पीएम मोदी ने की देश भर में लॉक डाउन की घोषणा, देश को बचाना है तो इन 21 दिनों तक ना निकलें घर से बाहर
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देश बुरी तरह प्रभावित हुआ है। प्रधानमंत्री मोदी ने 5 दिनों के भीतर देश को दूसरी बार संबिधित किया है।
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने इस संबंध में देश को दूसरी बार संबोधित किया। इसके पहले प्रधानमंत्री मोदी ने 19 मार्च को देश को संबोधित करते हुए 22 मार्च को जनता कर्फ़्यू की अपील की थी।
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप से देश को बचाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने आज रात 12 बजे से देश भर में सम्पूर्ण लॉक डाउन की घोषणा की है। यह लॉक डाउन 3 सप्ताह यानी 14 अप्रैल तक चलेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने सम्बोधन में लॉक डाउन के संबंध में देश की जनता से हाथ जोड़कर विनती की है।
पीएम मोदी ने कहा,
“हर शहर, हर कस्बे, हर गाँव में यह लॉक डाउन जारी रहेगा।"
इसी के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने देश को संबोधित करते हुए 22 मार्च को हुए जनता कर्फ़्यू को सफल बनाने को लेकर जनता का आभार जताया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि
“जनता कर्फ़्यू ने यह दिखाया कि जब देश पर संकट आता है तो हम भारतीय मिलकर किस तरह उसका सामना करते हैं।
प्रधानमंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि कोरोना वायरस के सामने बड़े-बड़े देश बेबस हो गए हैं। पीएम मोदी ने कोरोना वायरस से बचाव के लिए सोशल डिस्टेन्सिंग को एकमात्र तरीका बताया। पीएम मोदी ने कहा कि ‘इस तरह हमें कोरोना वायरस की साइकलिंग को तोड़ना होगा।'
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने सम्बोधन में कहा कि कोरोना वायरस को लेकर अगर लापरवाही जारी रही तो देश को इसकी कीमत चुकानी होगी और यह कीमत काफी भारी होगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जिन देशों ने कुछ हद तक कोरोना वायरस पर काबू पाया है हमें उन देशों से ही उम्मीद की किरण मिली है। पीएम मोदी ने कहा कि हमारे सामने सिर्फ और सिर्फ एक ही मार्ग बचा है और वो सोशल डिस्टेन्सिंग है।
कोरोना मरीजों के इलाज के लिए हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत करने के लिए केंद्र सरकार ने 15 हज़ार करोड़ रुपये की राशि जारी की है। इसी के साथ केंद्र ने राज्य सरकारों को भी स्वास्थ्य सेवाओं को पहली प्राथमिकता बनाने का निर्देश दिया है। इसी के साथ ही प्रधानमंत्री ने सहयोग के लिए निजी क्षेत्र का भी आभार जताया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इसके साथ लोगों से स्वास्थ्य कर्मियों, मीडिया कर्मियों और पुलिस कर्मियों का आभार जताने की अपील की है।
प्रधानमंत्री मोदी ने देश की जनता से किसी भी तरह की अफवाह और अंधविश्वास से बचने की अपील की है। इसी के साथ पीएम ने इस बीमारी के लक्षण नज़र आने पर बिना डॉक्टरों के सुझाव के कोई दावा न लेने की अपील की है।
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए देश के तमाम राज्यों में इस समय लॉक डाउन जारी किया किया गया था, जिसके तहत लोगों को गैर-जरूरी कारणों से घर से निकालना मना है, हालांकि इन जगहों पर किराना आदि जरूरी सुविधाओं के साथ आपातकालीन सेवाएँ जारी थी।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस तरह पिछले पाँच दिनों में देश को दूसरी बार संबोधित किया है, जबकि बीते 6 सालों में यह उनका राष्ट्र के नाम छठा सम्बोधन रहा है।
गैरतलब है कि भारत में कोरोना वायरस संक्रामण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। कोरोना वायरस से संबन्धित आंकड़ों को जुटा रही वेबसाइट covid19india डॉट ओआरजी के अनुसार देश में फिलहाल कोरोना वायरस संक्रामण के 562 मामले पाये जा चुके हैं, जिनमे से 40 मरीज रिकवर भी हुए हैं। इनमें सबसे अधिक मामले केरल (111) और महाराष्ट्र (107) पाये गए हैं।