2018 में 3 मिलियन डॉलर था इस ऑर्गेनिक हेल्थ फूड्स स्टार्टअप का रिवेन्यू, दो साल में हो गया 24 मिलियन डॉलर, जानिए कैसे?
फूड इंडस्ट्री और कंजप्शन (खपत) पैटर्न एक विशाल परिवर्तन से गुजर रहे हैं। इसका कारण है लोगों में बढ़ती जागरूकता। उपभोक्ताओं को अब ऑर्गेनिक प्रोडक्ट्स अधिक चाहिए होते हैं और जेनेटिकली मोडिफाइड बहुत कम।
इसे ध्यान में रखते हुए 31 वर्षीय ऋषभ चोखानी, जिनका परिवार दवा निर्माण व्यवसाय में था, ने 2017 में अपना स्टार्टअप, नेचरवाइब बोटैनिकल (Naturevibe Botanicals) स्थापित करने का निर्णय लिया।
ऋषभ कहते हैं,
"एक हेल्दी, न्यूट्रिशियस लाइफस्टाइल को फॉलो करने में रुचि रखने वाले लोगों को परंपरागत रूप से उत्पादित जड़ी-बूटियों के ऊपर ओर्गेनिक बोटैनिकल्स (जैविक वनस्पति) का चयन करना चाहिए क्योंकि न केवल वे आपके भोजन में स्वाद जोड़ते हैं, बल्कि वे जबरदस्त औषधीय गुणों से भरे होते हैं, जो असंख्य बीमारियों को रोकते हैं और उनका इलाज करते हैं, जबकि पारंपरिक रूप से उत्पादित जड़ी-बूटियों और मसालों के परिणामस्वरूप पौधों को कीटनाशक और सिंथेटिक रासायनिक उर्वरकों के साथ मिलाया जाता है, जो उत्पाद को दूषित कर सकते हैं और स्वास्थ्य के लिए खतरा हो सकते हैं।"
द ऑर्गेनिक रूट
ऋषभ पहले काफी मोटे थे लेकिन उन्होंने स्वस्थ जीवन के लिए एक जुनून पैदा किया और फिट हो गए। वह दूसरों को भी ऑर्गेनिक फूड इंडस्ट्री में एक उद्यम शुरू करके एक स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित करना चाहते थे। उन्होंने अपने परिवार के फार्मा कारोबार में काम किया।
वे कहते हैं,
“हमारा ब्रांड हेल्थ फूड और ऑर्गेनिक प्रोडक्ट्स में डील करता है जो लोगों को स्वच्छ और स्वस्थ जीवन शैली का नेतृत्व करने में मदद करता है साथ ही यह जीएमओ और रासायनिक-मुक्त होता है। हमारे प्रोडक्ट सीधे जैविक किसानों से प्राप्त होते हैं, जो स्थायी कृषि प्रथाओं का उपयोग करते हैं।”
मुंबई स्थित यह स्टार्टअप सुपरफूड्स (व्हीटग्रास और चिया सीड्स), आयुर्वेद कैप्सूल, इसेंशल ऑइल, स्पाइसेस एंड ग्रेन्स, और केसर व नारियल के आटे की तरह ऑर्गेनिक हेल्थ प्रोडक्ट्स बेचता है।
एगैडेमी के अनुसार, भारत में जैविक खेती में 650,000 किसान हैं। ऋषभ का कहना है कि भारत में 80,0000 से अधिक जैविक किसानों के साथ विश्व स्तर पर जैविक उत्पादकों के लिए सबसे बड़ा वाइल्ड हार्वेस्ट एरिया है।
इसके अलावा, भारत जैविक खेती में नौवें स्थान पर है। भारतीय जैविक खाद्य बाजार को 25 प्रतिशत से अधिक बढ़ने का अनुमान है, देश में कुल 0.4 प्रतिशत कृषि भूमि को जैविक खेती के लिए नामित किया गया है, जो विस्तार के लिए व्यापक गुंजाइश प्रदान करता है।
