दिल्ली में अधिकतर मेट्रो स्टेशन खोले गये, ज़िंदगी पटरी पर
संशोधित नागरिकता कानून को लेकर विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर बंद किए गए मेट्रो स्टेशनों में से डीएमआरसी ने शाम को जामिया मिल्लिया इस्लामिया तथा जसोला विहार शाहीन बाग को छोड़कर बाकी सभी स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार खोल दिए हैं।
विरोध प्रदर्शन के बाद गेट खोले जाने को लेकर दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने ट्वीट कर बताया है कि
‘‘चांदनी चौक, बाराखंभा रोड, मंडी हाउस, प्रगति मैदान, लाल किला, जामा मस्जिद, दिल्ली गेट, आईटीओ, जनपथ, खान मार्केट, वसंत विहार और मुनिरका स्टेशनों के सभी प्रवेश और निकास द्वार खोल दिये गये हैं।’’
इससे पहले व्यस्त राजीव चौक, विश्वविद्यालय, पटेल चौक, केंद्रीय सचिवालय, उद्योग भवन और लोक कल्याण मार्ग
स्टेशनों को भी खोल दिया गया था।
संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ राष्ट्रीय राजधानी में जगह-जगह हो रहे प्रदर्शनों के मद्देनजर डीएमआरसी ने आज 20 मेट्रो स्टेशनों को बंद कर दिया था। गुरुवार को देशभर में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया। पटना, दिल्ली, लखनऊ, बंगलोर, मुंबई व चेन्नई समेत कई शहरों में प्रदर्शनकारी अपना विरोध जताते हुए सड़कों पर निकले।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इस विरोध ने उग्र रूप ले लिया। लखनऊ में हुए इस संघर्ष में एक प्रदर्शनकारी की मौत हो जाने का मामला सामने आया है। लखनऊ में हुई हिंसा में एडीजी और आईजी रेंज के साथ ही पीआरओ और एसपी के भी घायल होने की ख़बर है। इस प्रदर्शन के बीच इलाहाबाद हाई कोर्ट ने यूपी सरकार और AMU प्रशासन से आंदोलन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज किए जाने को लेकर नोटिस भी जारी कर दिया है।
उत्तर प्रदेश शासन ने मेरठ के बाद अलीगढ़ में भी इंटरनेट सेवाओं पर घंटे के लिए रोक लगा दी थी।
मंगलौर में हुए प्रदर्शन के बीच फायरिंग होने का मामला भी सामने आया है, जिसकी चपेट में आकर दो प्रदर्शनकारी बुरी तरह घायल हो गए हैं। मामले में पुलिस का कहना है कि,
“हमने पहले हवा में फायरिंग कि थी, लेकिन फिर प्रदर्शनकारियों ने हम पर हमला कर दिया, जिसके बाद मजबूरन हमें बल का प्रयोग करना पड़ा।”
भीषण प्रदर्शन के बाद हैदराबाद में करीब लोगों को हिरासत में लिया गया। साइबराबाद पुलिस ने हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के करीब 100 छात्रों को भी हिरासत में ले लिया था।
(Edited by प्रियांशु द्विवेदी )