जानिए Rights Issue से जुटाए पैसों का क्या करेगी Suzlon Energy, कंपनी ने दी जानकारी
सुजलॉन एनर्जी का राइट्स इश्यू खुल चुका है और 20 अक्टूबर को बंद होगा। कंपनी ने बताया है कि वह इन पैसों से अपने कर्ज का एक बड़ा हिस्सा चुकाएगी। बता दें कि कंपनी पर अभी करीब 1200 रुपये का कर्ज है।
सुजलॉन एनर्जी (Suzlon Energy Ltd.) का राइट्स इश्यू (Rights Issue) आज खुल चुका है और निवेशकों ने इसे सब्सक्राइब करना भी शुरू कर दिया है। इसी बीच सुजलॉन एनर्जी के मुख्य कोष अधिकारी हिमांशु मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि कंपनी पैसों का क्या करेगी. उन्होंने बताया कि 1200 करोड़ रुपये का राइट्स इश्यू अगर फुली सब्सक्राइब हो जाता है तो इससे कंपनी अपना करीब 583.5 करोड़ रुपये का कर्ज चुकाएगी. बता दें कि 2022-23 की पहली तिमाही तक कंपनी का कुल कर्ज करीब 3200 करोड़ रुपये था. कंपनी की योजना है कि वह अगले 8 सालों में बाकी का कर्ज चुका दे.
20 अक्टूबर को बंद होगा इश्यू
पवन ऊर्जा की देश की सबसे बड़ी कंपनी सुजलॉन एनर्जी का राइट्स इश्यू 11 अक्टूबर को खुला है. इसके लिए आवेदन करने की आखिरी तारीख 20 अक्टूबर है. सुजलॉन एनर्जी लंबे वक्त से भारी कर्ज तले दबी है. इसी बीच 1 अक्टूबर को इसके संस्थापक तुलसी तांती के निधन के बाद कंपनी के शेयर और दबाव में हैं. ऐसे में उम्मीद की जा रही है इस राइट्स इश्यू के जरिए कंपनी अपनी खोई हुई स्थिति को फिर से हासिल कर सकती है. बता दें कि सुजलॉन एनर्जी का शेयर 11 अक्टूबर को करीब 7 फीसदी गिरकर 7.10 रुपये (
Energy Share Price) के स्तर पर बंद हुआ.राइट्स इश्यू की कीमत क्या है?
कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने पिछले ही महीने के आखिरी हफ्ते में हुई बैठक में 240 करोड़ शेयर जारी करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी. कंपनी ने हर 21 फुली पेड अप शेयरों के बदले 5 राइट्स शेयर जारी किए हैं. शेयर बाजारों को कंपनी की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक इन राइट्स इश्यू के लिए बोली लगाने वालों को 2.5 रुपये आवेदन के वक्त चुकाने होंगे, जबकि 2.5 रुपये इसकी अगली कॉल पर चुकाने होंगे. यानी कुल 5 रुपये प्रति शेयर का भुगतान करना होगा. कंपनी ने राइट्स इश्यू के जरिए 240 करोड़ शेयर जारी किए हैं. उम्मीद की जा रही है कि यह शेयर 31 अक्टूबर को अलॉट किए जाएंगे.
कैसे रहे हैं कंपनी के तिमाही नतीजे?
वित्त वर्ष 2022 में कंपनी को 176.55 करोड़ रुपये का शुद्ध नुकसान हुआ है. बात अगर 2023 की पहली तिमाही की करें तो कंपनी ने 1378 करोड़ रुपये का रेवेन्यू दर्ज किया है. साल दर साल के आधार पर यह रेवेन्यू 21 फीसदी अधिक है.
क्या होता है राइट्स इश्यू?
शेयर बाजार में लिस्टेड कोई भी कंपनी अतिरिक्त पैसे जुटाने के मकसद से राइट्स इश्यू लाती है. राइट्स इश्यू की खास बात ये होती है कि इसके तहत दिए जाने वाले शेयर सिर्फ कंपनी के मौजूदा शेयर धारकों के ही दिए जाते हैं. यह शेयर किस अनुपात में दिए जाएंगे, बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में यह तय किया जाता है. इन्हें कितने दिनों के अंदर खरीदना होगा, इसका भी फैसला कंपनी पहले से ही कर लेती है.
क्या है रेकॉर्ड डेट?
इसकी रेकॉर्ड डेट कंपनी की तरफ से 4 अक्टूबर तय की गई है. बता दें रेकॉर्ड डेट वह तारीख होती है, जिस दिन आपके खाते में कंपनी का शेयर होना जरूरी है, तभी आपको फायदा होगा. यानी आप राइट्स इश्यू के लिए तभी योग्य माने जाएंगे, अगर आपके खाते में 4 अक्टूबर को सुजलॉन एनर्जी के शेयर होंगे.
आईपीओ से कैसे अलग है राइट्स इश्यू?
अगर बात आईपीओ की करें तो उसमें ऐसी कोई सीमा नहीं होती है कि कौन उसे ले सकता है और कौन नहीं. जो चाहे आईपीओ के लिए सब्सक्राइब कर सकता है, अगर उसके बार डीमैट अकाउंट है तो. वहीं दूसरी ओर राइट्स इश्यू के मामले में हर कोई इसके लिए अप्लाई नहीं कर सकता है. जो पहले से ही कंपनी के शेयर धारक हैं, सिर्फ वही इसे ले सकते हैं. इतना ही नहीं, एक अनुपात में ही कंपनी के शेयर दिए जाते हैं, तो अगर आपके पास कंपनी के बहुत ही कम शेयर हुए तो भी आपको शेयर नहीं मिलेंगे.
बोनस शेयर से कैसे अलग है राइट्स इश्यू?
राइट्स इश्यू को आप आईपीओ जैसा ही समझ सकते हैं, लेकिन यह सिर्फ शेयर धारकों को ही दिया जाता है. आईपीओ की तरह ही इसमें शेयरों के लिए ग्राहकों को पैसे चकाने होते हैं. हालांकि, यह शेयर डिस्काउंट पर मिलते हैं. वहीं दूसरी ओर बोत अगर बोनस शेयर की करें तो वह ग्राहकों को मुफ्त में मुहैया कराया जाता है. बोनस शेयर के लिए ग्राहकों को कोई पैसा नहीं चुकाना होता है.
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