खुल गया Penny Stock सुजलॉन एनर्जी का Rights Issue, जानिए क्या है ये और इससे किसे होगा फायदा
पेनी स्टॉक सुजलॉन एनर्जी जल्द ही राइट्स इश्यू के जरिए 1200 करोड़ जुटाने की प्लानिंग कर रही है. लोग ये सोच रहे हैं कि क्या होता है राइट्स इश्यू और इससे किसे होता है फायदा.
पवन ऊर्जा की देश की सबसे बड़ी कंपनी सुजलॉन एनर्जी (Suzlon Energy Ltd.) का राइट्स इश्यू (Rights Issue) आज 11 अक्टूबर को खुल गया है. इसके लिए आवेदन करने की आखिरी तारीख 20 अक्टूबर है. सुजलॉन एनर्जी लंबे वक्त से भारी कर्ज तले दबी है. इसी बीच 1 अक्टूबर को इसके संस्थापक तुलसी तांती के निधन (Tulsi Tanti Death) के बाद कंपनी के शेयर और दबाव में हैं. ऐसे में उम्मीद की जा रही है इस राइट्स इश्यू के जरिए कंपनी अपनी खोई हुई स्थिति को फिर से हासिल कर सकती है. बता दें कि सुजलॉन एनर्जी एक पेनी स्टॉक (Penny Stock) है, जिसकी कीमत 11 अक्टूबर को सुबह करीब 11 बजे 7.40 रुपये (Suzlon Energy Share Price) थी.
राइट्स इश्यू की कीमत क्या है?
कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने पिछले ही महीने के आखिरी हफ्ते में हुई बैठक में 240 करोड़ शेयर जारी करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी. कंपनी ने हर 21 फुली पेड अप शेयरों के बदले 5 राइट्स शेयर जारी किए हैं. शेयर बाजारों को कंपनी की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक इन राइट्स इश्यू के लिए बोली लगाने वालों को 2.5 रुपये आवेदन के वक्त चुकाने होंगे, जबकि 2.5 रुपये इसकी अगली कॉल पर चुकाने होंगे. यानी कुल 5 रुपये प्रति शेयर (suzlon rights issue price) का भुगतान करना होगा. कंपनी ने राइट्स इश्यू के जरिए 240 करोड़ शेयर जारी किए हैं. उम्मीद की जा रही है कि यह शेयर 31 अक्टूबर को अलॉट किए जाएंगे.
सुजलॉन एनर्जी क्या करेगी जुटाए गए पैसों का
इस राइट्स इश्यू के जरिए कंपनी 1200 करोड़ रुपये जुटाने की कोशिश कर रही है. हाल ही में आरईसी और इरडा ने कंपनी को 2800 करोड़ रुपये का पुनर्वित्त दिया है. सुजलॉन एनर्जी राइट्स इश्यू के जरिए जुटाए गए पैसों से सरकार के मालिकाना हक वाली आरईसी (REC) को 1000 करोड़ रुपये का भुगतान करेगी.
कैसे रहे हैं कंपनी के तिमाही नतीजे?
वित्त वर्ष 2022 में कंपनी को 176.55 करोड़ रुपये का शुद्ध नुकसान हुआ है. बात अगर 2023 की पहली तिमाही की करें तो कंपनी ने 1378 करोड़ रुपये का रेवेन्यू दर्ज किया है. साल दर साल के आधार पर यह रेवेन्यू 21 फीसदी अधिक है.
क्या होता है राइट्स इश्यू?
शेयर बाजार में लिस्टेड कोई भी कंपनी अतिरिक्त पैसे जुटाने के मकसद से राइट्स इश्यू (rights issue meaning) लाती है. राइट्स इश्यू की खास बात ये होती है कि इसके तहत दिए जाने वाले शेयर सिर्फ कंपनी के मौजूदा शेयर धारकों के ही दिए जाते हैं. यह शेयर किस अनुपात में दिए जाएंगे, बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में यह तय किया जाता है. इन्हें कितने दिनों के अंदर खरीदना होगा, इसका भी फैसला कंपनी पहले से ही कर लेती है.
क्या है रेकॉर्ड डेट?
इसकी रेकॉर्ड डेट कंपनी की तरफ से 4 अक्टूबर (suzlon rights issue record date) तय की गई है. बता दें रेकॉर्ड डेट (suzlon rights issue date) वह तारीख होती है, जिस दिन आपके खाते में कंपनी का शेयर होना जरूरी है, तभी आपको फायदा होगा. यानी आप राइट्स इश्यू के लिए तभी योग्य माने जाएंगे, अगर आपके खाते में 4 अक्टूबर को सुजलॉन एनर्जी के शेयर होंगे.
आईपीओ से कैसे अलग है राइट्स इश्यू?
अगर बात आईपीओ की करें तो उसमें ऐसी कोई सीमा नहीं होती है कि कौन उसे ले सकता है और कौन नहीं. जो चाहे आईपीओ के लिए सब्सक्राइब कर सकता है, अगर उसके बार डीमैट अकाउंट है तो. वहीं दूसरी ओर राइट्स इश्यू के मामले में हर कोई इसके लिए अप्लाई नहीं कर सकता है. जो पहले से ही कंपनी के शेयर धारक हैं, सिर्फ वही इसे ले सकते हैं. इतना ही नहीं, एक अनुपात में ही कंपनी के शेयर दिए जाते हैं, तो अगर आपके पास कंपनी के बहुत ही कम शेयर हुए तो भी आपको शेयर नहीं मिलेंगे.
बोनस शेयर से कैसे अलग है राइट्स इश्यू?
राइट्स इश्यू को आप आईपीओ जैसा ही समझ सकते हैं, लेकिन यह सिर्फ शेयर धारकों को ही दिया जाता है. आईपीओ की तरह ही इसमें शेयरों के लिए ग्राहकों को पैसे चकाने होते हैं. हालांकि, यह शेयर डिस्काउंट पर मिलते हैं. वहीं दूसरी ओर बोत अगर बोनस शेयर की करें तो वह ग्राहकों को मुफ्त में मुहैया कराया जाता है. बोनस शेयर के लिए ग्राहकों को कोई पैसा नहीं चुकाना होता है.
कंपनी के शेयर का क्या है हाल?
सुजलॉन एनर्जी का शेयर आज इसका राइट्स इश्यू खुलने के दिन 11 बजे तक गिरकर 7.50 रुपये पर पहुंच गया है. कंपनी के शेयर में पिछले महीने 6 सितंबर को 11.70 रुपये का स्तर छुआ था. उसके बाद से कंपनी के शेयरों में ऐसी गिरावट आई जो थमने का नाम नहीं ले रही. वहां से गिरते-गिरते कंपनी के शेयर अब 7.50 रुपये के स्तर तक आ पहुंचे हैं.
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