केंद्र सरकार ने शुरू कर दी खास ‘किसान रेल’ सेवा, साल 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने का है लक्ष्य
केंद्र सरकार द्वारा साल 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने के लक्ष्य को पूरा करने में किसान रेल सेवा एक बड़ी अहम भूमिका निभा सकती है।
वर्तमान केंद्र सरकार शुरू से ही किसानों की आय को दोगुना करने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है और इसके द्वारा किसानों के हित को देखते हुए कई कदम उठाए जा चुके हैं और कई अभी उठाए जा रहे हैं। ऐसा ही एक कदम रेल मंत्रालय द्वारा उठाया गया है जिसके द्वारा किसानों के लिए फसल को लेकर उनके लाभ को सुनिश्चित करने में मदद मिल सकती है।
भारतीय रेलवे ने किसानों के लिए खास किसान रेल सेवा की शुरूआत की है, जिसके जरिये किसान की खराब हो सकने वाली फसल और अन्य माल को समय के भीतर गंतव्य तक पहुंचाने का काम किया जाएगा। आज 7 अगस्त को केन्द्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल और केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये ट्रेन को हरी झंडी दिखाई है।
पहले महाराष्ट्र से बिहार तक
शुरुआत में इस खास ट्रेन का संचालन महाराष्ट्र से बिहार तक किया जा रहा है। यह ट्रेन महाराष्ट्र के देवलाली स्टेशन से बिहार के दानापुर स्टेशन तक अपनी यात्रा पूरी करेगी। ट्रेन को फिलहाल हफ्ते में एक बार चलाये जाने की योजना है, जबकि यह पहली ट्रेन करीब 15 सौ किलोमीटर दूर अपने गंतव्य तक पहुंचने में 31 घंटे का समय लेगी।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार साल 2022 तक देश में किसानों की आय को दोगुना करने के उद्देश्य से आगे बढ़ रही है और यह किसान रेल सेवा भी इसी का हिस्सा है। केंद्र सरकार द्वारा इस साल के बजट में किसान रेल सेवा की घोषणा की गई थी, जिसके संचालन के लिए पीपीपी मॉडल को अपनाने की बात हुई थी।
कैसी है ट्रेन?
इस खास ट्रेन को नेशनल कोल्ड सप्लाई चेन के दृष्टिकोण से शुरू किया गया है, जिसमें रेफ्रीजरेटेड पार्सल वैन हैं। इस ट्रेन के जरिये फल, सब्जियों और अनाज को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने में काफी सहूलियत मिलेगी, जिससे किसानों के नुकसान में गिरावट आएगी। आमतौर पर इस तरह के ट्रांसपोर्टेशन के लिए किसान ट्रक आदि सेवाओं का सहारा लेते हैं, जिसमें उनकी फसल के खराब होने के चांस काफी अधिक रहते हैं, क्योंकि ये ट्रक आमतौर पर साधारण होते हैं और वातानुकूलित पार्सल ट्रकों की सेवाएँ किसानों के लिए काफी महंगी पड़ती हैं।
इस ट्रेन के इस्तेमाल के बाद किसानों को अपने माल को एक राज्य से दूसरे राज्य ले जाने के लुए मंडी कानून के पचड़े में भी नहीं पड़ना होगा। किसानों के लिए चलाई जा रही इस खास ट्रेन का भाड़ा भी रियायती रखे जाने की उम्मीद है।
कई स्टेशनों पर है ठहराव
यह पहली किसान ट्रेन देवलाली स्टेशन से निकालने के बाद नासिक रोड, मनमाड के साथ ही कई अन्य स्टेशनों के साथ प्रयागराज और बक्सर जैसे स्टेशनों पर भी रुकेगी, ऐसे में जिन स्टेशनों पर यह ट्रेन रुकेगी वहाँ के किसान इस रेल सेवा का लाभ आसानी से उठा सकेंगे। इस बीच सेंट्रल रेलवे ने भी किसानों और मार्केट कमेटियों से इस सेवा का लाभ लेने के उद्देश्य से आगे आने के लिए कहा है।
फिलहला देवलाली और दानापुर स्टेशनों के बीच की इस सेवा की बात करें तो यह तरीन महाराष्ट्र से जहां अंगूर और प्याज़ लेकर आगे बढ़ेगी, वहीं वापसी में यह ट्रेन पान, मखाना और मछ्ली जैसी सामाग्री लेकर वापस आएगी।