करते हैं, उनका उद्घाटन भी करते हैं, इन दिनों जिन योजनाओं का शिलान्यास कर रहा हूं, उसका भी उद्घाटन करना आपने (जनता ने) हमारे लिए रख छोड़ा है."
लाल किले की प्रचीर से अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत हमने 70 हजार करोड़ रुपये खर्च किए हैं ताकि गरीब को दवाई मिले, उनका अच्छे से इलाज हो, हमने पशुधन को बचाने के लिए करीब 15 हजार करोड़ रुपये टीकाकरण पर लगाए हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने स्वयं सहायता समूहों की सराहना करते हुए कहा कि सरकार का लक्ष्य दो करोड़ ‘लखपति दीदी’ बनाने का है .
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "हमें तीन बुराइयों- भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण के खिलाफ पूरे सामर्थ्य के साथ लड़ना है."
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "2014 में हम वैश्विक अर्थव्यवस्था में 10वें नंबर पर थे, आज 140 करोड़ देशवासियों का पुरूषार्थ रंग लाया और हम विश्व की 5वीं अर्थव्यवस्था बन चुके हैं, यह ऐसे ही नहीं हुआ है, हमने लीकेज बंद किया, मजबूत अर्थव्यवस्था बनाई, गरीब कल्याण के लिए ज्यादा से ज्यादा धन खर्च करने का प्रयास किया."
उन्होंने कहा, "हमें ऐसा भारत बनाना है जो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का था, स्वतंत्रता सेनानियों का था, वीरांगनाओं का था. वर्ष 2047 के सपनों को साकार करने का सबसे महत्वपूर्ण काल अगले पांच साल हैं."
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "देश में रेल आधुनिक हो रही है तो वंदे भारत ट्रेन भी आज देश में चल रही है, गांव-गांव पक्की सड़कें बन रही हैं तो इलेक्ट्रिक बसें, मेट्रो की रचना भी आज देश में हो रही है. आज गांव-गांव तक इंटरनेट पहुंच रहा है."
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे देश में 25 साल से चर्चा हो रही थी कि नई संसद बने, लेकिन यह मोदी है... समय से पहले नई संसद बन गई, यह काम करने वाली सरकार है, निर्धारित लक्ष्यों के साथ काम करने वाली सरकार है.