वे बताते हैं,
“हमारे स्वास्थ्य उत्पादों की एक किस्म में अद्भुत औषधीय गुण होते हैं, जो कई बीमारियों को रोकता है और उनका इलाज करता है। जैसा कि हम हर्बल पाउडर, आयुर्वेद कैप्सूल और सुपरफूड जैसी स्वास्थ्य खाद्य श्रेणियों में डील करते हैं, हम निवारक देखभाल के लिए प्राकृतिक समाधान को बढ़ावा देते हैं।''
बिजनेस मॉडल
नेचरवाइब बोटैनिकल अपने प्रोडक्ट्स का 98 प्रतिशत ऑनलाइन बेचता है और यह बी 2 सी ब्रांड है। स्टार्टअप 1,800 से संगठित रूप से उत्पादित सामग्री की खरीद करता है, 2018 से ये आंकड़ा दोगुना है। इसके बाद, वे अपने उत्पादों की उत्पादन प्रक्रिया शुरू करते हैं।
ऋषभ कहते हैं, ''हम अपने उत्पादों को अमेरिका के कुछ रिटेल स्टोर में भी रखते हैं।" सफलता का रास्ता कई चुनौतियों से भरा था।
वे कहते हैं,
"इस व्यवसाय के निर्माण के समय मुख्य मुद्दा था अविकसित सप्लाई चैन। इसके अलावा, कीटों के हमलों को रोकने के लिए आदिम कृषि प्रक्रियाओं के कारण कम जैविक उत्पादन की उपज का लगातार डर। जैविक खेती के लिए खरीद में एक और बड़ी चुनौती खेत के रखरखाव के लिए आवश्यक श्रम लागत और प्रशिक्षण जिस पर बड़ी कीमत खर्च होती है।”
नेचरवाइब ने यूरेशिया ऑर्गेनिक्स से 4 मिलियन डॉलर जुटाए और स्टार्टअप में लगाया गया कुल पैसा लगभग 5 मिलियन डॉलर है। ऋषभ ने बताया कि यह 2018 में इसका रिवेन्यू $3 मिलियन था जोकि दो साल बाद यानी 2020 में $24 मिलियन हो गया है।
80-सदस्यीय टीम केवल अपनी वेबसाइट पर और अमेजॉन पर ऑनलाइन बेचती है। आरंभिक निवेश का उपयोग मुंबई के पास स्टार्टअप की निर्माण सुविधा के लिए कच्चे माल और मशीनरी की खरीद के लिए किया गया था। इन फंड का उपयोग मार्केटिंग में भी किया गया।
फ्यूचर प्लान
एसोचैम और ईवाई द्वारा संयुक्त रूप से बनाई गई एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में जैविक उत्पादों का बाजार 25 प्रतिशत के सीएजीआर से बढ़ रहा है और 2020 तक 12,000 करोड़ रुपये का आंकड़ा छूने की उम्मीद है।
नेचरवाइब बोटैनिकल ऑर्गेनिक फूड्स और हेल्थ प्रोडक्ट्स प्रदान करता है जो जहरीले कीटनाशकों, ग्रोथ हार्मोन, एंटीबायोटिक दवाओं, सिंथेटिक उर्वरकों, जीएमओ-मुक्त से मुक्त होते हैं और इसके पास सभी आवश्यक प्रमाणपत्र हैं।
स्टार्टअप 24Mantra ऑर्गेनिक और ऑर्गेनिक Tattwa के साथ प्रतिस्पर्धा करता है। ऋषभ ने बताया किया कि एक बार कोरोना वायरस का खतरा गुजरने के बाद, स्टार्टअप वैश्विक स्तर पर अपने कारोबार का विस्तार करना चाहता है और यूरोप और ऑस्ट्रेलिया में उत्पाद निर्यात शुरू करना चाहता है।