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Kitchen Gardening: किचन वेस्ट से घर में ही बनाएं 'काला सोना', हेल्थ भी बनेगी और ढेर सारा पैसा बचेगा

अधिकतर लोग अपने किचन के वेस्ट को कचरे में फेंक देते हैं. क्या आप जानते हैं कि इस किचन वेस्ट से आप काला सोना बना सकते हैं. हम बात कर रहे हैं कंपोस्ट की, जिसे आप पौधों में डाल सकते हैं.

Kitchen Gardening: किचन वेस्ट से घर में ही बनाएं 'काला सोना', हेल्थ भी बनेगी और ढेर सारा पैसा बचेगा

Saturday November 05, 2022 , 5 min Read

आए दिन हर कोई अपने घर के किचन से ढेर सारा कचरा बाहर फेंकता है. वैसे तो इसे किचन वेस्ट (Kitchen Waste) कहा जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ भी वेस्ट नहीं होता. जिसे हम वेस्ट समझ रहे हैं, वह किसी दूसरी के लिए बड़े काम की चीज साबित हो सकता है. खैर, आज हम आपको किचन वेस्ट का एक ऐसा इस्तेमाल बताने जा रहे हैं, जिससे आपकी हेल्थ भी बनेगी और पैसा भी बचेगा. आज हम आपको बताएंगे कंपोस्ट बनाने का तरीका (Compost making by kitchen waste), जिसे किसान काला सोना (Black Gold) भी कहते हैं. सोना इसलिए क्योंकि यह पौधों के लिए बहुत सारे न्यूट्रिशन का स्रोत होता है और पूरी तरह ऑर्गेनिक होता है. यानी इसके इस्तेमाल से उगाई गई सब्जियां ऑर्गेनिक होती हैं.

किचन वेस्ट से कैसे बनाएं कंपोस्ट?

हर रोज आपके किचन में जो सब्जियां, सलाद या फल काटे जाते हैं, उससे बहुत सारा वेस्ट निकलता है. आलू-प्याज के छिलके, धनिए का निचला हिस्सा, फलों और सलाद के छिलके जैसी तमाम चीजें किचन से निकलती हैं. अगर आप भी किचन वेस्ट से घर में ही कंपोस्टिंग करना चाहते हैं तो इसके दो तरीके हैं.

जल्दी किचन वेस्ट के कंपोस्ट बनाने का तरीका

पहला तरीका ये है कि आप बाजार से कंपोस्टिंग बिन खरीद लें. यह एक बाल्टी जैसा होता है, जिसके अंदर निचले हिस्से में पानी जमा होने की जगह बनी होती है. वहीं इसमें ऊपर की तरफ आपको किचन वेस्ट भरना होता है. इस तरीके से कंपोस्ट बनाने में आपको बोकाशी पाउडर की जरूरत भी होगी, जो बाजार में या ऑनलाइन भी आसानी से मिल जाएगा. आपको हर रोज अपने किचन का कचरा बिन में डालना है और उस पर 1-2 चम्मच बोकाशी पाउडर छिड़क देना है.

जब आपका बिन पूरा भर जाए तो उसे बंद करके 15-20 दिन तक छोड़ दें. इस दौरान आपके किचन वेस्ट कि पिकलिंग हो जाएगी और उसे खोलने पर आप देखेंगे कि उसमें ऊपर की तरफ सफेद रंग की फंगस लग गई है. यह अच्छा संकेत है, जो दिखाता है कि आपके किचन वेस्ट की पिकलिंग हो गई है. किचन वेस्ट से आपको अचार की तेज गंध आएगी. इस किचन वेस्ट को अब एक दूसरे डिब्बे या बड़े गमले में कोकोपीट के साथ मिलाना होगा. करीब 1 इंच कोकोपीट की लेयर और फिर आधा इंच किचन वेस्ट की लेयर. इसी तरह करते-करते सारा किचन वेस्ट कोकोपीट के साथ मिला दें.

