अब सेमीकंडक्टर बिजनेस में घुसेंगे मुकेश अंबानी, गौतम अडानी को टक्कर देने का है इरादा!

गौतम अडानी तेजी से नए-नए बिजनस में एंट्री मार रहे हैं. उन्हें टक्कर देने के लिए मुकेश अंबानी भी बिजनस के नए विकल्पों में निवेश कर रहे हैं. उनका नया बिजनस सेमीकंडक्टर हो सकता है.

अब सेमीकंडक्टर बिजनेस में घुसेंगे मुकेश अंबानी, गौतम अडानी को टक्कर देने का है इरादा!

Wednesday November 09, 2022,

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इन दिनों देश के दो सबसे अमीर लोगों की बीच अपना बिजनस बढ़ाने का कॉम्पटीशन सा चल रहा है. भारत के सबसे अमीर शख्स गौतम अडानी (Gautam Adani) तेजी से अपना बिजनस बढ़ा रहे हैं. वहीं दूसरी ओर भारत के दूसरे सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) भी इस रेस में पीछे नहीं रहना चाहते हैं. दोनों ही आए दिन किसी न किसी नए बिजनस में एंट्री मार रहे हैं. इसी बीच खबर आ रही है कि अब गौतम अडानी के तेजी से बढ़ते बिजनेस की संख्या को टक्कर देने के लिए मुकेश अंबानी सेमीकंडक्टर के बिजनस (Semiconductor Business) में उतर सकते हैं. कोरोना काल में सेमीकंडक्टर की ऐसी किल्लत हुई थी कि उससे अभी तक निजात नहीं मिल पाई है.

रिलायंस और एचसीएल बनाएंगे सेमीकंडक्टर

मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज और आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी एचसीएल ने सेमीकंडक्टर बिजनस में उतरने का फैसला किया है. दोनों ही कंपनियां ISMC एनालॉग में 30-30 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने की डील पर काम कर रहे हैं. अगर सब सही रहा और वह हिस्सेदारी ले पाए तो सेमीकंडक्टर बिजनेस में एंट्री हो जाएगी.

ISMC एनालॉग मुंबई के नेक्स्ट ऑर्बिट वेंचर्स और इजराइली टेक कंपनी टॉवर सेमीकंडक्टर का एक वेंचर है. केंद्र सरकार की तरफ से सेमीकॉनइंडिया कार्यक्रम के तहत 76 हजार करोड़ रुपये की सब्सिडी दी जा रही है. ISMC एनालॉग कंपनी भी इच्छुक आवेदकों में से एक है. कर्नाटक के मैसूर के पास यह कंपनी अपना एक प्लांट भी लगाने की योजना बना रही है.

कितना निवेश करने की है प्लानिंग?

इकनॉमिक टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक रिलायंस और एचसीएल की तरफ से करीब 4000 करोड़ रुपये का निवेश किया जा सकता है. हालांकि, ना तो रिलायंस ने और ना ही एचसीएल ने इसे लेकर अभी तक कोई टिप्पणी की है.

ऐसा नहीं है कि सिर्फ अंबानी या एचसीएल ही सेमीकंडक्टर बिजनस में घुसने की सोच रहे हैं. अनिल अग्रवाल की कंपनी वेदांता ग्रुप ने तो ताइवान की फॉक्सकॉन के साथ मिलकर गुजरात में सेमीकंडक्टर का प्लांट तक लगाने की घोषणा कर दी है. वहीं अब अगर रिलायंस और एचसीएल की भी इस फील्ड में एंट्री हो जाती है तो इससे सेमीकंक्टर के बिजनस में भारत का दबदबा काफी बढ़ जाएगा.

कहां-कहां होता है सेमीकंडक्टर का इस्तेमाल?

सेमीकंडक्टर का इस्तेमाल एक दो नहीं, बल्कि बहुत सारी चीजों में होता है. मोबाइल फोन से लेकर कारों तक में सेमीकंडक्टर इस्तेमाल होता है. इसके अलावा टीवी, लैपटॉप, वॉशिंग मशीन, स्मार्टवॉच जैसी चीजों में भी सेमीकंडक्टर इस्तेमाल होता है. कोरोना काल में जब सेमीकंडक्टर की किल्लत हुई तो तमाम कार कंपनियों का प्रोडक्शन धीमा हो गया था, कई प्लांट तो बंद तक हो गए थे.