प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया इंडिया मोबाइल कांग्रेस का उद्घाटन, कहा- कोरोना काल में टेलीकॉम सेक्टर ने अहम रोल निभाया
इंडिया मोबाइल कांग्रेस भारत और दक्षिण एशिया में सबसे बड़ा डिजिटल प्रौद्योगिकी मंच है, जिसमें तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन और एक प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी शामिल है।
"प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चौथी 'इंडिया मोबाइल कांग्रेस’ के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया। दूरसंचार उद्योग के इस कार्यक्रम के चौथे संस्करण का आयोजन कोरोना वायरस महामारी के कारण पहली बार 'वीडियो कांफ्रेंस’ के जरिए किया गया। यह कार्यक्रम तीन दिन चलेगा।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को तीन दिवसीय इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC) का उद्घाटन किया और निवेशकों को भारत में तेजी से बढ़ते दूरसंचार प्रौद्योगिकी एवं सेवा क्षेत्र में उभरती संभावओं की ओर आकर्षित किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि मोबाइल तकनीक के इस्तेमाल से विभिन्न कार्यों में पारदर्शिता को बढ़ावा मिला है। दूरसंचार उद्योग के इस कार्यक्रम के चौथे संस्करण का आयोजन कोरोना वायरस महामारी के कारण पहली बार ‘वीडियो कांफ्रेन्स’ के जरिये किया।
आईएमसी 2020 का विषय : "समावेशी नवाचार - स्मार्ट, सुरक्षित, स्थायी" है। इसका उद्देश्य प्रधानमंत्री के 'आत्मनिर्भर भारत', 'डिजिटल समावेशिता', एवं 'सतत विकास, उद्यमिता और नवाचार' के विजन को बढ़ावा देने में मदद करना है, साथ ही विदेशी और स्थानीय निवेश संचालित करना, दूरसंचार और उभरते हुए प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में अनुसंधान तथा विकास को प्रोत्साहित करना भी है।
इंडिया मोबाइल कांग्रेस भारत और दक्षिण एशिया में सबसे बड़ा डिजिटल प्रौद्योगिकी मंच है, जिसमें तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन और एक प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी शामिल है। इस इवेंट को "भारत के स्टार्टअप और प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र के लिए अग्रणी मंच" माना जाता है।
इस आयोजन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने दूरसंचार उपकरण, डिजाइन, विकास एवं विनिर्माण के लिए भारत को एक वैश्विक केंद्र बनाने के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया। उन्होंने यह चेतावनी दी कि प्रौद्योगिकीय उन्नयन के कारण हमारे पास हैंडसेट्स और गैजेट्स बार बार बदलने की संस्कृति है। उन्होंने प्रतिनिधियों से यह विचार करने के लिए कहा कि क्या उद्योग इलेक्ट्रॉनिक अपशिष्ट से बेहतर रूप से निपटने और एक सर्कुलर अर्थव्यवस्था का सृजन करने के बारे में सोचने के लिए कार्यबल का गठन कर सकता है। उन्होंने भविष्य में लंबी छलांग लगाने के लिए 5जी का समय पर शुभारंभ सुनिश्चित करने और लाखों भारतीयों को सशक्त बनाने के लिए मिलकर काम करने का अनुरोध किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,
"आ रही प्रौद्योगिकी क्रांति के साथ जीवन को बेहतर बनाने के बारे में सोचना और योजना बनाना बहुत महत्वपूर्ण है। किसानों को बेहतर स्वास्थ्य देखभाल, बेहतर शिक्षा, बेहतर जानकारी और अवसरों तथा छोटे व्यापारियों को बेहतर बाजार पहुंच उपलब्ध कराना हमारे कुछ लक्ष्य हैं जिनके बारे में कार्य किया जा सकता है।"
प्रधानमंत्री ने दूरसंचार क्षेत्र के प्रतिनिधियों की सराहना करते हुए कहा,
"महामारी के बावजूद दुनिया उनके नवाचार और प्रयासों के कारण काम करती रही। उनके प्रयासों के कारण एक बेटा अलग शहर में रहने वाली अपनी माता के साथ जुड़ा रहा, एक विद्यार्थी कक्षा में गए बिना अपने शिक्षक से सीखता रहा, बीमार व्यक्ति ने घर बैठते हुए अपने डॉक्टर से सलाह मशवरा किया और एक व्यापारी दूसरे जगह के उपभोक्ता से जुड़ा रहा।"
साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा,
"टेक्नोलॉजी क्षेत्र के युवा लोगों के लिए कोड है जो उत्पाद को विशेष बनाता है, कुछ उद्यमियों के लिए यह विचार है जो अधिक महत्व रखता है, निवेशक सुझाव देते हैं कि एक उत्पाद के पैमाने के लिए पूंजी अधिक महत्वपूर्ण हैं। अक्सर अपने उत्पादों के प्रति दृढ़ विश्वास युवाओं के लिए सर्वाधिक महत्व का होता है। कभी-कभार दृढ़ता मुनाफे के साथ बाहर निकलने और विशालता के बीच खड़ी हो जाती है।"
प्रधानमंत्री ने कहा,
"मोबाइल टेक्नोलॉजी के कारण हम लाखों भारतीयों को कई बिलियन डॉलर के लाभ प्रदान करने में सक्षम हैं। हम महामारी के दौरान गरीबों और कमजोर लोगों को शीघ्रता से मदद करने में सक्षम रहे और हम लाखों कैशलेस लेनदेन देख रहे हैं जो औपचारिकता तथा पारदर्शिता को प्रोत्साहित करता है। हम टोल बूथों पर सहज संपर्क बनाने में सक्षम होंगे।"
प्रधानमंत्री ने भारत में मोबाइल बनाने में प्राप्त सफलता पर संतोष व्यक्त किया। उनके अनुसार मोबाइल उत्पादन के लिए भारत एक पसंदीदा स्थान के रूप में उभर रहा है। संबोधन में उन्होंने बताया कि भारत में दूरसंचार उपकरण उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए उत्पादकता से जुड़ी प्रोत्साहन योजना शुरू की गई।
उन्होंने कहा,