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दिवालिया होने के कगार होने पर आई Lido Learning, 7 महीने पहले 1200 लोगों को निकाला था

लीडो लर्निंग के डायरेक्टर्स बोर्ड ने इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी (आईबीसी), कोड 2016 की धारा 10 के तहत एक आवेदन दायर करने के लिए एक विशेष प्रस्ताव पारित किया है. बता दें कि, इससे 7 महीने पहले ही एडटेक कंपनी लीडो लर्निंग ने 1200 कर्मचारियों को निकाल दिया था.

दिवालिया होने के कगार होने पर आई Lido Learning, 7 महीने पहले 1200 लोगों को निकाला था

Friday September 09, 2022 , 3 min Read

एडटेक स्टार्टअप लीडो लर्निंग राष्ट्रीय कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) की मुंबई बेंच में दिवाला और दिवालिया (इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी) प्रक्रिया के लिए आवेदन किया है. यह जानकारी कंपनी द्वारा मिनिस्ट्री ऑफ कॉरपोरेट अफेयर्स (MCA) में रेगुलेटरी फाइलिंग से सामने आई है.

लीडो लर्निंग के डायरेक्टर्स बोर्ड ने इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी (आईबीसी), कोड 2016 की धारा 10 के तहत एक आवेदन दायर करने के लिए एक विशेष प्रस्ताव पारित किया है. बता दें कि, इससे 7 महीने पहले ही एडटेक कंपनी लीडो लर्निंग ने 1200 कर्मचारियों को निकाल दिया था.

कंपनी ने MCA फाइलिंग में कहा है कि इस बात को ध्यान में रखते हुए कि कंपनी अपने कर्ज को चुका पाने में अक्षम है और कंपनी ने कई कर्ज डिफॉल्ट कर दिया इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी (आईबीसी), कोड 2016 की धारा 10 के तहत

इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड, 2016 की धारा 10 के अनुसार, इस बात को ध्यान में रखते हुए कि कंपनी अपने कर्जों का भुगतान करने में असमर्थ है और कंपनी ने कई कर्ज डिफॉल्ट कर दिया है, शेयरहोल्डर्स ने राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण, मुंबई बेंच के समक्ष कॉर्पोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया दायर करने पर सहमति जताई है ताकि उसके कर्जों का समाधान किया जा सके.

बता दें कि, लीडो लर्निंग को हाई-प्रोफाइल निवेशकों का समर्थन प्राप्त है, जिनमें अपग्रेड संस्थापक रोनी स्क्रूवाला, पेटीएम के सीईओ विजय शेखर शर्मा और शादी डॉट कॉम के अनुपम मित्तल शामिल हैं.

लीडो के सीनियर बिजनेस डेवलपमेंट असोसिएट अभिनव कुमार ने कहा कि कंपनी ने आने वाले महीनों में भुगतान करने के लिए कई कमिटमेंट्स की लेकिन इसके बावजूद मुझे अपनी दो महीने की सैलरी और इन्सेटिव्स लगभग 86,000 रुपये नहीं मिली है. मुझे एचआर डिपार्टमेंट से फाइनल सेटरमेंट का कैल्कुलेशन भी मिल गया, लेकिन पैसा अभी तक नहीं मिला है.

11 हजार कर्मचारियों को निकाल चुकी हैं एडटेक कंपनियां

साल 2022 की शुरुआत से अब तक एडटेक कंपनियां 11 हजार कर्मचारियों को निकाल चुकी हैं. आर्थिक संकट का हवाला देते हुए फरवरी में Lido Learning ने 1200 कर्मचारियों को निकाल दिया था. वहीं, बायजू ने करीब 2,500 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है. सॉफ्टबैंक समर्थित अनअकेडमी ने सेल्स और मार्केटिंग और कुछ कॉन्ट्रैक्चुअल कर्मचारियों को मिलाकर 750 लोगों को निकाला है. Vedantu ने भी तीन चरणों में 700 से अधिक कर्मचारियों को निकाल दिया.

FrontRow और Udayy ने क्रमश: 300 और 100 कर्मचारियों को निकाला है. उदय की को-फाउंडर सौम्या यादव ने तो यहां तक कहा दिया है कि वह अपना कारोबार बंद कर देंगी और 8.5 मिलियन डॉलर की फंडिंग निवेशकों को वापस लौटा देंगी. Eruditus ने भी जून 2022 में 80 लोगों को कंपनी से निकाला था. जबकि 2021 में इस 1300 लोगों को हायर किया था. एडटेक प्लेटफॉर्म LEAD (पहले LEAD School) ने करीब 90 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था.


Edited by Vishal Jaiswal