MetaStores: कैसे मेटावर्स को अपनाने की दिशा में क्रांतिकारी साबित हो सकते हैं
ऑनलाइन शॉपिंग के साथ मेटावर्स टेक्नोलॉजी को एक साथ शामिल करके वर्चुअल शॉपिंग एक्सपीरिएंस को शानदार बनाया जा रहा है जिसे मेटास्टोर के नाम से जाना जाता है. इस स्टोर में ग्राहकों को एक अलग और बेजोड़ शॉपिंग एक्सपीरिएंस ऑफर किया जाएगा.
हाइलाइट्स
- MetaStores मेटावर्स में मौजूद एक वर्चुअल रिटेल स्टोर्स हैं.
- मेटावर्स में यूजर्स कितनी बार भी प्रोडक्ट को पहनकर देख पाएंगे, यहां शोरूम की कमी की समस्या नहीं होगी.
- इस स्टोर में ग्राहकों को एक अलग और बेजोड़ शॉपिंग एक्सपीरिएंस ऑफर किया जाएगा.
पिछले एक दशक में वैश्विक स्तर पर लोगों की खरीदारी के व्यवहार के बदलाव देखा गया है. इसकी वजह से ऑनलाइन शॉपिंग की दिशा में तेज ग्रोथ दर्ज की गई है. यूजर्स की खरीददारी के आदतों में ई-कॉमर्स का दबदबा रह है. इससे ई-कॉमर्स सेक्टर में आने वाले दिनों में ज्यादा ग्रोथ की उम्मीद की जा रही है. ऐसे दौर में पुराने ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म में नई टेक्नोलॉजी दस्तक देगी. इससे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से शॉपिंग का एक्सपीरिएंस काफी शानदार होगा.
रिटेलर्स फिजिकल और डिजिटल रिटेल दोनों को शामिल करके मल्टी चैनल बिजनेस मॉडल बना रहे हैं, जिससे यूजर्स की जरूरतों को पूरा किया जा रहा है. ऐसे में दुकानदारों के लिए ज्यादा इमर्सिव और बहुसंवेदी एक्सपीरिएंस देने के लिए मेटावर्स टेक्नोलॉजी का सपोर्ट दिया गया है.
ऑनलाइन शॉपिंग के साथ मेटावर्स टेक्नोलॉजी को एक साथ शामिल करके वर्चुअल शॉपिंग एक्सपीरिएंस को शानदार बनाया जा रहा है जिसे मेटास्टोर के नाम से जाना जाता है. इस स्टोर में ग्राहकों को एक अलग और बेजोड़ शॉपिंग एक्सपीरिएंस ऑफर किया जाएगा.
क्या हैं मेटा स्टोर्स
मेटास्टोर्स मेटावर्स में मौजूद एक वर्चुअल रिटेल स्टोर्स हैं. ऐसा सोचिए कि यह एक कंप्यूटर गेमिंग एरिना शॉपिंग जैसा है, जहां आप अपने डिजिटल अवतार के जरिए एंट्री ले सकते हैं. इसके लिए आपको सिंंपल लॉगिन करना होगा. इसके बाद आप मेटास्टोर को एक्सप्लोर कर सकेंगे. इन मेटास्टोर्स में यूजर्स ब्रांड, प्रोडक्ट और सर्विस का इस्तेमाल गेमिंग की तरह कर पाएंगे. मेटास्टोर का एक्सपीरिएंस एक अलग दुनिया का एहसास कराएगा, जो आपको 2D में देखने को नहीं मिलेगा.
मेटावर्स पूरी तरह से इमर्सिव एक्सपीरिएंस है, जहां यूजर्स रियल टाइम में एक दूसरे के साथ और डिजिटल ऑब्जेक्ट के बीच बातचीत कर सकेंगे. लेकिन क्या आप जानते हैं कि मेटावर्स में इससे और क्या बेहतर हो सकता है?
मेटावर्स वर्चुअल दुनिया में एक रोमांचक कॉमर्शियल जुड़ाव देने का काम करता है. यह यूजर्स को किसी भी प्रोडक्ट को खरीदने से पहले उसे ट्राई करने और खुद वर्चुअली पहनकर देखने की सुविधा देता है. यह इनोवेटिव आइडिया रिटेल इंडस्ट्री में तेजी से फैल रहा है. यह खासतौर पर फास्ट फैशन कंपनियों के बीच काफी रोमांचक बना हुआ है.
