5 दिन में 17% चढ़ा Paytm, तो क्या तोड़ेगा 1000 रुपये का लेवल? जानिए खरीदना चाहिए या नहीं
पेटीएम का महाआईपीओ आने के बाद से ही कंपनी के शेयरों में गिरावट आने लगी. गिरते-गिरते कंपनी के शेयर 400 रुपये के बेहद करीब आ पहुंचे. अब कंपनी के शेयरों में फिर से तेजी दिखने लगी है.
शेयर बाजार (Share Market Latest Update) में पिछले कुछ दिनों में तगड़ी तेजी आई है. सेंसेक्स-निफ्टी ऑल टाइम हाई (Sensex Nifty all time high) के लेवल तक जा पहुंचा है. इस बीच
ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा. पहले तो कुछ दिनों तक पेटीएम के शेयरों में तगड़ी गिरावट (Paytm share fall) देखी गई. हर दिन पेटीएम का शेयर धड़ाम होता रहा. लेकिन अब पेटीएम का शेयर फिर से उछल पड़ा है. पिछले 5 दिनों में ही पेटीएम का शेयर 17 फीसदी तक चढ़ चुका है. हालांकि, इस हफ्ते का पहला ही दिन पेटीएम के लिए बुरी खबर लाया है. पेटीएम के शेयरों (Paytm Share Price) में फिर से गिरावट आने लगी है. सोमवार को दोपहर 12.30 बजे तक पेटीएम का शेयर करीब 2 फीसदी गिर गया और 525 रुपये के करीब जा पहुंचा.5 दिन में 17 फीसदी चढ़ा शेयर
पिछले हफ्ते पेटीएम के शेयरों में वो तेजी देखने को मिली, जिसकी बहुत सारे लोग उम्मीद ही छोड़ चुके थे. 28 नवंबर से 2 दिसंबर तक यानी 5 दिन में पेटीएम का शेयर 17 फीसदी चढ़ा है. बहुत सारे ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि आने वाले दिनों में भी पेटीएम के शेयरों में तेजी बनी रहेगी. 28 नवंबर को सुबह शेयर करीब 440 रुपये के लेवल पर था, जो 5 दिन में शुक्रवार शाम तक 540 रुपये के करीब जा पहुंचा.
करीब 15 दिनों तक लगातार गिरा था पेटीएम का शेयर
इससे पहले 7 नवंबर से 24 नवंबर तक पेटीएम का शेयर लगातार हर रोज गिरा था, सिर्फ एक दिन 18 नवंबर को शेयर में मामूली तेजी देखी गई थी. 7 नवंबर को पेटीएम का शेयर 660 रुपये करीब था, जो 24 नवंबर तक गिरते-गिरते 440 रुपये के करीब आ गया. उसके बाद से कंपनी के शेयरों में तेजी का सिलसिला शुरू हुआ है.
क्या रहे दूसरी तिमाही के नतीजे?
पेटीएम के शेयरों में गिरावट का दौर शुरू हुआ 7 नवंबर से, जब कंपनी के तिमाही नतीजे सार्वजनिक हुए. जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनी का घाटा बढ़कर 571.5 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पिछले साल इसी तिमाही में 474.5 करोड़ रुपये था. वहीं अगर तिमाही आधार पर देखें तो कंपनी का घाटा कम हुआ है. जून तिमाही में पेटीएम का घाटा 645.4 करोड़ रुपये था. हालांकि, दूसरी तिमाही में पेटीएम का रेवेन्यू करीब 76.2 फीसदी बढ़ा था और 1914 करोड़ रुपये हो गया. यह पिछले साल 1086 करोड़ रुपये था. कमाई बढ़ने की वजहों में मर्चेंट सब्सक्रिप्शन रेवेन्यू, मंथली ट्रांजेक्शन यूजर्स की संख्या में बढ़ोतरी से बिल पेमेंट में उछाल और लोन डिसबर्समेंट में मजबूत ग्रोथ शामिल हैं.
पेटीएम ने डुबाए निवेशकों के पैसे
15 नवंबर 2021 को पेटीएम का आईपीओ आया था. यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा आईपीओ था, जिसे महाआईपीओ कहा गया था. आईपीओ के तहत पेटीएम के शेयर की कीमत 2150 रुपये थी, लेकिन उसके बाद से गिरते-गिरते कंपनी के शेयर एक चौथाई के करीब आ चुके हैं. सॉफ्टबैंक ने भी हाल ही में पेटीएम के करीब 200 मिलियन डॉलर यानी लगभग 1630 करोड़ रुपये के शेयर बेचने का फैसला किया था. इसके बाद तो कंपनी के शेयर बुरी तरह टूटे थे.
अब खरीदना चाहिए या अभी रुकना सही रहेगा
जीसीएल ब्रोकिंग के सीईओ रवि सिंघल का मानना है कि अभी पेटीएम बहुत ऊपर जाएगी. उनके अनुसार 2023 में पेटीएम का शेयर 1000 रुपये का लेवल तोड़ता हुआ दिख सकता है. कंपनी अभी प्रॉफिटेबिलिटी पर फोकस कर रही है, जिससे कंपनी का वैल्युएशन काफी आकर्षक दिख रहा है. यानी उनके अनुसार पेटीएम का शेयर आने वाले दिनों में फायदे का सौदा साबित हो सकता है.
सेंसेक्स-निफ्टी का हाल भी जान लीजिए
पिछले 10 दिनों में शेयर बाजार में पहले तो तगड़ी तेजी देखने को मिली, लेकिन उसके बाद से गिरावट का सिलसिला शुरू हुआ है. सेंसेक्स में करीब हफ्ते भर में 2000 अंकों से भी अधिक की तेजी देखने को मिली. 24 नवंबर को सेंसेक्स 61,600 अंकों के स्तर के करीब था, लेकिन 1 दिसंबर तक सेंसेक्स ने 63,600 अंकों के आंकड़े को छू लिया और फिर गिरावट का दौर शुरू हुआ. निफ्टी भी 18,900 अंकों के करीब जा पहुंचा था, लेकिन अब उसमें फिर से गिरावट शुरू हो गई है.