लॉकडाउन के दौरान मकान मालिक ने 70 किराएदारों का 7 लाख रुपये किराया किया माफ
रोहित ने मीडिया को बताया हाई कि उनके दो पीजी हैं, जिसमें एक बेड का किराया 3 हज़ार रुपये महीने, जबकि खाने के साथ यह 6 हज़ार रुपये प्रति महीने है।
कोरोना वायरस महामारी ने सभी को प्रभावित किया है। छात्र हों या पेशेवर इस महामारी के चलते लागू हुए लॉकडाउन का नकारात्मक प्रभाव सभी पर देखने को मिला है, हालांकि इसी के साथ कुछ लोग इस कठिन समय में जरूरतमंद लोगों के लिये मदद का हाथ भी बढ़ा रहे हैं।
ऐसा ही मामला जयपुर से सामने आया है, जहां एक मकानमालिक ने लॉकडाउन के बीच अपने किराएदारों का 7 लाख रुपये का किराया माफ कर दिया है। दरअसल ये अभी किराएदार छात्र हैं, जो एक पीजी में रह रहे थे।
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक जयपुर में रहने वाले रोहित ने शहर में पीजी खोल रखे हैं, जिसमें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्र रहने आते हैं। रोहित ने लॉकडाउन के दौरान इन 70 छात्रों का तीन महीने का किराया माफ कर दिया है।
रोहित पेशे से वकील हैं और हाईकोर्ट में वकालत करते हैं। रोहित ने मीडिया को बताया हाई कि उनके दो पीजी हैं, जिसमें एक बेड का किराया 3 हज़ार रुपये महीने, जबकि खाने के साथ यह 6 हज़ार रुपये महीने है। रोहित बीते 3 सालों से पीजी का संचालन कर रहे हैं।
उन्होने बताया है कि इस समय सभी छात्र अपने घरों को गए हुए हैं और जब तक वे वापस नहीं लौटते हैं, रोहित उनसे किराया नहीं लेंगे।