क्या हैं इसके मुख्य फायदे
ट्राई और बाय - आज़माएं और तब ख़रीदें
मेटास्टोर्स का सबसे बड़ा फायदा है कि इसमें ग्राहकों को ज्यादा नेचुरल और आसान शॉपिंग एक्सपीरिएंस मिलता है. ग्राहक अपने अवतार के जरिए किसी भी कपड़े को खरीदने से पहले उसे पहनकर ट्राई कर पाएंगे. उस प्रोडक्ट का टेस्ट ले सकेंगे. साथ ही उस प्रोडक्ट को खरीदने से पहले उसका वर्चुअल टूर ले सकेंगे. आमतौर पर देखा जाता है कि ग्राहक फिजिकल स्टोर में शॉपिंग के वक्त काफी जल्दी में होता है. हालांकि मेटा स्टोर में वक्त लेकर ग्राहक कपड़ों को पहनकर देख सकता है.
जियोग्रॉफिकल बाउंड्री का खात्मा
मेटास्टोर्स रिटेलर्स को ग्लोबल ऑडिएंस तक पहुंच बनाने का मौका देता है. इसके लिए रिटेलर्स को किसी फिजिकल स्टोरफ्रंट की जरूरत नहीं होती है. पहले के स्टोर्स को ईंट और पत्थरों से बनाना पड़ता था. साथ ही वो एक किसी फिक्स्ड लोकेशन पर मौजूद होते थे. साथ ही फिजिकल स्टोर की मेंटिनेंस और सेटिंग कॉस्ट काफी ज्यादा होती है. वहीं दूसरी तरफ मेटावर्स में वर्चुअल रिटेल स्टोर को कोई भी कहीं से भी एक्सेस कर सकता है. इसके लिए बस एक इंटरनेट कनेक्शन की जरूरत होती है. इसके बाद यूजर्स कहीं से भी मेटास्टोर्स विजिट कर सकते हैं. इसकी मदद से रिटेलर्स पूरी दुनिया के ग्राहकों तक पहुंच सकते हैं. साथ ही उन्हें अपने प्रोडक्ट का एक्सपीरिएंस करा सकते हैं.
पर्सनलाइज्ड शॉपिंग एक्सपीरिएंस
मेटावर्स में मौजूद वर्चुअल रिटेल स्टोर्स की तरफ से कई नए संभावनाओं को तलाशा जा सकता है. जिससे ग्राहकों को पर्सनलाइज्ड शॉपिंग एक्सपीरिएंस मिलता है. डेटा और एनालिटिक्स की मदद से रिटेलर्स यूजर्स की ब्राउजिंग हिस्ट्री और परचेजिंग हिस्ट्री, इस्तेमाल, जनसांख्यिकीय और पसंद के हिसाब से पर्सनलाइज्ड एक्सपीरिएंस ऑफर कर सकते हैं. यह रिटेलर्स को टारगेटेड मार्केटिंग कैंपेन बनाने में भी मदद करेगा. साथ ही ग्राहकों के रिटेंशन में इजाफा होगा और ग्राहक का प्रोडक्ट पर भरोसा बढ़ेगा.
प्रोडक्ट ट्रैकिंग और प्लेसमेंट
ग्राहकों को प्रोडक्ट ट्रैकिंग का फायदा मिलेगा, जिससे यूजर्स को प्रोडक्ट इंगेजमेंट बढ़ेगा. इससे प्रोडक्ट के प्रोडक्शन में इजाफा होगा. साथ ही प्रोडक्ट प्लेसमेंट और डिजाइन बेहतर होगी. ऐसे में उम्मीद है सेल में भी इजाफा होगा.
शोरूम की कमी
मौजूदा वक्त में ग्राहक फिजिकल स्टोर में जाकर कपड़ों के पहनकर खरीदता है. इस मामले में ऑनलाइन स्टोर पीछे रह जाते हैं. इस फिजिकल और ऑनलाइन स्टोर की कमी को मेटावर्स में पूरा किया जा सकेगा. मेटावर्स में यूजर्स कितनी बार भी प्रोडक्ट को पहनकर देख पाएंगे, यहां शोरूम की कमी की समस्या नहीं होगी.
इमर्शिव होम शॉपिंग
ग्राहक ब्रांड मेटास्टोर्स में घर में बैठकर विजट कर पाएंगे. यहां जाने के लिए आपको फिजिकल स्टोर की तरह घर के कंफर्ट को नहीं त्यागना होगा. फिर मेटास्टोर्स चाहे दुनिया के किस भी कोने में क्यों न मौजदू हो, जो कस्टमर फिजिकल स्टोर विजिट करने में सक्षम नहीं है, उन ग्राहकों के लिए मेटास्टोर्स को ब्राउज करना और फिर शॉपिंग करना काफी आसान होगा. इस तरह ग्राहक इमर्शिव शॉपिंग का लुत्फ उठा पाएंगे.
