मुकेश अंबानी बच्चों को सौंपेंगे कारोबार की कमान, किसे मिलेगा कौन सा बिजनेस?
उद्योगपति मुकेश अंबानी ने अपने तीनों बच्चों के लिए लक्ष्य तय किए हैं जिन्हें वह दूरसंचार, खुदरा और नवीन ऊर्जा कारोबार की जिम्मेदारी देने वाले हैं.
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर पद पर अब मुकेश अंबानी को 20 साल पूरे हो गए हैं. उनकी अगुवाई में रिलायंस ने पिछले दो दशक में रेवेन्यू, प्रॉफिट के साथ ही मार्केट कैपिटलाइजेशन में लगातार डबल डिजिट में ग्रोथ रेट हासिल की है. इस दौरान कंपनी का मार्केट कैप 42 गुना बढ़ा है, तो प्रॉफिट में करीब 20 गुना की वृद्धि हुई है. कंपनी की तरफ से बुधवार को जारी बयान में कहा गया है कि अंबानी की अगुवाई में 20 वर्षों में 87 हजार करोड़ प्रति वर्ष की दर से इनवेस्टर्स की झोली में 17.4 लाख करोड़ रुपये आए.
अब मुकेश अंबानी ने अपने तीनों बच्चों के लिए लक्ष्य तय किए हैं जिन्हें वह दूरसंचार, खुदरा और नवीन ऊर्जा कारोबार की जिम्मेदारी देने वाले हैं. धीरूभाई अंबानी की जयंती पर मनाए जाने वाले रिलायंस फैमेली डे के अवसर पर मुकेश अंबानी ने कहा कि तेल से लेकर दूरसंचार और खुदरा तक का कारोबार करने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड आत्म परिवर्तन की विस्तृत यात्रा पर चल पड़ी है.
बुधवार शाम को अपने संबोधन में अंबानी ने कहा, "वर्ष 2022 के अंत में रिलायंस अपने स्वर्णिम दशक की आधी दूरी तय कर चुकी होगी. अब से पांच साल बाद, रिलायंस की स्थापना को 50 वर्ष पूरे हो जाएंगे." उनका संबोधन मीडिया के लिए बृहस्पतिवार को जारी किया गया.
इसमें उन्होंने कहा, "हमारे सभी व्यवसायों और पहलों के लीडरों और कर्मचारियों से मेरी जो उम्मीदें हैं, उनका मैं यहां जिक्र कर रहा हूं."
मुकेश अंबानी के बड़े बेटे आकाश अंबानी दूरसंचार व्यवसाय की कमान संभालेंगे, बेटी ईशा खुदरा कारोबार संभाल रही हैं. छोटे बेटे अनंत नवीन ऊर्जा कारोबार की जिम्मेदारी संभालेंगे. अंबानी ने कहा, "आकाश की अध्यक्षता में जियो भारतभर में दुनिया का सर्वश्रेष्ठ 5G नेटवर्क शुरू कर रहा है और जिस रफ्तार से इस सेवा की शुरुआत की जा रही है वह दुनियाभर में सबसे तेज है."
उन्होंने यह भी बताया कि जियो 5G की सेवा 2023 में पूरी तरह से शुरू हो जाएगी. उद्योगपति ने कहा कि ईशा के नेतृत्व में खुदरा व्यवसाय बहुत तेजी से बढ़ा है. उन्होंने कहा, "हमारा खुदरा व्यवसाय, सभी श्रेणी के उत्पादों में, भारत में बहुत ही व्यापक और गहरी पहुंच वाले कारोबार में रूप में उभरा है."
नवीन ऊर्जा व्यवसाय के बारे में अंबानी ने कहा, "रिलायंस का सबसे नया स्टार्टअप कारोबार है नवीन ऊर्जा जिसमें न केवल कंपनी या देश बल्कि पूरी दुनिया को बदलने की ताकत है." उन्होंने कहा, "अनंत इस आगामी एवं अगली पीढ़ी के व्यवसाय से जुड़ रहे हैं और इसके साथ ही हमने जामनगर में अपने गीगा कारखानों को तैयार करने की प्रक्रिया तेज कर दी है."
उन्होंने कहा कि भारत का सबसे बड़ा और मूल्यवान कॉरपोरेट समूह रिलायंस भारत का सबसे ‘हरित' कॉरपोरेट समूह भी बनने जा रहा है. मुकेश अंबानी ने कहा, "हमारी नवीन ऊर्जा टीम के लक्ष्य बिलकुल स्पष्ट हैं. भारत की निर्भरता आयात पर कम करके ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और सुरक्षा हासिल करना है. याद रहे, ऐसा आप मुस्तैद और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में आगे रहते हुए ही कर सकते हैं."
मुकेश अंबानी का कहना है कि भारत में संभावनाएं अपार हैं. 2047 तक देश 40 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बन सकता है. दुनिया 21वीं सदी को ‘भारत की सदी’ के रूप में देख रही है. अगले 25 साल भारत के 5,000 साल पुराने इतिहास में सबसे परिवर्तनकारी होंगे.
मुकेश अंबानी ने कहा कि भारत में युवा जनसंख्या बढ़ रही है, जो तकनीक के दम पर इस लक्ष्य को पाने की ओर बढ़ रही है. जनरेशनल शिफ्ट पर उन्होंने कहा कि आरआईएल ग्रुप 2 प्रमुख चीजों पर काम कर रहा है. युवा लीडर्स के साथ आरआईएल को सशक्त बनाना और दूसरा नए टैलेंट कैपिटल के साथ आरआईएल को समृद्ध करना.