अब पैरेंट्स को तंग नहीं करेगी BYJU’s की सेल्स टीम, बाल अधिकार आयोग की सख्ती के बाद बदली रणनीति
BYJU’s लंबे समय से अपने आक्रामक सेल्स तरीके और कोर्सेज की मिससेलिंग को लेकर पैरेंट्स की शिकायतों और नाराजगी को झेल रहा है. हाल में, राष्ट्रीय बाल अधिकार आयोग (NCPCR) ने भी उसे चेतावनी देते हुए नोटिस जारी किया था.
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अब अपने संभावित कस्टमर्स को न तो फोन करके परेशान करेगी और न ही उसके सेल्स एक्जीक्यूटिव सीधे कस्टमर्स के घरों पर पहुंच जाएंगे.दरअसल, BYJU’s लंबे समय से अपने आक्रामक सेल्स तरीके और कोर्सेज की मिससेलिंग को लेकर पैरेंट्स की शिकायतों और नाराजगी को झेल रहा है. हाल में, राष्ट्रीय बाल अधिकार आयोग (NCPCR) ने भी उसे चेतावनी देते हुए नोटिस जारी किया था. हालांकि, अभी तक BYJU’s इससे इनकार करता रहा.
लेकिन, अब पहली बार BYJU’s ने इसे एक बड़ी समस्या मानते हुए अपने सेल्स तरीके में बदलाव किया है. BYJU’s ने सोमवार को कहा कि वह कोर्सेज बेचने के लिए ग्राहकों की सहमति की पुष्टि करने के लिए एक नई प्रक्रिया अपनाएगी.
चार चरणों की होगी नई सेल्स प्रक्रिया
15 करोड़ से अधिक रजिस्टर्ड यूजर्स वाले BYJU’s ने कहा कि उसकी नई सेल्स प्रक्रिया चार चरणों की है और टेक्नोलॉजी पर आधारित है. इस प्रक्रिया के माध्यम से कंपनी अब रिमोट सेल्स के जरिए काम करेगी और उसके लिए एक सेंट्रलाइज ऑडिट प्रॉसेस होगा.
नई सेल्स प्रक्रिया एक लाइव जूम सेशन पर BYJU’s के आने वाले प्रोडक्ट्स और नई रिफंड पॉलिसी के बारे में जानकारी देते हुए शुरू होगी. पहले चरण में, ग्राहकों को मोबाइल ऐप पर नियम और शर्तें पढ़ने के बाद अपनी सहमति देनी होगी. वहीं, एक ऑर्डर वेरिफिकेशन टीम फिर सहमति को दोबारा सत्यापित करती है. सेल्स बंद करने के लिए ग्राहक को ऐप पर फिर से सहमति देनी होगी.
BYJU’s इंडिया की सीईओ मृणाल मोहित ने कहा कि Byju’s एक पारदर्शी सेल्स मैकेनिज्म के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है, और हमारा तकनीक-संचालित, 4-स्तरीय दृष्टिकोण संचार को बढ़ाता है और संभावित/मुश्किल से होने वाली मिससेलिंग को रोकता है. हम जो कुछ भी करते हैं उसके केंद्र में छात्र होते हैं, और उनकी रुचि हमारे लिए सर्वोपरि है.
NCPCR ने भेजा था समन
बता दें कि, पैरेंट्स सोशल मीडिया पर लगातार आरोप लगा रहे थे कि BYJU’s लुभावने वादे करके उन्हें गलत और गैरजरूरी कोर्सेज बेच रहा है. इसके साथ ही, कंपनी कोर्सेज खरीदने के लिए पैरेंट्स पर न सिर्फ दबाव डाल रही है बल्कि धमकी भी दे रही है.
इन सब शिकायतों और समाचार एजेंसी रॉयटर्स में छपी रिपोर्ट को लेकर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) दिसंबर में BYJU’s के सीईओ BYJU’s रविंद्रन को समन जारी किया था. आयोग ने रविंद्रन को स्टूडेंट्स को कंपनी के कोर्सेज जबरदस्ती औऱ गलत तरीके से बेचने के आरोप में 23 दिसंबर को आयोग के सामने पेश होने के लिए कहा था.
यही नहीं एनसीपीसीआर प्रमुख ने मीडिया को दिए बयान में कहा था कि हमें पता चला कि कैसे BYJU’s बच्चों और उनके माता-पिता के फोन नंबर खरीदता है, उनका पीछा करता है और उन्हें धमकी देता है कि उनका भविष्य बर्बाद हो जाएगा. वे फर्स्ट जनरेशन लर्नर्स को निशाना बना रहे हैं. हम कार्रवाई शुरू करेंगे और अगर जरूरत पड़ी तो रिपोर्ट बनाएंगे और सरकार को लिखेंगे.
BYJU’s को देनी पड़ी सफाई
समन के जवाब में BYJU’s ने दिसंबर 2022 में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) की एक बैठक में भाग लिया था. BYJU’s ने एनसीपीसीआर से इस तथ्य पर विचार करने का आग्रह किया था कि समन एक मीडिया रिपोर्ट के आधार पर जारी किया गया था.
BYJU’s ने कहा कि उस मीडिया रिपोर्ट में अनाम सोर्सेज से इनपुट के आधार पर बहुत सामान्यीकरण किया गया है, जिसमें उसके यूजर्स बेस का केवल एक छोटा सा हिस्सा शामिल है.
BYJU’s ने कहा कि वह लेख की प्रामाणिकता को सत्यापित नहीं कर सकता क्योंकि मीडिया हाउस ने या तो उन डेटा पॉइंट्स को साझा करने से इनकार कर दिया, जिनका उसने उल्लेख किया था, या उन डेटा पॉइंट्स का चयन करने के लिए इस्तेमाल किए गए नमूने के तरीकों को साझा करने से इनकार कर दिया.
Edited by Vishal Jaiswal