इन-मेटास्टोर इंगेजमेंट्स
मेटावर्स में ब्रांड नरेटिव के लिए ग्राहक एक बड़ा हिस्सा होंगे. मेटास्टोर्स ब्रांड और शॉप के साथ यूजर्स एंगेजमेंट को बढ़ा सकते हैं. कस्टमर इंगीजेमेंट और लॉयलिटी बेस को अतिरक्ट फीचर जोड़कर बढ़ाया जा सकता है, जो मेटावर्स एडॉप्शन को रफ्तार देने का काम करेंगी. इससे शॉपिंग का एक्सपीरिएंस आसान होगा. साथ खरीदारी पर भरोसा बढ़ेगा. इसके अलावा वर्चुअल स्पेस में इवेंट और एंटरटेनमेंट स्पेस मौजूद रेहगा.
चुनौतियां
मौजूदा वक्त में रिटेल इंडस्ट्री के मेटास्टोर्स की ग्रोथ की चुनौती वर्चुअल और वास्तविक शॉपिंग के बीच के एक्सपीरिंएंस को कम करना है. हालांकि इस तरह हाई क्वॉलिटी 3D मॉडल का अधिग्रहण करना और जरूरी टेक्नोलॉजी को चलाना एक महंगा सौदा होगा. कई रिटेलर्स ग्राहकों की डिमांड को देखते हुए वर्चुअल रिएलिटी पर रिसर्च और निवेश करना शुरू कर चुके हैं.
फिलहाल मेटावर्स में फिलहाल इंसानों जैसे टच और फील का एहसास नहीं किया जा सकता है, जो कि आम इंसान कपड़ों और बाकी प्रोडक्ट में उसे छूकर और उसकी गंथ को सूंघकर करता है. यह एक्सपीरिएंस अभी मेटावर्स में नदारत है. हालांकि मेटावर्स में वर्चुअल रिटेल स्टोर्स का उभरना इस बात का संकेत है कि हम उस लक्ष्य को आसानी से हासिल कर लेंगे. ऐसी उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में इंटरैक्टिव और शानदार शॉपिंग एक्सपीएंस मिलेगा, जहां यूजर्स प्रोडक्ट के टच और फील का एससास कर पाएंगे.
निष्कर्ष
मेटावर्स स्टोर्स रिटेलर्स के लिए ग्राहकों के साथ मेटास्टोर्स रिटेलर्स के लिए ग्राहकों के साथ जुड़ने और मेटावर्स में एक यूनीक, इमर्सिव, पर्सनलाइज्ड और इंटरैक्टिव शॉपिंग एक्सपीरिएंस देने का एक इनोवेटिव और क्रांतिकारी तरीका है. ऐसी उम्मीद है कि वर्चुअल रिटेल स्टोर आने वाले दिनों में रिटेल इंडस्ट्री का प्रमुख अंग होंगे, जो ई-कॉमर्स की नेक्स्ड जनरेशन : ई-कॉमर्स 3.0 की शुरुआत करेंगे. जैसा कि मालूम है मेटास्टोर्स एक नई टेक्नोलॉजी है, जो अभी शुरुआती फेज में है. ऐसे में इसके तेजी से बढ़ने की संभावना है. ऐसे में जल्द ही मेटावर्स से ज्यादा से ज्यादा रिटेलर्स के वर्चुअली स्टोर खोलने की उम्मीद की जा सकती है.
इस सेक्टर में, “ट्रेस नेटवर्क लैब्स” ऐसा ब्रांड बनकर उभरा है, जो मेटास्टोर्स के साथ मिलकर "मेटावर्स-टू-होम" जैसी सुविधाओं पर काम कर रहा है, जो ऑनलाइन कॉमर्स में डिस्कवरी-टू-डिलीवरी सर्कल को पूरा करेगा. मतलब है कि यूजर्स न केवल मेटावर्स में प्रोडक्ट को ट्राई कर सकेगा. बल्कि उसे खरीद भी सकेगा. इसके अलावा उस प्रोडक्ट की घर पर डिलीवरी भी करा पाएगा. यह मेटावर्स की क्षमताओं के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतिनिधित्व करता है, जो ग्राहकों को आसान शॉपिंग एक्सपीरिएंस का एहसास कराता है.
(लेखक ‘Trace Network Labs’ के को-फ़ाउंडर और सीईओ हैं. आलेख में व्यक्त विचार लेखक के हैं. YourStory का उनसे सहमत होना अनिवार्य नहीं है.)
Edited by रविकांत पारीक