इस शेयर ने महीने भर में दोगुने किए पैसे, अब बंटेगा 5 टुकड़ों में, आपको फायदा होगा या नहीं?
एक स्मॉल कैप कंपनी ने स्टॉक स्प्लिट करने का फैसला किया है. इसके शेयर 5 टुकड़ों में बांटे जाएंगे. इस शेयर ने महज महीने भर में निवेशकों के पैसों को दोगुना कर दिया है.
वैसे तो शेयर बाजार (Share Market Latest Update) में हर कोई पैसे कमाने के लिए निवेश करता है, लेकिन कुछ लोग तगड़ा मुनाफा कमाते हैं, जबकि कुछ नहीं. शेयर बाजार से मोटी कमाई करने के लिए आपको पहले ये पहचानना होता है कि कौन सा शेयर मल्टीबैगर (Multibagger Stock) साबित हो सकता है. ऐसा ही एक शेयर है स्मॉल कैप कंपनी मैक्सहाइट्स इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (Max Heights Infrastructure Ltd) का. इसने 1:5 के रेश्यो में स्टॉक स्प्लिट (Stock Split) करने की घोषणा की है.
अभी क्या है कंपनी के शेयर का हाल
मैक्स हाइट्स इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के शेयर 6 दिसंबर 2022 की शाम को 31.95 रुपये के स्तर पर बंद हुए हैं. कंपनी का मार्केट कैप करीब 49.87 करोड़ रुपये का है. अगर 52 हफ्तों की बात करें तो कंपनी के शेयर ने 35.25 रुपये का उच्चतम स्तर छुआ है, जबकि 11.75 रुपये इसका न्यूनतम स्तर रहा है.
महीने भर में दोगुने हो गए पैसे
इस शेयर में जिन लोगों ने पैसे लगाएं होंगे उनके पैसे महज महीने भर में ही दोगुने हो गए हैं. पिछले महीने 7 नवंबर को कंपनी का शेयर करीब 15 रुपये के करीब था. वहीं 6 दिसंबर तक यानी महीने भर में कंपनी का शेयर दोगुने से भी ज्यादा होकर 31.95 रुपये के स्तर पर पहुंच चुका है.
अब स्टॉक स्प्लिट कर रही है कंपनी
कंपनी ने फैसला किया है कि वह अपने सभी शेयर होल्डर्स के शेयरों को 1:5 के रेश्यो में स्प्लिट करेगी. यानी यह कंपनी हर शेयर को 5 टुकड़ों में बांटेगी. हालांकि, इसका ये मतलब नहीं है कि आपके पैसे एक झटके में 5 गुने हो जाएंगे. ऐसे में स्टॉक स्प्लिट को समझना जरूरी है.
समझिए क्या है स्टॉक स्प्लिट
शेयरों का बंटवारा यानी स्टॉक स्प्लिट का मतलब है एक शेयर को कई शेयरों में बांट देना. इससे शेयर किफायती बन जाते हैं और पहले की तुलना में अधिक लोग शेयरों में निवेश कर पाते हैं. जैसे 100 रुपये के शेयर को 1:10 के अनुपात में बांटें तो एक शेयर 10 रुपये का हो जाएगा, जिससे अधिक लोग शेयरों में निवेश कर पाएंगे. स्टॉक स्प्लिट के जरिए एक कंपनी अपने शेयरों की संख्या को बढ़ाती है, जिससे स्टॉक की फेस वैल्यू घट जाती है. कंपनियां स्टॉक स्प्लिट इसलिए करती हैं, ताकि स्टॉक की कीमत घटाई जा सके. कीमत कम होने की वजह से छोटे रिटेल निवेशक भी उसे आसानी से खरीद पाते हैं, जिससे लिक्विडिटी बढ़ती है.
स्टॉक स्प्लिट तमाम कंपनियों में इस्तेमाल होने वाली आम प्रैक्टिस है, लेकिन निवेशक अक्सर इससे कनफ्यूज हो जाते हैं. उन्हें लगता है कि शेयरों की संख्या बढ़ जाने से उनके दाम दोगुने-तीन गुने हो जाएंगे. हालांकि, ऐसा नहीं है. स्टॉक स्प्लिट में दो तारीखें बहुत ही अहम होती हैं, रेकॉर्ड डेट और एक्स-डेट. रेकॉर्ड डेट वह तारीख होती है, जिस पर या उससे पहले आपके पास शेयर होना जरूरी है, तभी फायदा मिलेगा. वहीं एक्स-डेट रेकॉर्ड डेट से एक दो दिन पहले की तारीख होती है, ताकि उस तारीख पर अगर आप शेयर खरीदें तो रेकॉर्ड डेट तक वह शेयर आपके डीमैट अकाउंट में आ जाएं.