जानिए कैसे आर्थिक मंदी व कर्ज में डूबी यह कंपनी बनी 'बिग बाजार', अब दुनियाभर में खुल चुके हैं इसके सुपरमार्केट
राजस्थान के मारवाड़ी परिवार में जन्में किशोर बियानी की सफलता की कहानी कई तरह के संघर्षों से भरी तो है, लेकिन प्रेरणादायक भी है। जिन्होंने अपने करियर की शुरुआत पैंटालूंस नाम की कंपनी से की थी।
आज जब कभी शॉपिंग की बात होती है तो बिग बाजार का नाम सबसे पहले आता है। लेकिन, क्या आपको पता है कि इस सुपरमार्केट आउटलेट स्टोर चेन सिस्टम पर काम करने वाली कंपनी का मालिक कौन है? क्या आप जानते हैं कि भारत में इसका सबसे पहला स्टोर कब और कहां खोला गया था?
अगर नहीं, तो कोई बात नहीं, क्योंकि यहां हम आपके साथ देश की इस दिग्गज रिटेल चेन कंपनी और इसके मालिक से जुड़ी सभी जानकारियां साझा करेंगे। आपको बतायेंगे, कि कोई भी बिज़नेस रातों रात बड़ा नहीं हो जाता, उसके पीछे बरसों का अनुभव और मेहनत लगी होती है।
राजस्थान के मारवाड़ी परिवार में जन्में किशोर बियानी की सफलता की काफी काफी संघर्षों से भरी और प्रेरणादायक है। जिन्होंने अपने करियर की शुरुआत पैंटालूंस नाम की कंपनी से की थी। इसके बाद अपनी मेहनत और लगन की बदौलत देखते ही देखते वह रिटेल बाजार के किंग बन गए। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, साल 2017 में किशोर बियानी को फोर्ब्स इंडिया की 100 अमीर लोगों की लिस्ट में 55वां स्थान मिल चुका है।
कुछ ऐसा है पतलून से पैंटालून बनने का सफर
वैसे तो किशोर बियानी का परिवार मूलरूप से राजस्थान का रहने वाला था, लेकिन उनके दादा जी व्यापार करने के लिए मुंबई में आकर बस गए थे। वह यहां धोती और साड़ियों का कारोबार करते थे। किशोर पढ़ाई में बहुत अच्छे नहीं थे, जिस कारण लगभग 22 साल की उम्र में ही घरवालों ने उनकी शादी करा दी।
घर की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी। शादी के बाद जिम्मेदारियां बढ़ी तो उन्होंने भी फैमिली बिजनेस में हाथ आजमाना शुरू किया। उन्होंने लोगों की पसंद-नापसंद को ध्यान में रखते हुए ट्राउजर बनाने का काम शुरू किया।
वर्ष 1987 में पैंटालून नाम की मैंस वियर प्रा. लि. की शुरुआत हुई। यह नाम ऊर्दू शब्द पतलून से मिलता-जुलता था, इसलिए इसे चुना गया। साल 1991 में गोवा में पैंटालूंस शॉप की पहली दुकान खोली गई। किशोर बियानी का यह काम तो चल निकला था, लेकिन वर्ष 2012 में कर्ज के चलते उन्हें यह कंपनी आदित्य बिड़ला ग्रुप को बेचनी पड़ी।
हालांकि इस ब्रांड के जरिए किशोर बियानी को जो नाम और पैसे मिले थे, वह उनके काफी काम आया।
कब और कहां से हुई 'बिग बाजार' की शुरुआत
बिग बाजार की शुरुआत साल 2001 में कोलकाता के एक स्टोर से हुई थी। इसके बाद आज करीब 120 शहरों में 300 से अधिक स्टोर खुल चुके हैं। बिग बाजार जोकि फ्यूचर ग्रुप की एक पैरेंट कंपनी है।
यह कंपनी हाइपर मार्केट, डिस्काउंट डिपार्टमेंटल स्टोर और ग्रॉसरी स्टोर के रूप में काम करती है और लोगों को सस्ते दामों में बेहतरीन उत्पाद मुहैया करती है। इस समूह की स्थापना वर्ष 2013 में हुई थी।
यह ग्रुप न केवल हाइपर मार्केट के क्षेत्र तक ही सीमित रहा बल्कि बल्कि मैनुफैक्चरिंग, रियल स्टेट, लॉजिस्टिक, इंश्योरेंस, रिटेलिंग और ऑनलाइन पेमेंट सेक्टर्स में भी काम किया हैं।
इसका मुख्यालय मुंबई में है। एक रिपोर्ट के अनुसार इस समूह में लगभग 71,000 कर्मचारी कार्यरत हैं।
Edited by Ranjana Tripathi