National Entrepreneur's Day: इन ऑन्त्रप्रेन्योर्स ने स्टार्टअप कर लिखी सफलता की नई इबारत
हमने विभिन इंडस्ट्री के कुछ ऑन्त्रप्रेन्योर्स को चुना है जो अपने-अपने सेक्टर में अपने बिजनेस को उंचाइयों पर लेकर जा रहे हें, आइये जानते है उनके ऑन्त्रप्रेन्योरशिप के सफर की कहानी
दुनिया भर के उद्यमियों को उनकी उपलब्धियों को चिह्नित करते हुए उनकी सराहना में हर साल नवंबर के हर तीसरे मंगलवार को National Entrepreneur's Day मनाया जाता है. यह दिवस दुनिया के उन ऑन्त्रप्रेन्योर्स के लिए है जिन्होंने अलग अलग आइडिया के साथ नए स्टार्टअप लॉन्च किए और जिनके सहयोग से हमारा देश विकास और प्रगति की तरफ बढ़ रहा है.
इस National Entrepreneur's Day पर हम ईवी निर्माताओं, और फिनटेक से लेकर सौंदर्य और अन्य एसएमई उद्यमों तक जाने वाले हर क्षेत्र की उपलब्धि का जश्न मना रहे हैं, इस दिन को ध्यान में रखते हुए हमने विभिन इंडस्ट्री के कुछ ऑन्त्रप्रेन्योर्स को चुना है जो अपने-अपने सेक्टर में अपने बिजनेस को उंचाइयों पर लेकर जा रहे हें, आइये जानते है उनके ऑन्त्रप्रेन्योरशिप के सफर की कहानी-
रजत जैन और मोहित जैन - Pataa Navigations
भारत के मुश्किल एड्रेसिंग सिस्टम को हल करने के एकमात्र इरादे से इन दोनों भाइयों ने 2020 में पता नेविगेशन की शुरुआत की. पता का उद्देश्य देश को पूरी तरह से डिजीटल एड्रेसिंग सिस्टम प्रदान करना है. रजत के दिमाग में पता शुरू करने का विचार तब आया जब वो एक ही दिन में अनगिनतवीं बार डिलीवरी बॉय को अपना पता समझा रहे थे. आइडिया आने के बाद दोनों भाइयों ने जब रीसर्च करना करना शुरू किया तो पता चला कि भारत के पास एक एड्रेसिंग सिस्टम ना होने के कारण सालाना 75 हजार करोड़ रुपये का नुकसान होता है. इतना ही नहीं, भारत में करीब 50 फीसदी लोगों के पास अपना पता ही नहीं है, जिस कारण ये लोग बैंकिंग और ई-कॉमर्स जैसे सुविधाओं को लाभ नहीं उठा पाते हैं.
इसी सम्सया का समाधान पाने के लिए ऱजत और मोहित ने साल 2021 में पता एप को लोंच किया. पता ने पूरी दुनिया को 3*3 मीटर के स्क्वायर में बांटा है जिस वजह से आप अपनी सटीक लोकेशन किसी के साथ भी शेयर कर सकते हैं. 7 महीनों में ही इस ऐप के करीब 70 लाख डाउनलोड हो गए थे. मौजूदा समय में करीब 80 लाख लोग पता एप डाउनलोड हैं कर चुके हैं और 65 फीसदी रजिस्टर्ड यूजर्स हैं. इसके अलावा पता ने इसरो के साथ एक MoU साइन किया है जिसके तहत पता, इसरो के साथ मिलकर देश के लिए एक सटीक डिजिटल एड्रेसिंग सिस्टम बनाने पर काम कर रहा है. पता ने इंदोर के एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट के साथ एक एमओयू साइन किया है. कंपनी इंदौर को देश की पहली डिजिटली एड्रेस सिटी बनाना चाहती है, यानी इंदौर के हर घर का एक डिजिटल एड्रेस होगा.
