अमेरिका जैसे देशों में तेजी से बढ़ रही है योग की लोकप्रियता
कभी भारत योगियों का देश हुआ करता था। आयुर्वेद जैसी प्रसिद्ध चिकित्सा भी भारत की ही देन है। अब हम भले ही इन पद्धतियों को भूल जा रहे हों, लेकिन दुनिया के दूसरे हिस्सों में इनकी लोकप्रियता बढ़ती ही जा रही है। अमेरिका में भारत के राजदूत हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा है कि 2014 में संयुक्त राष्ट्र के 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित करने के बाद से अमेरिका में योग की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है। एक स्टडी के अनुसार अमेरिका में योग करने वालों की संख्या तीन करोड़ 60 लाख से अधिक हो गई है।
पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक श्रृंगला ने रविवार सुबह यहां ‘नेशनल मॉन्यूमेंट’ में सैकड़ों योग प्रशंसकों को संबोधित करते हुए कहा कि दुनियाभर के कि अमेरिका और दुनिया में हालिया वर्षों में योग की लोकप्रियता काफी बढ़ी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग समारोह आयोजित करने के लिए विदेश में भारतीय मिशनों की प्रशंसा की है।
मोदी ने एक ट्वीट में कहा, 'सभी महाद्वीपों में योग दिवस 2019 संबंधी समारोह पूरे जोश के साथ आरंभ हो गए हैं। मैं आपसे अपने-अपने देशों में आयोजित योग दिवस कार्यक्रमों में भाग लेने और अपनी भागीदारी से योग कार्यक्रमों को सफल बनाने की अपील करता हूं।' श्रृंगला ने पांचवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह में कहा कि यह इस बात को दर्शाता करता है कि अमेरिकी लोग बड़ी संख्या में योग को अपना रहे हैं।
समारोह में व्हाइट हाउस, अमेरिकी विदेश मंत्रालय और अन्य सरकारी एजेंसियों के प्रतिनिधियों समेत सभी आयुवर्गों और हर क्षेत्र के लोगों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। श्रृंगला ने कहा कि योग प्राचीन भारतीय परम्परा का अनमोल उपहार है और यह मस्तिष्क एवं शरीर, विचारों एवं कर्मों, संयम एवं पूर्णता की एकता, मनुष्य एवं प्रकृति के बीच समन्वयता और स्वास्थ्य एवं कल्याण के लिए समग्र दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करता है। इस समारोह में नेपाल, मॉरीशस और म्यामां के राजदूतों समेत राजनयिक समुदाय के लोग बड़ी संख्या में मौजूद थे।