मिलें इंटरनेशनल अवॉर्ड विनिंग म्यूज़िशियन, मॉडल, राइटर और टीवी एंकर विनीत मल्होत्रा से, सीखें अपने सपनों को सच करने का हुनर
"बंद आंखों से देखा गया ऐसा कोई सपना नहीं, जिन्हें खुली आंखों की दुनिया में पूरा ना किया जा सके। कोई ऐसा मुक़ाम, कोई मंज़िल नहीं जो इंसान की पहुँच से दूर हो। हर सफल व्यक्ति की सफलता का राज़ उसकी लगन उसकी मेहनत में छुपा होता है, ज़रूरत होती है तो सिर्फ उसे पहचानने की और विनीत मल्होत्रा इसका एक बेहतरीन उदाहरण हैं, जिन्होंने अपनी ज़िंदगी में वो सबकुछ किया, जो उन्होंने करना चाहा।"
ज़िंदगी में किसी भी मुक़ाम को हासिल करने के लिए सिर्फ़ दो चीज़ें की ज़रूरत होती है, पहला तो दृढ़ निश्चय और दूसरा कभी ना टूटने वाला हौसला। बंद आंखों से देखा गया ऐसा कोई सपना नहीं, जिसे खुली आंखों की दुनिया में पूरा किया जा सके। कोई ऐसा मुक़ाम, कोई मंज़िल नहीं जो इंसान की पहुँच से दूर हो। हर सफल व्यक्ति की सफलता का राज़ उसकी लगन उसकी मेहनत में छुपा होता है, ज़रूरत होती है तो सिर्फ उसे पहचानने की और विनीत मल्होत्रा इसका एक बेहतरीन उदाहरण हैं, जिन्होंने अपनी ज़िंदगी में वो सबकुछ किया, जो उन्होंने करना चाहा।
पेशे से विनीत एक टीवी एंकर हैं, लेकिन कई बड़ी एड फिल्मों में काम करने के साथ-साथ म्यूज़िक पर भी अपनी अच्छी पकड़ रखते हैं और यही वजह है कि वे एक इंटरनेशनल अवॉर्ड विनिंग म्यूज़िशियन के तौर पर भी पहचाने जाते हैं। विनीत इन दिनों अपनी पहली किताब पर भी काम कर रहे हैं, जिसके आने की उम्मीद अगले दो-तीन महीनों में पूरी होती नज़र आ रही है।
पत्रकारिता एक ऐसा पेशा है जिसे देने के लिए एक पत्रकार के 24 घंटे भी कम पड़ जाते हैं, ऐसे में विनीत म्यूज़िक, राइटिंग और रीडिंग के लिए जिस तरह समय निकालते हैं वो काबिल-ए-तारीफ है। अपने व्यवस्थित लाइफस्टाइल का पूरा श्रेय विनीत टाईम मैनेजमेंट को ही देते हैं।
विनीत कहते हैं,
"इंसान अगर समय की कद्र करना नहीं सीखेगा, व्यवस्थित तरीके से उसे मैनेज नहीं करेगा तो उसकी ग्रोथ एक सीमित समय पर आकर रुक जायेगी, इसलिए सबसे पहले ज़रूरी है वक्त का सही तरह से इस्तेमाल।"
म्यूज़िक का शौक विनीत को हमेशा से ही था, जिसके चलते उन्होंने कई तरह के संघर्ष भी किए और अंतत: वो किया जो वो करना चाहते थे।
उनका कहना है,
"सपने हर किसी को देखने चाहिए और उसे पूरा करने का जज़्बा भी रखना चाहिए, क्योंकि ना तो कोई सपना बहुत बड़ा होता है और ना ही उसे पूरा करने के लिए कोई इंसान छोटा होता है। सपने कोई भी देख सकता है और उन्हें पूरा कोई भी कर सकता है। इसलिए सपनें ज़रूर देखें और उन्हें पूरा भी करें।"
विनीत का जन्म लंदन में हुआ और इनकी परवरिश 6 देशों में हुई। विनीत 20 सालों से एक न्यूज़ एंकर और एडिटर के तौर पर कई बड़े मीडिया हाउसिज़ को अपनी सेवा दे चुके और अभी भी सक्रिय हैं। प्रोफेशनल डिग्री के तौर पर विनीत ने पढ़ाई तो एमबीए की की, लेकिन इनका झुकाव पत्रकारिता की तरफ हो गया, जिसके चलते उन्होंने अपने मॉडलिंग करियर से भी खुद को बाहर निकाल लिया और पूरी तरह से टीवी एंकरिंग की दुनिया में आ गए।
जिस तरह से बड़े-बड़े कॉलेजिस मोटी फीस लेकर स्टूडेंट्स को प्रोफेशनल डिग्रियां बांट रहे हैं और संस्थानों में जिस तरह से प्रोफेशनल डिग्री की अनिवार्यता देखने को मिलती है, उस पर विनीत कहते हैं,
"किसी भी काम को करने के लिए प्रोफेशनल डिग्री से ज्यादा ज़रूरी है आपका अनुभव। अपने अनुभव से इंसान जो सीखता है, वो कोई कॉलेज कोई किताब कोई संस्थान नहीं सीखा सकता। इसलिए यदि आपको लगता है, कि आपकी कागज़ी शिक्षा आपके सपनों को पूरा करने में बाधा बन रही है, तो भी आगे बढ़ें, क्या पता बिना किसी किताबी ज्ञान के भी आप वो कर पायें, जो आप करना चाहते हैं।"
विनीत जब अमेरिका में अपनी पढ़ाई पूरी कर रहे थे उन्हीं दिनों उन्होंने पियानो सीखा। दिन में विनीत कॉलेज जाते थे और रात में पियानो क्लासिज़। पढ़ाई खत्म करने के बाद विनीत जब भारत लौटे तो अपने दोस्त के साथ मिलकर एक बैंड बनाया, जिसको नाम दिया शैडो (SHADOW)। कुछ ही दिनों में विनीत ने कई सारे म्यूज़िक ट्रैक्स निकाले।
साल 2010 में विनीत का पहला म्यूज़िक एलबम आया। मॉडलिंग की दुनिया में विनीत लंबे समय तक सक्रिय रहे, लेकिन कैमरा फेस करने की संतुष्टि एक टीवी एंकर के तौर पर ही मिली।
कोरोनावायरस के प्रकोप के चलते आज जब पूरा देश घरों में कैद होकर रह गया है, एक टीवी एंकर और पत्रकार के तौर पर लॉकडाउन में भी विनीत अपनी सामाजिक ज़िम्मेदारी निभा रहे हैं।
विनीत की अब तक की यात्रा जानने के लिए वीडियो देखना बिल्कुल ना भूलें।
Edited by Ranjana Tripathi