मानविंदर सिंह चुघ, फाउंडर और चेयरमैन - Aponyx EV
IMT मानेसर, गुरुग्राम में स्थित Aponyx, एक जानीमानी EV निर्माता कंपनी है, जिसे 2017 में मानविंदर सिंह चुघ द्वारा स्थापित किया गया | पर्यावरण को बचाने, कार्बन उत्सर्जन को कम करने और ग्लोबल वार्मिंग की दर को कम करने की प्रेरणा से Aponyx की स्थापना की गयी. पहले, जब इलेक्ट्रिक ऑटोमोबाइल व्यापक रूप से जनता द्वारा नहीं जाना जाता था और सिर्फ गोल्फ क्लब प्रदूषण को रोकने के लिए बैटरी से चलने वाली गाड़ियों की उपयोग में लाते थे, उस समय विद्युत उद्योग में एक प्रसिद्ध होने के कारण मिस्टर चुघ का नाम गोल्फ कार्ट में गाड़ियों की मेंटेनेंस के लिए सामने आया था | इस एक अवसर ने उन्हें EV जगत में प्रवेश करने की प्रेरणा दी |
ब्रांड के पास पूरे भारत का एक विशाल डीलरशिप नेटवर्क है, जो B2B और B2C दोनों क्षेत्रों में अपनी सर्विस उपलब्ध करता है . अपने मोटो "इलेक्ट्रिक है तो लाइफ इजी है" के साथ, ब्रांड गुणवत्ता वाले उत्पादों को विकसित करने में विश्वास करता है, जिन पर उपभोक्ता लंबे समय तक भरोसा करें. वर्तमान में Aponyx के पास उनके पोर्टफोलियो में 13+ प्रोडक्ट्स हैं, जिनमें दोपहिया वाहनों के कई मॉडल्स, तिपहिया वाहनों के मॉडल और कई ई-साइकिल वेरिएंट शामिल हैं. ईवी निर्माता, Aponyx का दावा है कि EV इंडस्ट्री में अपने चार वर्षों में, उन्हें बैटरी से सम्बंधित न्यूनतम शिकायतें मिली हैं| कंपनी ने शुरू से ही मुख्य रूप से बिक्री के बाद दी जाने वाली की सेवाओं पर भरोसा जताया है.
राहुल मिश्रा, फाउंडर - Vesta Elder Care
नई दिल्ली में स्थित, वेस्टा एल्डर केयर की शुरुआत राहुल मिश्रा ने जरूरतमंद लोगों को स्वास्थ्य देखभाल समाधान प्रदान करने की अवधारणा से की थी. वेस्टा एल्डर केयर को शुरू करने का विचार मिस्टर मिश्रा के दिमाग में तब आया जब उन्हें अपनी माँ की देखभाल में मुश्किलों का सामना करना पड़ा. तब उन्होंने महसूस किया कि बुजुर्गों की देखभाल की अवधारणा भारत में अभी उतनी प्रचलित नहीं है जितनी की पश्चिमी देशों में है. इस विचार ने उन्हें एक उद्यम शुरू करने के लिए प्रेरित किया जहां केयर टेकर्स को बड़े बुड़ों की देखभाल करने के लिए ट्रैन किया जाता है.
वेस्टा एल्डर केयर एक ऐसा प्लेटफार्म है जिसके जरिये वृद्ध रोगी एक वास्तविक स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता से जुड़ सकता है. इस प्लेटफार्म के जरिये व्यक्ति एक ही स्थान पर अधिकतम घरेलू स्वास्थ्य देखभाल के लाभ प्राप्त कर सकता है. हालांकि स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में कई व्यवसाय शुरू किए गए हैं, लेकिन वेस्टा एल्डर केयर को जो चीज अलग बनाती है, वह है उसकी एक ही छत के नीचे ढेर सारी सेवाओं की उपलब्धता. वेस्टा घर पर स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए हर संभव विकल्प उपलब्ध कराता है. वेस्टा एल्डर केयर देखभाल करने वाले, नर्सों, आहार विशेषज्ञ परामर्श, गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा उपकरण, आईसीयू सेटअप, प्रयोगशाला परीक्षण, डॉक्टर परामर्श, फिजियोथेरेपी, और बहुत कुछ प्रदान करता है. कोई भी इन सेवाओं का लाभ केवल एक फोन कॉल या एक क्लिक दूर अपने ऐप के माध्यम से ले सकता है. कंपनी इस उद्यम को सफल बनाने के लिए लगन और उत्साह से काम कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने नवंबर 2021 में UK स्थित एक निवेशक से seed funding प्राप्त की है , और अब भविष्य के विस्तार और विकास की नींव रख रहे है.
धीरज बंसल, को-फाउंडर - Recode Studios
धीरज बंसल ने 20 साल की उम्र में अपनी बी.कॉम की पढ़ाई छोड़ दी थी और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने की और पर चल पड़े थे. धीरज ने 2018 में लुधियाना शहर में Recode Studios की स्थापना की, जिसका उद्देश्य कंपनी को विभिन कॉस्मेटिक और लाइफस्टाइल ब्रैंड्स के लिए एक घरेलू नाम बनाना था. अपने इरादे पर खरे उतरते हुए धीरज ने राकोड को इस मुकाम पर खडा किया कि रीकोड ने 2018 में ही 25 लाख रुपये की बिक्री कर एक बडा कीर्तीमान हासिल किया और इसके बाद अब तक पीछे मुड़ कर नहीं देखा. रीकोड ने 2019-20 में 2 करोड़, 2021-22 में 5 करोड़ रुपये की बिक्री की और 2022-23 में 30 करोड़ की बिक्री करने के करीब है.
