पलायन कर रहे मजदूर के पास चप्पल नहीं थीं तो इस पत्रकार ने कुछ ऐसा करके सबका दिल जीत लिया
पलायन को मजबूर इन मज़दूरों की कहानियाँ बेहद विचलित करने वाली हैं। फिलहाल ये मजदूर जिंदा रहने की आस में अपने घरों की तरफ रुख कर रहे हैं।
कोरोना वायरस के चलते शुरू हुए लॉकडाउन ने लाखों की संख्या में मजदूरों से उनकी रोजी-रोटी छीन ली, अब ऐसी स्थिति में वे सभी मजदूर अपने गृह जनपद और अपने गांवों की तरफ पलायन करने को मजबूर हैं, लेकिन पर्याप्त संख्या में बस और ट्रेन सुविधा उपलब्ध न होने चलते ये मजदूर सड़कों पर पैदल ही चलते दिखाई दे रहे हैं।
कई लोग ऐसे मजदूरों की मदद करने ले ल्किए आगे भी आ रहे हैं। इस माहौल को मीडिया लगातार कवर कर रहा है। इस बीच मीडियाकर्मी और इन मजदूरों से जुड़ा हुआ एक ऐसा दृश्य सामने आया जिसने सभी को भावुक करने के साथ परिस्थिति की संवेदनशीलता को भी समझा दिया।
हुआ यूं कि बीबीसी संवाददाता सलमान रवि इस मज़दूरों से बातचीत कर स्थिति समझ रहे थे, तभी उन मजदूरों में से एक नंगे पैर था। सलमान द्वारा पूछे जाने पर उस मजदूर ने बताया कि उसकी चप्पल टूट गई है, बस इतना सुनते ही फौरन ही सलमान ने अपने जूते उस मजदूर को दे दिये और खुद नंगे पैर होकर मजदूरों से उनकी स्थिति जानने लगे।
सलमान के इस काम के बाद हर तरफ उनकी प्रशंसा हो रही है। गौरतलब है कि सरकार श्रमिक विशेष ट्रेनें जरूर चला रही है लेकिन बड़ी संख्या में मज़दूरों के लिए वो सुविधाजनक नहीं हैं, क्योंकि ये ट्रेनें राज्यों के अनुरोध पर चलाई जा रही हैं और निश्चित स्टेशनों पर ही पहुँच रही हैं।
देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। सरकार 18 मई से पहले लॉकडाउन 4 के संदर्भ में घोषणा करने वाली है, जिसका संकेत पीएम मोदी पहले ही दे चुके हैं।