अगले स्टेप में आपको हर 2-3 दिन में एक बार उसे किसी डंडे या खुरपी आदि से चलाना होगा, ताकि उसमें हवा ऊपर-नीचे चली जाए. ध्यान रहे, इस प्रक्रिया में बेक्टीरिया को कचरे को खाद बनाने के लिए हवा और ऑक्सीजन की जरूरत होती है. ऐसे में डिब्बे को किसी ऐसी चीज से ढकें जिससे हवा आसानी से अंदर जा सके, लेकिन मक्खियां ना जाएं, वरना कंपोस्ट में कीड़े पैदा हो सकते हैं. करीब 15-20 दिन में आपका सारा किचन वेस्ट कोकोपीट के साथ मिलकर गायब हो जाएगा और बस आपकी कंपोस्ट पौधों में डालने के लिए तैयार हो जाएगी.

composting

फ्री में किचन वेस्ट से कंपोस्ट बनाने का तरीका

अगर आप कोई कंपोस्ट बिन और बोकाशी पाउडर नहीं खरीदना चाहते हैं तो आप सिर्फ कोकोपीट और कचरे को कई लेयर में मिलकर भी ये काम कर सकते हैं. यानी पिकलिंग वाला स्टेप इस तरीके में करने की जरूरत नहीं है. यहां ध्यान रखने की बात ये है कि जहां पिकलिंग वाले तरीके समें 30-40 दिन में कंपोस्ट तैयार हो जाती है, वहीं इस तरीके में आपको 80-100 दिन तक का इंतजार करना पड़ सकता है. अगर आप कोकोपीट पर भी पैसा नहीं खर्च करना चाहते हैं तो उसकी जगह भुरभुरी मिट्टी या रेतीली मिट्टी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. चाहे तो सूखे पत्ते, कागज और गत्ते का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.

कंपोस्ट बनाने के दौरान ध्यान रखें ये बातें

  • कंपोस्ट बनाने के दौरान अक्सर आपको उसमें कुछ कीड़े दिखेंगे. इनसे डरने की जरूरत नहीं है, यह कीड़े किचन वेस्ट को कंपोस्ट में बदलने में बहुत ही मददगार होते हैं.
  • कंपोस्ट के डिब्बे को खुला ना छोड़ें, किसी जाली या मच्छरदानी जैसी चीज से ढक दें. ऐसा नहीं करेंगे तो उसमें मक्खियां जाएंगी और अंडे दे देंगी, जिससे आपके कंपोस्ट में बहुत सारे कीड़े पैदा हो सकते हैं.
  • अगर आपको कंपोस्ट से बदबू आए तो समझ लें कि सूखी चीज जैसे कोकोपीट, मिट्टी, सूखी पत्तियां या कागज-गत्ते की कमी हो रही है. बदबू से निपटने के लिए सूखी चीज की मात्रा बढ़ा दें.
  • सबसे अहम बात ये है कि कंपोस्ट बनाने में थोड़ा वक्त लगता है, तो सब्र रखें. धीरे-धीरे आपका किचन वेस्ट कंपोस्ट में तब्दील हो जाएगा.
  • ध्यान रहे कि कंपोस्ट में मिर्च, नींबू, दूध, दही, ब्रेड या कोई पका हुआ खाना ना डालें. इससे कपोस्टिंग की प्रक्रिया थोड़ी धीमी हो जाती है.

कंपोस्ट के फायदे भी जान लीजिए

अगर आप किचन वेस्ट फेंकने के बजाय उनसे कंपोस्ट बनाते हैं तो इससे बहुत से फायदे हैं. एक तो आपका बहुत सारा कचरा फेंका नहीं जाएगा और दूसरा आपको घर में ही ऑर्गेनिक खाद मिल जाएगी. इस कंपोस्ट को आप अपने घर में ही गमलों में मिर्च-टमाटर जैसी चीजों में डालें, जिससे आपको आर्गेनिक सब्जियां खाने को मिलेंगी. यानी आपकी हेल्थ भी अच्छी बनी रहेगी. बता दें कि बाजार से अगर आप ऑर्गेनिक सब्जियां खरीदने जाएंगे तो आपको उसके लिए बहुत ज्यादा कीमत चुकानी होगी.