रीकोड ने 5-6 प्रोडक्ट्स के साथ मार्केट में कदम रखा और अब कंपनी लगभग हर तरीके के ब्यूटी प्रोडक्ट्स बना रही है. इतना ही नहीं, COVID-19 के समय पर रीकोड ने अपनी वेबसाइट पर मात्र 1 रुपए में अपने प्रोडक्टस को मुहिया कराया. इस स्ट्रेटेजी ने रीकोड को काफी प्रसिद्धी दी और यहीं से रिकोड एक घरेलु नाम बन गया. यही कारण है कि आज रीकोड लोगों के बीज काफी पोपुलर है और इस साल रिकोर्ड सेल्स करने के लिए तत्पर है. धीरज का मानना है कि हर दिन एख फैशन शो जैसा है और आपको हर दिन इसमें मुख्य भूमिका निभनी है.
शम्स तब्रेज, फाउंडर और सीईओ, EzeePay
शम्स तब्रेज ने 2018 में ग्रामीण आबादी को आसान वित्तीय सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से ईजीपे की शुरुआत की थी. इजीपे को शुरू करने का विचार श्री शम्स के दिमाग में तब आया जब उन्होंने देखा कि ग्रामीण भारत के लोग पैसे निकालने के लिए अपने घरों से मीलों दूर बैंक जाते हैं. तब उन्होंने महसूस किया कि पैसे निकालने के लिए लोगों के लिए कुछ आसान सुविधा होनी चाहिए और इस बात को ध्यान में रखते हुए उन्होंने इजीपे का गठन किया. इसकी मदम से ग्रामीण आबादी आसानी से किराना दुकान, मेडिकल शॉप आदि जगहों से अपने स्थानीय व्यापारियों के माध्यम से पैसा निकाल सकते हैं.
इन 4 सालों में ईजीपे ने एक लंबा सफर तय किया है. ईजीपे भारत का अग्रणी फिनटेक स्टार्टअप्स में से एक है. इसके अलावा पैन कार्ड और आधार कार्ड से जुड़े भुगतानों को तुरंत करने के लिए ईजीपे ने NSDL और Proteanके साथ टाइअप किया हुआ है. आज 4 लाख से ज्यादा लोग ईजीपे की सुविधांओ का लाभ उठा चुके हैं और ये अब 12 हजार से ज्यादा पिन कोड्स पर उपलब्ध है. ईजीपे ने अपने पहले वर्ष में 56 करोड किया था और पिझले उनका कारोबार 1700 करोड़ था.
दिशी सोमानी, फाउंडर, DishiS Jewels
दिशी सोमानी ने 2015 में मात्र 5000 रुपए के साथ DishiS ज्वेल्स की शुरुआत की थी. दिशी का उद्द्श्य लोगों तक टोप क्लास ज्वेलरी एक किफाय़ती दामों में लोगों तक पहुंचाना था. वह ऐसी ज्वेल्री बनाना चाहती थी जिसे किसी भी अवसर पर पहना जा सके, चाहे वो शादी हो, कोइ और फेमली फंक्शन हो या रोजाना ओफिस जाना हो. दिशी, जो की इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ जेम्स एंड ज्वेलरी, और IMT दुबई की छात्र रह चुकी हैं. उन्होंने एक वित्त विशेषज्ञ के रूप में अपना करियर शुरू किया, और एक्सिस बैंक, icici बैंक जैसे विभिन्न शीर्ष वित्तीय संस्थानों में काम किया.
दिशी ने DishiS ज्वेल्स के नाम से अपना ऑनलाइन पोर्टल शुरू किया, जिससे उपभोक्ताओं के लिए एक क्लिक के साथ आराम से खरीदारी करना आसान हो गया. 2015 में बिज़नेस को अकेले शुरू करके इस साल दिशी ने अप्रैल 2022 में, 50+ सदस्यों की एक टीम तैयार की जिनके साथ मिलकर DishiS एक प्रभावी ब्रांड की तरह उभरा है और आज 50 लाख तक का बिज़नेस कर चूका है . DishiS ने अब तक 5000 से अधिक युनीक डिजाइन प्रदान किए हैं, जिस कारण ये ब्रांड लोगों के बीच एक अलग नाम बना चुका है. कई ए-लिस्ट सेलेब्रिटीज को DishiS के गहने पहने हुए देखा जा चुका है जिनमें जैसे सोहा अली खान, रवीना टंडन और मिनीशा लांबा जैसे नाम शामिल है. DishiS की खास बात ये भी है कि आप घर बैठे Ajio, Nykaa और Amazon के जरिए पूरे देश में कहीं भी इसके प्रोडक्टेस मंगा सकते हैं.